Congress Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) इस समय पंजाब में है। शनिवार को राहुल गांधी यात्रा के तहत लुधियाना से कपूरथला तक का सफर तय करेंगे। इस बीच उन्होंने ओपन लेटर लिखकर लोगों को देश में स्थायी आर्थिक संकट पैदा होने की चेतावनी दी है।
Rahul Gandhi ने देश में आर्थिक संकट की दी चेतावनी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को लोगों को केंद्र में वर्तमान सरकार के तहत देश में स्थायी आर्थिक संकट पैदा होने की चेतावनी दी। उन्होंने देश में लोगों को संबोधित एक पत्र में कहा, “एक स्पष्ट आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। युवाओं में बेरोजगारी, असहनीय मूल्य वृद्धि, गंभीर कृषि संकट, और देश की संपत्ति पर पूरी तरह से कॉर्पोरेट कब्जा। लोग अपनी नौकरी खोने के बारे में चिंतित हैं, उनकी आय गिर रही है। साथ ही उनका बेहतर भविष्य का सपना बिखर रहा है। देश भर में निराशा की गहरी भावना है।”
राहुल गांधी ने लिखा ओपन लेटर (Rahul Gandhi Open Letter)
कांग्रेस की 3500 किलोमीटर लंबी यात्रा अपने अंत के करीब है। जिससे पहले पार्टी सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को देश के नागरिकों को एक पत्र में संबोधित किया। यह ओपन लेटर पार्टी के आगामी हाथ से हाथ जोड़ो अभियान (Haath Se Haath Jodo Abhiyaan) के तहत नागरिकों को घर-घर सौंपा जाएगा।
राहुल गांधी का पत्र घर-घर जाकर लोगों को सौंपेंगे Congress कार्यकर्ता
कांग्रेस नेता और महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने शुक्रवार को दिल्ली में मीडियाकर्मियों को भारत जोड़ो यात्रा के बाद 26 जनवरी से 26 मार्च तक हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के बारे में जानकारी दी और कहा कि कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और राहुल गांधी का पत्र लोगों को सौंपेंगे। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत, पार्टी का लक्ष्य इस पत्र को सौंपने के लिए लगभग 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 6 लाख गांवों और 10 लाख से अधिक मतदान केंद्रों को कवर करना है।
Bharat Jodo Yatra ने सिखाया व्यक्तिगत और राजनीतिक जीव का लक्ष्य
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के तहत करीब 3500 किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं। इस बीच उन्होंने ओपन लेटर लिखकर यात्रा के अनुभवों को साझा किया। राहुल गांधी ने बताया कि उनके व्यक्तिगत और राजनीतिक जीव का लक्ष्य क्या है। राहुल गांधी ने कहा, ”भारत जोड़ो यात्रा ने उन्हें सिखाया है कि मेरे व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन का लक्ष्य एक ही है- हक की लड़ाई में कमजोरों का ढाल बनना और जिनकी आवाज दबाई जा रही है, उनकी आवाज उठाना।”