Bageshwar Dham Dhirendra Shastri News: बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों जबदरदस्त सुर्खियों में हैं। हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर में हुए उनके कार्यक्रम को लेकर विवादों का दौर जारी है। इस बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक नया वीडियो जारी कर किया। उन्होंने वीडियो में अपने समर्थकों से कहा कि जब से उन्होंने घर वापसी का मुद्दा उठाया तब से षड्यंत्र बढ़ते ही जा रहे हैं लेकिन पीछे नहीं हटना है, बहुत सक्रिय होना है।
उन्होंने नागपुर विषय पर विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि आपने कभी दूसरे धर्म के लोगों पर सवाल क्यों नहीं उठाए। हमारी हनुमान जी के प्रति निजी श्रद्धा है। हमें ज्यादा सफाई नहीं देना है, हम धर्मांतरण रोकेंगे, हम घर वापसी करवाएंगे, हम सनातन की बात करेंगे। ये तो अभी ट्रेलर है, अभी बड़ी-बड़ी चुनौतियों आएंगी। आइए आपको बताते हैं पंडित धीरेंद्र शास्त्री के वो बयान जिनकी वजह से हो चुका है विवाद।
बुलडोजर खरीदकर पत्थर चलाने वालों पर चलाएंगे – अपने एक कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम प्रार्थना करेंगे सनातनी हिंदुओं से कि एक हो जाओ। अगर तुम नहीं जागे तो ये तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा। इसलिए निवेदन है कि सब हिंदू एक हो जाओ और पत्थर मारने वालों पर बुलडोजर चलवाओ। कुछ दिन बाद हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं। अभी पैसे नहीं हैं वर्ना हम भी बुलडोजर खरीदेंगे और राम के काज पर और सनातनी महात्माओं पर और संतों पर पत्थर चलाएगा, हम उसपर बुलडोजर चलाएंगे।
भारत अकबर का देश नहीं सन्यासियों का देश – श्रद्धा मर्डर केस पर धीरेंद्र शास्त्री ने अपने कार्यक्रम में कहा कि हम चुप नहीं रहेंगे। अपनी बटियों पर अत्याचार नहीं होने देंगे। यहां तक तो ठीक था। इसके बाद उन्होंने कहा कि भारत अकबर का देश नहीं है। भारत सुभाष चंद्र बोस और चंद्रशेखर आजाद का देश है। भारत संतों-सन्यासियों का देश है। हम सनातन के खिलाफ नहीं सुन सकते।
साईं बाबा पर दिया विवादित बयान- बागेश्वर बाबा ने एक कार्यक्रम में कहा कि कोर्ट ने कहा है कि साईं बाबा, सनातनी नहीं हैं, हिंदू नहीं हैं और शंकराचार्य जी से भी माफी भी मांगी है। साईं बाबा भगवान नहीं हैं। इंसान कभी नहीं हो सकता है। राम-राम हैं। हनुमान-हनुमान हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, धीरेंद्र शास्त्री ने एक कार्यक्रम में साईं बाबा का नाम लिए बिना कहा कि जब पूजा करने के लिए अपने 33 कोटि देवी-देवता हैं तो फिर किसी चांद मियां को पूजने की क्या जरूरत है।