नीतीश के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद के बेटे पर रविवार को कुछ बच्चों पर महज इस बात के लिए गोली चलाने का आरोप है कि वो उनके बाग में क्रिकेट खेल रहे थे। बाद में जो हुआ वो रोंगटे खड़े करने वाला था। लोग गुस्से में भड़के और उसके बाद उन्होंने मंत्री के बेटे को जमकर सबक सिखाया। आक्रोशित ग्रामीणों से अपनी जान बचाने के लिए मंत्री पुत्र नीरज कुमार और उसके साथियों को सिर पर पैर रखकर भागना पड़ा।
ग्रामीणों का कहना है कि मंत्री के बेटे और उनके साथ आए लोगों ने बच्चों को पीटने के साथ फायरिंग की। पिटाई के दौरान घायल हुआ एक युवक अस्पताल में दाखिल है। ग्रामीणों ने मंत्री की बोर्ड लगी गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि बात और ज्यादा बिगड़ सकती थी अगर मंत्री के बेटे सहित अन्य आरोपी मौके से भाग ना खड़े हुए होते।
घटना बेतिया के हरदिया फुलवारी गांव की है। रविवार सुबह तकरीबन नौ बजे पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद के परिजनों व उनके बागीचे में क्रिकेट खेल रहे बच्चों के बीच पहले विवाद हुआ और फिर हिंसक झड़प। बताया जाता है कि गांव के बगीचे में बच्चे खेल रहे थे। इसी अचानक तीन गाड़ियों से लोग वहां पहुंचे। एक पर पर्यटन मंत्री का बोर्ड लगा हुआ था।
उन लोगों ने बच्चों की पिटाई की। ग्रामीणों का आरोप है कि उन लोगों ने फायरिंग भी की है। भड़के ग्रामीणों ने मंत्री के बेटे और उसके साथियों खदेड़ना शुरू कर दिया। उनके आक्रोश को देख मंत्री के बेटे नीरज कुमार उर्फ बबलू प्रसाद को लाइसेंसी रायफल, पिस्टल के साथ गाड़ी छोड़ कर भी भागना पड़ा।
मंत्री नारायण प्रसाद कठैया विशुनपुरवा के निवासी हैं। हरदिया फुलवारी में डेढ़ बीघा जमीन में उनका बागीचा है। हालांकि मंत्री ने फायरिंग की जानकारी से इनकार किया है। उनका कहना था कि बेटा उनकी गाड़ी लेकर नहीं गया था। उनका कहना है कि वो मामले का पता कर रहे हैं। गौरतलब है कि शराबबंदी के दौरान हुई मौतों को लेकर नीतीश सरकार पहले ही विपक्ष और गंठबंधन साथी के निशाने पर चल रही है। बीजेपी के अध्यक्ष ने तो 70 लाख से ज्यादा समर्थकों का दावा कर नीतीश सरकार को सबक सिखाने की चेतावनी भी दे डाली है।