प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर भारतीय जनता पार्टी के पार्षद को 5,000 रुपया का जुर्माना भरना पड़ा है। प्लास्टिक सामान का इस्तेमाल करने पर भाजपा पार्षद पर यह जुर्माना म्यूनिसिपल कमिश्नर (निगम आयुक्त) ने लगाया है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में म्यूनिसिपल कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडे ने बीते सोमवार (09-12-2019) को ही चार्ज संभाला है। जानकारी के मुताबिक भाजपा के पार्षद कमिश्नर का स्वागत करने एक तोहफा लेकर पहुंचे थे लेकिन यह तोहफा प्लास्टिक में लपेटा हुआ था।
मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कॉरपोरेटर मनीषा मुंडे ने आस्तिक पांडे को एक कलम उपहार के तौर पर दी। यह तोहफा प्लास्टिक से पैक किया गया था। जिसके बाद कमिश्नर ने उनपर 5,000 रुपए का जुर्माना लगाया। आस्तिक पांडे के कार्यभार संभालने के बाद मुंडे भाजपा के एक डेलिगेशन की तरफ से उनका स्वागत करने पहुंची थीं। इस डेलिगेशन का नेतृत्व पार्टी नेता प्रमोद राठौड़ कर रहे थे।
जुर्माना किए जाने के बाद मुंडे ने कहा कि ‘औरंगाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ने इससे पहले कभी भी गिफ्ट पेपर इस्तेमाल करने पर जुर्माना नहीं ठोका है। आस्तिक पांडे के स्वागत पर जाने से पहले मैंने कचरा प्रबंधन विभाग के प्रमुख नंदकुमार भोम्बे से मुलाकात की थी, जिन्होंने कहा था कि रैपिंग पेपर प्रतिबंधित प्लास्टिक की श्रेणी में नहीं है। जुर्माने भरने की वजह सिर्फ इतनी थी कि हम कमिश्नर का आदेश का उल्लंघन नहीं करना चाहते थे।
इधर इस पूरे मामले में कमिश्नर आस्तिक पांडे ने कहा कि ‘शहर में प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों के लिए यह एक उदाहरण है। मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि वो प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दें..क्योंकि इसे लेकर आने वाले समय में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी इस वक्त पूरे देश में प्लास्टिक से बने सामानों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की दिशा में पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लास्टिक पर पाबंदी की बात कही थी।
पिछले साल जून में महाराष्ट्र सरकार ने प्लास्टिक से बने विभिन्न सामानों पर प्रतिबंध लगाया था। प्लास्टिक से बने सामान के इस्तेमाल, बिक्री, बांटने या उन्हें संग्रहित करने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया था।
