बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने वसीम रिजवी के द्वारा दायर की गई जनहित याचिका का विरोध करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी किसी भी धार्मिक पुस्तक की बेअदबी के खिलाफ है। साथ ही शाहनवाज हुसैन ने कहा कि रिजवी को इस तरह का कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे देश का माहौल ख़राब हो।
इसके अलावा समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मैं कुरआन से 26 आयतों को हटाने के लिए वसीम रिज़वी के द्वारा दायर की गई याचिका पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करता हूं। मेरी पार्टी का यह मानना है कि कुरआन सहित किसी भी धार्मिक ग्रंथ के बारे में बेतुकी बातें कहना बेहद ही गलत और आपत्तिजनक है। भाजपा किसी भी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव का समर्थन नहीं करती है। आगे उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी को कोई हक़ नहीं है कि वह देश का माहौल ख़राब करें।
दरअसल वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा है कि कुरआन शरीफ की 26 आयतें आतंक का समर्थन करती हैं। इसलिए उन्हें हटा देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि ये आयतें पहले कुरआन में नहीं थी बल्कि इन्हें बाद में जोड़ा गया है। वसीम रिजवी के इस बयान को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी उन्हें नोटिस जारी किया है।
पिछले दिनों शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने वसीम रिजवी को इस्लाम और कुरआन का दुश्मन करार देते हुए उनका सामाजिक बहिष्कार करने की घोषणा की है। साथ ही कल्बे जवाद ने वसीम रिजवी की अविलंब गिरफ़्तारी की भी मांग की है। वसीम रिजवी के खिलाफ उतरप्रदेश सहित देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।