भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को इलाज के लिए तिहाड़ जेल से एम्स लाया गया, कोर्ट ने दिया था निर्देश
एम्स के सूत्रों ने कहा कि आजाद का हेमटोलॉजी विभाग में काफी समय से इलाज चल रहा है। उन्हें स्वास्थ्य संबधी परामर्श और उपचार के लिए यहां लाया गया है।

पुरानी दिल्ली के दरियागंज में नागरिकता संशोधन अधिनियम विरोध के दौरान हिंसा भड़काने के सिलसिले में गिरफ्तार भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को स्वास्थ्य जांच के लिए सोमवार को एम्स ले जाया गया। बता दें कि आज़ाद पॉलीसिथेमिया से पीड़ित है, इस बीमारी की वजह से अधिक मात्रा में ब्लड बनने लगता है।
काफी समय से आजाद का इलाज चल रहा है: एम्स के सूत्रों ने कहा कि आजाद का हेमटोलॉजी विभाग में काफी समय से इलाज चल रहा है। उन्हें स्वास्थ्य संबधी परामर्श और उपचार के लिए यहां लाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी जांच चल रही है और जल्द ही उन्हें वापस तिहाड़ जेल भेज दिया जाएगा।
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आदालत ने दिए थे निर्देश: बता दें कि 9 जनवरी को दिल्ली की एक अदालत ने तिहाड़ जेल अधिकारियों को एम्स में आज़ाद को पॉलीसिथेमिया के इलाज के लिए भर्ती कराने का निर्देश दिया था। अदालत में अपनी दलील में आज़ाद ने कहा था कि वह पॉलीसिथेमिया से पीड़ित है और उन्हें एम्स में इससे संबंधित डॉक्टरों से लगातार चेकअप की आवश्यकता है। याचिका में यह भी कहा गया है कि यदि उपचार तत्काल प्रदान नहीं किया गया, तो उन्हें हार्ट अटैक आ सकता है।
आजाद के खिलाफ कोई सबूत नहीं: इसी बीच चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार (13 जनवरी) को जमानत के लिए दिल्ली की अदालत में याचिका में दायर की है। न्यायिक हिरासत में कैद आजाद के प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्होंने जामा मस्जिद के पास मौजूद भीड़ को दिल्ली गेट मार्च करने के लिए उकसाया और हिंसा में शामिल रहे, लेकिन इस संबंध में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। अदालत इस मामले में मंगलवार को सुनवाई करेगी।
पुलिस के इजाजत के बिना मार्च का किया था आयोजन: उल्लेखनीय है कि भीम आर्मी के प्रमुख को दिल्ली की अदालत ने 21 दिसंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। आजाद के संगठन ने 20 दिसंबर को पुलिस की अनुमति के बिना सीएए के खिलाफ जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च का आयोजन किया था।