Bharat Jodo Yatra Congress: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार (20 जनवरी) को जम्मू-कश्मीर के कठुआ से शुरू हुई। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी में काली जैकेट पहने राहुल गांधी ने सुबह भारी भीड़ के साथ जम्मू-कश्मीर के कठुआ से पदयात्रा शुरू की। जम्मू-कश्मीर की ठंड में आज राहुल जैकेट पहने नजर आए। इस दौरान एक रिपोर्टर ने उनसे सवाल किया कि आप जैकेट पहने हैं, क्या आपको ठंड लग रही है?
जैकेट पहने नजर आए Rahul Gandhi
कठुआ में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक रिपोर्टर ने राहुल गांधी से जैकेट पहनने और ठंड को लेकर सवाल किया, जिसका कांग्रेस सांसद ने कोई जवाब नहीं दिया। रिपोर्टर ने तीन बार उनसे पूछा कि क्या आपको ठंड लग रही है? पर राहुल गांधी ने कोई जवाब नहीं दिया। बार-बार सवाल दोहराने पर सुरक्षाकर्मियों ने रिपोर्टर को किनारे कर दिया।
Sanjay Raut भी हुए शामिल
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत भी यात्रा में शामिल हुए। शिवसेना नेता ने कहा, “मैं शिवसेना की तरफ से आया हूं। देश का माहौल बदल रहा है और मैं राहुल गांधी को आवाज़ उठाने वाले नेता की तरह देखता हूं। उनके समर्थन में भीड़ उमड़ रही है और लोग जुड़ रहे हैं।”
मुझे ठंड से डर नहीं लगता- Rahul Gandhi
दरअसल, इससे पहले ठंड में भी जैकेट न पहनने और टीशर्ट में घूमने पर राहुल गांधी ने कहा था, “टी-शर्ट को लेकर इतना बवाल क्यों है? मैं स्वेटर नहीं पहनता क्योंकि मुझे सर्दी से डर नहीं लगता। ठंड लगने के बाद मैं स्वेटर पहनने की सोच रहा हूं।”
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यह भी कहा था, “मैं भारत जोड़ो यात्रा में टी-शर्ट पहनकर चलता हूं। यात्रा में मेरे साथ गरीब किसान मजदूरों के कई बच्चे फटे कपड़े पहनकर चलते हैं। लेकिन मीडिया यह नहीं पूछता कि सर्दी के मौसम में गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे बिना स्वेटर/जैकेट के क्यों चल रहे हैं?”
Rahul योगी की तरह हैं
वहीं, राहुल के जैकेट न पहनने पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था, “राहुल गांधी अलौकिक हैं। जबकि हम ठंड में ठिठुर रहे हैं और जैकेट पहन रहे हैं, वह टी-शर्ट में भारत जोड़ो यात्रा के लिए बाहर जा रहे हैं। वह एक योगी की तरह हैं जो अपनी तपस्या ध्यान से कर रहे हैं।”
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) भी गुरुवार को राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू कश्मीर में दाखिल होने पर उनका स्वागत करने पहुंचे थे। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “यात्रा देश के फायदे के लिए है और अगर मैं युवा होता, तो मैं यात्रा की शुरुआत से ही राहुल गांधी के साथ चलता। मैं उम्रदराज हूं और लगातार नहीं चल सकता।’’