Bharat Bandh: सफल रहा कांग्रेस का भारत बंद? जानें कहां-कहां पड़ा असर
भारत बंद, Bharat Bandh Today 10th September 2018, Congress Diesel Petrol Price Hike Protest News Updates: यह बंद तेल कीमतों में भारी इजाफे और रुपये में लगातार हो रही गिरावट के खिलाफ आयोजित किया गया था।

भारत बंद, Bharat Bandh Today 10th September 2018, Congress Diesel Petrol Price Hike Protest News Updates: तेल के दामों में लगातार बढ़ोतरी और डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपए के मसले पर कांग्रेस ने सोमवार (10 सितंबर) को भारत बंद बुलाया। देश की राजधानी नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने 1.8 किमी लंबा पैदल मार्च निकाला, जिसमें कई विपक्षी दलों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और अरुणाचल प्रदेश में इस बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। वहीं, मिजोरम में यह बंद सामान्य जनजीवन को प्रभावित न कर सका। खुद राज्य कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) इस बंद में शामिल नहीं हुई। हालांकि, ओडिशा में कई जगहों पर बंद से जुड़े प्रदर्शनों के दौरान रेल मार्ग बाधित किए गए।
उधर, मध्य प्रदेश में आईजी लॉ एंड ऑर्डर मकरंद देवसकर ने सोमवार शाम को बताया, “राज्य में भारत बंद शांतिपूर्ण ढंग से हुए। 110-115 लोग गिरफ्तार किए गए। इस संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। उज्जैन, कटनी और जबलपुर में कुछ मामलों में केस भी दर्ज किए गए।” वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता डॉ.संबित पात्रा ने भारत बंद को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, “आज जानबूझ कर भारत बंद का आह्वान किया गया, क्योंकि कांग्रेस को पता था कि हाईकोर्ट में नेशनल हेराल्ड मामले में सुनवाई चल रही है। आज ही के दिन उस सुनवाई का नतीजा आना था। दिल्ली हाईकोर्ट ने साफ कर दिया है कि कैसे गांधी परिवार के लोग देश की आंखों में धूल झोंककर देश की जनता की कमाई लूट रहे थे।”
वहीं, कांग्रेसी नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "आज का भारत बंद देशभर में सफल हुआ। कांग्रेस ने इससे पहले कभी भी बंद नहीं बुलाया था। हम यहां तक कि बंद में यकीन भी नहीं रखते थे। लेकिन मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह स्थिति बनी। जनता ने भारत बंद में हिस्सा लिया और सरकार को सबक सिखाया। कम से कम अभी तो सरकार को तेल के दाम घटाने चाहिए। लेकिन उन्हें इसकी रत्ती भर भी चिंता नहीं है। ऐसे में हम सबको लोकतंत्र को बचाना होगा। यह खतरे में है।"
तेल के आसमान छूते दामों के बीच आंध्र प्रदेश में लोगों को थोड़ी राहत देने वाला फैसला लिया गया है। सोमवार (10 सितंबर) शाम मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने ऐलान किया कि राज्य में पेट्रोल और डीजल के दाम में दो रुपए घटाए जाएंगे। यहां पर तेल के संशोधित दाम मंगलवार (11 सितंबर) सुबह से प्रभाव में आ जाएंगे। आज शाम तक इस संबंध में राज्य सरकार लिखित आदेश भी जारी करेगी।
कांग्रेस के अलावा जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस), तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, (एनसीपी), लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी), राष्ट्रीय लोक दल, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) उन विपक्षी पाटिर्यों में रहे, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने और डॉलर की अपेक्षा रुपये की कीमत कम होने के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को भारत बंद बुलाया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बंद में भाग लेने राजघाट पहुंचे। कैलास मानसरोवर यात्रा से लौटने के बाद से राहुल की यह पहली सार्वजनिक मौजूदगी थी। राजघाट और जाकिर हुसैन कॉलेज के बीच 1.8 किलोमीटर लंबा मार्च निकाला गया।
फारुक अब्दुल्ला ने कहा है, "आज जो सत्ता में हैं, अगर आप उनके 2012 के भाषण सुनेंगे तो वे उनमें पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर खूब चिल्लाए थे। आज तेल के दाम आसामान छू रहे हैं और रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रहा है। हम संकट में हैं।"
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी आज शाम केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से दिल्ली में मिले। कुमारस्वामी ने इस दौरान केंद्रीय मंत्री को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया।
बिहार के जहानाबाद जिले में एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से उसमें सवार एक मासूम की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, गया जिले के वालाविगहा गांव निवासी प्रमोद मांझी की दो वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी की सोमवार को इलाज के अभाव में जहानाबाद में मौत हो गई। मांझी ने कहा कि उनकी बेटी पिछले दो दिनों से डायरिया से पीड़ित थी और वह उसे चिकित्सक से दिखाने के लिए जहानाबाद लेकर आ रहे थे परंतु बंद के कारण उन्हें गांव से काफी दूर तक कोई वाहन नहीं मिला।
पटना के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में जनअधिकार पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और रेल पटरी को जाम कर दिया। इसके बाद सड़कों पर निकले कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के शीशे तोड़े गए। कर्नाटक, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल में इसका असर देखने को मिल रहा है। कलबुर्गी में राज्य परिवहन की बस सेवाएं रोक दी गई हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संबलपुर में ट्रेन रोकी और भुवनेश्वर में विपक्षी दल सड़कों पर मार्च निकाल रहे हैं। विशाखापट्नम में सीपीआई (एम) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है, "मुझे लगता है कि पेट्रोल का मैक्रोनॉमिक दाम 40 रुपए होना चाहिए। प्रधानमंत्री को पेट्रोलियम मंत्री से इस संबंध में आर्थिक मामलों के मंत्रालय के हिस्से के रूप में विचार करने के लिए कहना चाहिए। न कि पेट्रोलियम मंत्री के रूप में। उन्हें पेट्रोल के दाम इतने नहीं बढ़ाने चाहिए कि लोग विद्रोह करने पर उतारू हो जाएं।"
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को अगले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए विपक्ष से एकजुट होने का आग्रह किया। उन्होंने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और किसानों की परेशानी के कारण देशभर में छाई संकट की स्थिति के लिए मोदी सरकार पर हमला बोला। मनमोहन सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार वर्ष 2014 के चुनाव से पहले लोगों से किए गए वादों को पूरा करने और ईंधन की कीमतों को नियंत्रित करने में बुरी तरह असफल रही है।
मनमोहन सिंह ने रामलीला मैदान में आयोजित विरोध रैली में कहा, "परिस्थितियों से पता चलता है कि स्थिति अब नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। किसान, व्यापारी, युवा अपने-अपने क्षेत्र में संकट झेल रहे हैं। सरकार आम लोगों से किए अपने वादों को पूरा करने में बुरी तरह नाकाम रही है।" उन्होंने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी सरकार ने कई सारे ऐसे काम किये हैं जो देश हित में नहीं हैं और इस सरकार ने अब सारी सीमाएं पार कर दी है।"
कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों द्वारा तेल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद का पश्चिम बंगाल में कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है और यातायात सुचारू रूप से जारी है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पहले हड़ताल का विरोध किया था और कहा था कि राज्य सरकार लोगों के जीवन को प्रभावित होने से बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी। कोलकाता में अधिकतर दुकानें और बाजार खुले हैं। मेट्रो सेवा भी सामान्य रूप से जारी है। बड़ी संख्या में सार्वजनिक और निजी बसें शहर के श्यामबाजार, एस्पलेनेड क्रॉसिंग, जादवपुर और रूबी क्रॉसिंग जैसे मुख्य स्थलों पर परिचालित हो रही हैं।
पूर्वी रेलवे के अंतर्गत सियालदाह और हावड़ा सेक्शन में ट्रेन सेवा अस्थाई रूप से बाधित हुई क्योंकि हड़ताल समर्थकों ने जादवपुर और श्रीरामपुर स्टेशनों पर रेल परिचालन को अवरुद्ध कर दिया था हालांकि उन्हें आधे घंटे के भीतर पुलिस द्वारा हटा दिया गया। अभी तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
योगी ने कहा, "विपक्ष को चाहिए कि वह सही मायने में विकास के मुद्दे पर सरकार का सहयोगी बने, क्योंकि अगर वे इसी तरह नकारात्मक भूमिका अपनाए रहे तो आने वाले दिनों में वे विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं बचेंगे और विपक्ष के रूप में उनका महत्व खत्म हो जाएगा।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत बंद को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि यदि वे इसी तरह नकारात्मक भूमिका अपनाए रहे तो आने वाले दिनों में वे विपक्ष में भी बैठने लायक नहीं बचेंगे और विपक्ष के रूप में उनका महत्व भी खत्म हो जाएगा। योगी ने राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत के जयंती समारोह में शामिल होने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा, "विपक्ष का यह भारत बंद उनकी हताशा और निराशा को दिखाता है। आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गांव, गरीब, महिला, किसान व नौजवानों को मिल रहा है तो इससे निराश विपक्ष से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती। भगवान उनको सद्बुद्घि दें।" मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास नीति, नेतृत्व व आगामी कार्यो के लिए कोई रणनीति नहीं है, इसलिए वे भारत बंद जैसे नकारात्मक तरीके अपना रहे हैं।
भारत बंद से ओडिशा में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है। भुवनेश्वर सहित राज्य के अन्य जगहों पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। कई जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क जाम करने से सड़क यातायात पर असर पड़ा है। पूरे भारत में बंद की वजह से ट्रेन सेवा भी प्रभावित हुई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वर, कटक, संबलपुर, राउरकेला, बालांगीर और भद्रक में रेल रोको प्रदर्शन किया। पूर्वी तटीय रेलवे ने राज्य में 12 ट्रेनों को स्थगित कर दिया है। बंद की वजह से बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (बीपीटीयू) में सभी व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं रद्द कर दी है, वहीं स्कूलों व कॉलेजों को बंद रखा गया है। पुरी के कोणार्क मंदिर में पर्यटक अंदर नहीं जा सके, क्योंकि कांग्रेस और माकपा कार्यकर्ताओं ने टिकट काउंटर बाधित कर दिया है। एनएच 316 के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मार्ग अवरुद्ध करने की वजह से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय को पिपली में रोक दिया गया।
ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरुद्ध कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा बुलाए गए बंद से कर्नाटक में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है। पूरे राज्य में सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "हमारे बंद को लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है क्योंकि पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों ने सभी को, खासकर गरीबों को प्रभावित किया है।"स्कूल व कॉलेज बंद हैं। राज्य व केंद्र सरकार के कार्यालय खुले हैं। बेंगलुरु में वैश्विक सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस और विप्रो में कामकाज सामान्य रूप से चला। सत्तारूढ़ जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) ने अपने गठबंधन के साथी कांग्रेस के बंद का समर्थन किया है। जेडी-एस और कन्नड़ समर्थक संगठन कन्नड़ वेदिक पक्षा (केवीपी) के कार्यकर्ताओं को रेस्तरां, दुकानों व पेट्रोल पंपों को बंद कराते हुए देखा गया। कई मल्टीप्लैक्स और मॉल कामकाज के लिए नहीं खुले। बैंकों के कामकाज पर भी असर पड़ा।
महाराष्ट्र में आज पेट्रोल की कीमतें अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। परभणी में सोमवार को पेट्रोल की कीमतें 89.97 रुपये तक पुहंच गई, जो भारत में सर्वाधिक है। परभणी जिला पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (पीडीपीडीए) के अध्यक्ष संजय देशमुख ने कहा कि पेट्रोल 90 रुपये प्रति लीटर (89.97 रुपये) के आंकड़े को छूने के करीब है, जबकि सोमवार को डीजल की कीमत 77.92 रुपये हो गई। ऑल इंडिया पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (एआईपीडीए) के प्रवक्ता अली दारुवाला ने बताया कि विभिन्न स्थानीय करों को जोड़कर महाराष्ट्र में कहीं और पेट्रोल की कीमत 88 रुपये और डीजल की कीमत 76 रुपये है।
मुंबई में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने हजारों कार्यकर्ताओं का अंधेरी स्टेशन बस डिपो के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए नेतृत्व किया और बाद में वे रेलवे पटरियों पर पहुंच गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। जैसा कि पुलिस ने अंधेरी में कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था कर रखी थी। पूर्व मंत्री नसीम खान, माणिकराव ठाकरे, सुरेश शेट्टी सहित कई नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए। हालांकि, उपनगरीय ट्रेनें, बेस्ट बसें, स्कूल और कॉलेज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। फिर भी कई इलाकों में ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। साथ ही कई जगह दुकानें भी बंद हैं।
राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नासिक और राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी आक्रामक विरोध प्रदर्शन किए। बंद को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, (एनएसपी) समाजवादी पार्टी, जनता दल (एस), आरपीआई (जी), पेजन्ट एंड वर्कर्स पार्टी, वामपंथी दल, स्वाभिमानी शेतकरी पार्टी, पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन हासिल है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डीजल एवं पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि और महंगाई को लेकर भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के लोगों का अहंकार है कि जनता महंगाई से परेशान है और भाजपा कह रही हैं कि वे अगले 50 साल तक सत्ता में रहेंगे। अखिलेश पार्टी कार्यालय में सोमवार को प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत के जन्मदिन पर उन्हें श्रद्घांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ती जा रही है और आज जब इस मुद्दे पर भारत बंद किया गया है तो भी उन्होंने पेट्रोल-डीजलके दाम बढ़ा दिए हैं। भाजपा के लोग तो ये भी कह सकते हैं कि महंगाई होगी तो ही विकास होगा।
पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई के विरोध में कांग्रेस के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारत बंद का आंशिक असर दिखाई दे रहा है। विपक्षियों के बंद को देखते हुए सरकार की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। इस बीच लखनऊ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, विधायक आराधना शुक्ला सहित अन्य कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुबह हजरतगंज स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में माथा टेककर आंदोलन की शुरुआत की। इसके बाद कांग्रेसियों ने पेट्रोल पंपों पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए कांग्रेसी पेट्रोल पंपों पर पहुंचे और वहीं धरने पर बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं, जो पेट्रोल पंप खुले हैं, कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें बंद करा रहे हैं।
प्रदर्शन को देखते हुए पूरे लखनऊ में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। हजरतगंज में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान तैनात हैं। इनके अलावा जगह-जगह पुलिस भी मुस्तैद है। वहीं, लखनऊ के अलावा अन्य जिलों में भी भारत बंद का मिला जुला असर दिखाई दे रहा है।
कांग्रेस द्वारा आहूत और कई पार्टियों द्वारा समर्थित 'भारत बंद' का सोमवार को झारखंड में मिला-जुला असर देखने को मिला। कांग्रेस द्वारा आह्वान किए गए बंद का झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातंत्रिक और वामपंथी दलों ने समर्थन किया है। रांची में स्कूल और कुछ दुकानें बंद हैं। लंबे मार्ग वाली बसें नहीं चल रही हैं और जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। गिरिडीह जिले में वामपंथी दलों के बंद समर्थकों ने सिमरदीह में जीटी रोड जाम कर दिया। दो घंटों के बाद पुलिस ने जाम हटाया। हजारीबाग और जमशेदपुर जिलों में भी बंद का प्रभाव दिखाई दे रहा है।
राज्य में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है क्योंकि कांग्रेस, झामुमो और अन्य विपक्षी दलों के समर्थक सड़कों पर उतरे हुए हैं। आम जनता पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ हैं लेकिन बंद के खिलाफ भी है।
पंजाब में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, पटियाला, भठिंडा, फिरोजपुर और अन्य शहरों में किए गए। लुधियाना में प्रदर्शन की अगुवाई सांसद रणवीत सिंह बिट्ट ने की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2014 में लोगों से किए गए किसी भी वादे को निभाने में विफल रही है। उन्होंने कहा,"ईंधन की बढ़ती कीमतें सभी को, खासकर आम आदमी पर असर डालती है।" कांग्रेस नेता ने कहा कि पंजाब में किसान डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। ट्यूबवेल व ट्रैक्टर डीजल से चलते हैं, जिस वजह से किसानों को बहुत पेरशानी हो रही है। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूतला फूंका।
मार्च समाप्त होने के बाद सभी विपक्षी नेता रामलीला मैदान के पास एक इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पास एकत्र हो गए, जहां संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद थे। बाद में, 200 से अधिक नेता और समर्थक मैदान पर जुट गए, जहां मनमोहन सिंह और अन्य ने कीमतों में वृद्धि को रोकने में विफल केंद्र सरकार के खिलाफ हमला बोला। इससे पहले कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा था, "ईंधन की बढ़ी कीमतें और रुपये के मूल्य में गिरावट से पता चलता है कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में पूरी तरह असफल रही है।"
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना को छोड़कर सभी पार्टियां बढ़ी कीमतों को लेकर आहूत विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने हजारों कार्यकर्ताओं का अंधेरी स्टेशन बस डिपो के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए नेतृत्व किया और बाद में वे रेलवे पटरियों पर पहुंच गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। जैसा कि पुलिस ने अंधेरी में कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था कर रखी थी। पूर्व मंत्री नसीम खान, माणिकराव ठाकरे, सुरेश शेट्टी सहित कई नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए। हालांकि, उपनगरीय ट्रेनें, बेस्ट बसें, स्कूल और कॉलेज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। फिर भी कई इलाकों में दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहें। राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नासिक और राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी आक्रामक विरोध प्रदर्शन किए।
भारत बंद का सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। जम्मू में कांग्रेस कार्यकातओं ने आर.एस. पुरा इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। शहर में दुकानें, सार्वजनिक परिवहन, व्यवसाय और शैक्षणिक संस्थान सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में बंद का कोई असर नहीं दिखा। हालांकि, निवासियों ने तेल की बढ़ती कीमतों पर नाराजगी जाहिर की। एक सरकारी कर्मचारी इरफान भट ने कहा,"पेट्रोल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। यहां तक कि स्कूटर का उपयोग करना भी एक लग्जरी बन गया है।" एक अन्य निवासी ने कहा,"सामाजिक समारोहों में जाने से पहले योजना बनानी पड़ रही है कि वाहन लेकर जाएं या नहीं।"
बेगूसराय, आरा में बंद समर्थकों ने रेल मार्गों को ठप किया गया। बांका जिले में भी राजद कार्यकर्ताओं ने बांका इंटरसिटी ट्रेन को रोक दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बक्सर, रोहतास जिले में बंद समर्थकों ने सड़कें जाम कर दी हैं। वहीं, सीवान, बेगूसराय में वामपंथी दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। नालंदा, भोजपुर, गया, सारण जिले में भी बंद समर्थकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। इधर, बंद को लेकर पटना सहित राज्य के कई जिलों में कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। पटना में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और अन्य क्षेत्रों में बंद के लिए रैली निकली। भारत बंद को लेकर हालांकि राज्य में पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। बिहार के कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक दिवसीय भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारी सुबह से ही सड़कों पर उतर आए और सड़क जाम कर दी। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए तथा केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए गए। कई स्थानों पर लोग रेल की पटरी को भी बाधित किया। पटना के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में जनअधिकार पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और रेल पटरी को जाम कर दिया। इसके बाद सड़कों पर निकले कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के शीशे तोड़े गए।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा ईंधन के मूल्यों में बेतहाशा वृद्घि को लेकर सोमवार को बुलाए गए भारत बंद से बिहार में आवागमन प्रभावित हुआ है। एकदिवसीय भारत बंद के दौरान बंद समर्थक कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था ठप पड़ गई है। राज्य के गया, पटना, भोजपुर, दरभंगा सहित विभिन्न इलाकों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और मूल्य वृद्घि को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। बिहार में इस बंद में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, सभी वामपंथी दल सहित कई अन्य विपक्ष की पार्टियां शामिल हैं।
भारत बंद पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एएनआई से कहा, ''भारत बंद नहीं होगा, वह आगे बढ़ता रहेगा। कोई कांग्रेस की इस आवाज को नहीं सुन रहा। उनका महागठबंधन का गुब्बारा भी जल्द फूट जाएगा।'' यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ''हताश विपक्ष के पास कोई रणनीति या नेतृत्व नहीं है। मैं आशा करता हूं कि भगवाान उन्हें सद्बुद्धि दे ताकि वह सही-गलत में फर्क कर सकें वर्ना वह विपक्ष की भूमिका भी गंवा बैठेंगे।''
कांग्रेस द्वारा आहूत बंद का प्रभाव राज्य की राजधानी शिमला और सोलन जिले के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र और सिरमौर में काला अंब में अधिक है। सोलन, धर्मशाला, कांगड़ा, पालमपुर, मंडी, रामपुर, कुल्लू और ऊना और हमीरपुर में बंद का असर आंशिक रूप से है। एक कांग्रेस नेता ने बताया, "विरोध प्रदर्शन राज्य में किसी को भी अपनी दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद करने के लिए मजबूर किए बिना शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है।"
दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने बड़ी जनसभा का आयोजन किया है। यहां पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने एनडीए सरकार पर हमला किया। पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि 'मोदी तेल की बढ़ती कीमतों, बलात्कार, हिंसा पर कुछ नहीं बोलते। देश जो सुनना चाहता है, पीएम उसपर कुछ नहीं बोलते।'
तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) इस बंद का समर्थन नहीं कर रही है। आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) हालांकि आधिकारिक तौर पर बंद का समर्थन नहीं कर रही है लेकिन दोनों राज्यों में इसके कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ विरोध में शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। इन्होंने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन और रैलियों का आयोजन किया।
तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में आहूत 'भारत बंद' का असर हिमाचल प्रदेश में सोमवार को आंशिक रूप से देखने को मिल रहा है। बैंकों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बड़े पैमाने पर खुले हुए हैं, जबकि कुछ शहरों में दुकानें बंद हैं। पुलिस अधिकारियों ने यहां बताया कि हालांकि, हड़ताल के कारण यातायात के प्रभावित होने की कोई खबर नहीं है और हिंसा की भी कोई खबर नहीं है। हालांकि, राज्य में निजी बस संचालक बस के किराए में वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सोमवार को ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद का आंशिक असर देखा गया। बस सेवाएं दोनों तेलुगू राज्यों में तड़के से ही प्रभावित हैं। कई निजी शैक्षणिक संस्थान भी बंद हैं। कांग्रेस और वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर बसों का परिचालन रोकने के लिए राज्य सड़क परिवहन निगमों के डिपो पर धरना दे रहे हैं। कांग्रेस, विपक्षी पार्टियों, जन सेना और इनसे जुड़े व्यापार संगठनों के नेता हैदराबाद और तेलंगाना व आंध्रप्रदेश के कस्बों में गिरफ्तार हुए। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव सलीम अहमद और श्रीनिवासन कृष्णन ने महबूबनगर और करीमनगर में विरोध प्रदर्शन किया।
रामलीला मैदान में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ''मोदी सरकार ने कई ऐसे फैसले किए जो देशहित में नहीं थे। इस सरकार को बदलने का समय जल्द जाएगा। उन्होंने ईंधन की कीमतों और महंगाई को लेकर विपक्ष से एकजुट रहने की भी अपील की।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में आहूत किए गए 'भारत बंद' के चलते सामान्य जनजीवन पर इसका कोई असर नहीं है। स्कूल, कॉलेज, निजी व सरकारी कार्यालय पहले की तरह खुले हैं और सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन नजर आ रहे हैं, लेकिन कम संख्या में। उपनगरीय ट्रेनें सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। राज्य में नागरकोइल, मन्नारगुडी, तिरुवरुर, सहित कुछ जगहों पर दुकानें बंद हैं। हालांकि, पड़ोसी राज्य कर्नाटक और केरल में बस सेवाओं पर असर पड़ा है। बसें सिर्फ तमिलनाडु की सीमा तक संचालित हो रही हैं, क्योंकि दोनों राज्यों में बंद को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
भारत बंद के मद्देनजर केरल के कोझिकोड़ स्थित रेलवे स्टेशन के निकट पुलिस यात्रियों से निजी कारों में पूलिंग कर एक-दूसरे की मदद की अपील कर रही है। एक ही रास्ते पर जा रहे कई लोग एक ही कार में बैठकर जा सकते हैं, इससे ट्रैफिक नियंत्रण में मदद मिलेगी। जो फंसे हुए हैं, उनकी मदद को पुलिस की बसें चक्कर लगा रही हैं। (Express photo by Vishnu Varma)
बिहार में सोमवार को ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के कारण रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ। इस बंद को राष्ट्रीय जनता दल (राजद), वामपंथी दल और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का समर्थन प्राप्त है। बिहार के विभिन्न हिस्सों में सोमवार सुबह से सैकड़ों कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। पटना, गया, भोजपुर, जहानाबाद, भागलपुर और मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशनों पर एक दर्जन लंबी दूरी की ट्रेनों को रोक दिया गया है। कई जगहों पर कार्यकर्ताओं को विरोध के लिए सड़कों पर जलते हुए टायर फेंके। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारे लगाए। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है। फिलहाल, कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष के कई नेता इकट्ठा हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के साथ एनसीपी नेता शरद पवार, बिहार के दिग्गज नेता शरद यादव मौजूद हैं।
एबीपी न्यूज के अनुसार, राजघाट पर राहुल गांधी ने कैलाश से लाया जल चढ़ाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजस्थान, महाराष्ट्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। झांसी, सीतामढ़ी, आरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी।
10 सितंबर को कांग्रेस के भारत बंद का छत्तीसगढ़ पर भी खासा असर होने के आसार हैं। छत्तीसगढ़ चैंबर के समर्थन की वजह से बंद के दौरान रायपुर समेत प्रदेशभर में सोमवार को कारोबार ठप रहेगा। रायपुर के लगभग सभी स्कूल-कालेजों में अघोषित छुट्टी हो गई है। राजधानी के पेट्रोल पंप, मॉल-मल्टीप्लेक्स और टाकीजें भी दोपहर 3 बजे के बाद खुलेंगी। बंद के दौरान बसों और ऑटो रिक्शों को भी रोका जाएगा। कांग्रेस ने केवल दवा दुकानों और मिल्क पार्लरों को ही बंद से मुक्त रखा है। बसें और ऑटोरिक्शे नहीं चलने के कारण स्कूल प्रबंधन ने सोमवार को कक्षाएं नहीं लगाने का फैसला लिया है। 10 तारीख की परीक्षाएं भी आगे बढ़ा दी गई हैं। राजधानी ऑटो और बस संघ ने बंद के समर्थन में दोपहर 3 बजे तक परिचालन बंद रखने का फैसला लिया है, इसलिए लोगों को आने-जाने का साधन नहीं मिलेगा। बंद से अस्पताल, दवाई दुकान, मिल्क पार्लर और कुछ घंटों में खराब होने वाली चीजों को छूट दी गई है।
गुजरात के भरूच में प्रदर्शनकारियों ने टायर फूंके और बसों की आवाजाही रोक दी। कई जगह पर ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बन गई है। वहीं पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर जन अधिकारी पार्टी लोकतांत्रकि के कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम किए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के अन्य नेताओं संग राजघाट से रामलीला मैदान की तरफ बढ़ रहे हैं।
पेट्रोल डीजल की कीमतें नई ऊंचाई पर और डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर होने से आर्थिक स्तर पर आम भारतीयों का दमखम सांसें भरने लगा है। कांग्रेस की ओर से इसी मुद्दे पर आज भारत बंद बुलाया गया है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी राजघाट पहुंचकर प्रदर्शन का हिस्सा बने।
बेंगलुरू : सूर्योदय से सूर्यास्त तक के इस बंद के मद्देनजर पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा चुस्त कर दी है, खासतौर से बेंगलुरू में। सुरक्षा के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और प्रमुख प्रतिष्ठानों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "शांतिपूर्व विरोध प्रदर्शनों और रैलियों की अनुमति रहेगी, लेकिन हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा है कि डॉलर के खिलाफ रुपये के कमजोर होने तथा आपूर्ति पक्ष की बाधाओं के कारण पेट्रोल-डीजल महंगे हो रहे हैं। प्रधान के मुताबिक, डॉलर के खिलाफ अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपया अधिक मजबूती से टिका हुआ है। मंत्री ने कहा, "आज अन्य मुद्राओं की तुलना में भारतीय मुद्रा सबसे अधिक मजबूत है, लेकिन हम तेल की खरीद डॉलर में करते हैं। इसलिए हमारे सामने समस्या पैदा हो रही है।" शुक्रवार को रुपया डॉलर के खिलाफ 73 पैसे गिरकर 71.73 रुपये प्रति डॉलर रहा, जबकि पिछले हफ्ते यह 71 पर बंद हुआ था। उन्होंने आगे कहा पेट्रोलियम निर्यात करनेवाले देशों के संगठन ने एक जुलाई से आपूर्ति बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उनके कुछ सदस्य देशों में आंतरिक समस्याओं के कारण ऐसा करने में सक्षम नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार, कमजोर रुपया और ऊंचे उत्पाद शुल्क के कारण तेल कीमतों में वृद्धि हो रही है। मुद्रा के मोर्चे पर भारतीय रुपया शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में डॉलर के मुकाबले 71 रुपये से ऊपर था। हालांकि यह इसके पूर्व के कारोबार के 71.99 रुपये प्रति डॉलर के मुकाबले 26 पैसे मजबूती के साथ बंद हुआ था। कमजोर रुपये के अलावा वैश्विक कच्चे तेल की ऊंची कीमत देश के लिए एक प्रमुख चिंता बन गया है, जो अधिकांश तेल का आयात करता है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस के भारत बंद में शामिल नहीं होगी। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, "यद्यपि मुद्दा सही है, लेकिन कांग्रेस को ईंधन मूल्य वृद्धि और भारतीय रुपये में गिरावट के मुद्दे पर कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इस बात को हजम कर पाना कठिन है कि कांग्रेस भारत बंद का आह्वान कर रही है।" भारद्वाज ने ठीक यहीं पर मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस की नीतियों को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि और भारतीय रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को रोकने में अपनी विफलता के जरिए नागरिकों पर जुर्म कर रही है।" उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मूल्य वृद्धि रोकने में पूरी तरह विफल रही है। भारद्वाज ने कहा, "या तो इस सरकार को देश की आर्थिक हालात की समझ नहीं है या यह जानबूझकर आम आदमी की कीमत पर अपने खजाने भर रही है।"
कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को कहा कि पार्टी चाहती है कि डीजल और पेट्रोल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाया जाए जिससे इनकी कीमतों में 15 से 18 रुपये की कमी आएगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क और राज्यों में अत्यधिक वीएटी (वैट) दरों में तत्काल कमी लाई जानी चाहिए। माकन ने संवाददाताओं को बताया कि विरोध प्रदर्शन में लगभग 20 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने पिछले चार साल में ईंधन पर उत्पाद शुल्क लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है और सरकारी खजाना भरने के लिए यह राशि आम आदमी से ली है।
तेलंगाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भुवनगिरि जिले के भोनगीर में प्रदर्शन किया। तेल की कीमतों के खिलाफ हैदराबाद में भी पार्टी कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। भुवनेश्वर में विभिन्न जगहों पर विरोधी दल प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर-पूर्वी कर्नाटक सड़क परिवहन की बसें आज नहीं चल रही हैं। ओडिशा के संबलपुर में लेफ्ट कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी।