अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पंजाब से निकला बागी तराना
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल को एक और विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है। इस बार पंजाब से पार्टी सांसदों ने उनके खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल को एक और विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है। इस बार पंजाब से पार्टी सांसदों ने उनके खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया है।
प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के पार्टी से निष्कासन के बाद से चुप्पी साधे उनके नजदीकी पटियाला के सांसद डॉ धर्मवीर गांधी ने आप के केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह की आवाज बुलंद कर दी है। मुद्दा पार्टी की राज्य इकाई के पुनर्गठन को लेकर है।
गांधी ने हालांकि दोनों नेताओं के निष्कासन के बाद खामोश रहना ठीक समझा था, लेकिन आज उन्होंने आप की कार्यप्रणाली को अलोकतांत्रिक और निरंकुश बताते हुए कहा कि यह कार्यप्रणाली उन पर और लोकसभा में उनके अन्य सहयोगियों पर लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि पार्टी ने राज्य के चारों सासंदों को नजरअंदाज करते हुए पुनर्गठन का जिम्मा 13 अन्य नेताओं को सौंप दिया। इनमें से कुछ की तो विश्वसनीयता भी संदिग्ध है।
श्रीनगर से फोन पर जनसत्ता से बातचीत में आप सांसद ने कहा, ‘यह सिद्धांतों की लड़ाई है। मुझे अपने सिद्धांतों से प्रिय कुछ भी नहीं है। संसद में मैं अपनी जगह को भी इसके ऊपर तरजीह नहीं दूंगा।’ गांधी ने पहले यह फैसला किया था कि वे पटियाला की जनता की खातिर पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे क्योंकि जनता ने ही उन्हें इस उम्मीद से जिताया था कि वे उनकी मुसीबतों को संसद में उठाएंगे।
राज्य में पार्टी के प्रभारी संजय सिंह द्वारा शनिवार को राज्य इकाई के पुनर्गठन की घोषणा पर रोष जताते हुए गांधी ने कहा, ‘इसमें चारों सांसदों को नजरअंदाज किया गया है। जब उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो केजरीवाल ने उनके चुनाव हलकों से उनकी रिपोर्ट मांगी।’
आप के राज्य संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा, ‘जब से छोटेपुर संयोजक बने हैं, तब से उन्होंने अपने ही लोगों की टीम गठित कर ली है। उन्होंने पार्टी में बंटवारा कर दिया है। हमने फरीदकोट से सांसद साधुसिंह से बात कर ली है। फतेहगढ़ साहिब से पार्टी सासंद हरिंदर सिंह खालसा ने इस बाबत संजय सिंह को खुला खत लिखकर रोष जताया है। इस लड़ाई में हम सब इकट्ठे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘भगवंत मान फिलहाल कनाडा में हैं। अभी उनसे बात नहीं हो पाई है। जैसे ही वे वापस आएंगे हम उनसे भी संपर्क करेंगे। पंजाब में पार्टी के अन्य सांसदों से बात नहीं हो पाई है। मान केजरीवाल के प्रशंसक हैं। यह देखा जाएगा कि इस मुद्दे पर उनका क्या रुख रहता है।’
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