Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) इन दिनों काफी चर्चा में हैं। अपने विवादित बयानों के चलते धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। इन सब के बीच रविवार (5 फरवरी) को दिल्ली के जंतर-मंतर पर बाबा बागेश्वर के समर्थन में धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। रविवार सुबह 10 बजे से धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन को लेकर एक पोस्टर भी जारी किया गया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Dhirendra Shastri ने भारत को बताया हिंदू राष्ट्र
दरअसल, बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री ने सनातन धर्म को लेकर दिए अपने एक बयान में कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र था और हिंदू राष्ट्र ही रहेगा, बस घोषणा की जरूरत है। धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान का कई साधु-संतों ने समर्थन किया था। जिसके बाद अब उनके समर्थन में धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में साधु-संतों के शामिल होने की संभावना है।
कटनी के यूथ मुस्लिम संघ ने किया Bageshwar Baba का समर्थन
वहीं, कटनी के यूथ मुस्लिम संघ के सदस्यों ने भी बागेश्वर बाबा का समर्थन करते हुए भारत सरकार के गृह मंत्रालय के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में यूथ मुस्लिम संघ के अध्यक्ष अरशद मंसूरी ने कहा कि हमारा पूरा देश संतों का है, हम संतों का सम्मान करते हैं और संतों पर कोई टिप्पणी करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हम बागेश्वर धाम के समर्थन में हैं और यूथ मुस्लिम संघ देश के साधु-संतों के खिलाफ बोलने वालों का विरोध करेगा और सड़कों पर भी उतरेगा।
वहीं, प्रयागराज के संगम पर माघ मेले में अपने संबोधन में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि अगर हम सब साथ हों तो भारत हिंदू राष्ट्र होगा। उन्होंने कहा था, “अब हिंदू राष्ट्र का बिगुल बजा दो। आओ जातिवाद को तोड़कर हम सब हिंदू एक हों। मैं ना तो राजनेता हूं ना राजनीति करता हूं और ना ही मीडिया में जगह पाने के लिए हिंदू राष्ट्र की बात कर रहा हूं। मैं यहां से सिर्फ और सिर्फ एक ही प्रार्थना कर रहा हूं। यह प्रार्थना हिंदू राष्ट्र के लिए है।”
Dhirendra Shastri पर लगा था अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर नागपुर में अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा था। जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि, जांच के बाद नागपुर पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।