Ayodhya Ram Mandir-Babri Masjid Case Hearing: कल सुप्रीम कोर्ट में कथित राम मंदिर का नक्शा फाड़ने को लेकर राम विलास वेदांती वकील राजीव धवन से नाराज हो गए। उन्होंने मामले में FIR करवाने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और धवन मिले हुए हैं।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ऐलान जल्द होने वाला है। इसी बीच संसद के शीतकालीन सत्र की संभावित तारीख भी सामने आ गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 18 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो सकता है। ऐसे में सदन में हंगामा लगभग तय है।
अयोध्या मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में खत्म हो चुकी है। रामलला के वकीलों के बाद मुस्लिम पक्ष की ओर से दलीलें रखी गईं। जिसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने लिखित हलफनामा यानी कि मोल्डिंग ऑफ रिलीफ को लिखित में जमा करने के लिए तीन दिन का समय दिया है।
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गौरतलब है कि अयोध्या मामले इलाहाबाद हाई कोर्ट के 30 सितंबर 2010 के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में 14 याचिकाएं दायर हुई थीं। इन सबके बीच सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पुलिस प्रशासन के सभी अफसरों की सभी छुट्टियां 30 नवंबर तक के लिए रद्द कर दी हैं। सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वह मुख्यालय में ही रहें।
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सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फैसले के इंतजार में ही प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया। वीएचपी ने इस संवेदनशील मुकदमे का ‘अच्छा नतीजा’ निकलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि इस मसले को हल करने की राह का अहम पड़ाव पार कर लिया गया है।
अयोध्या मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद फैसले की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जिसके चलते शहर भर में चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती है।
अयोध्या केस में सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के वकील एस रिज़वी ने कहा कि अदालत के बाहर, मध्यस्थता समिति के समक्ष पक्षकारों ने अपने मामले को रखा है लेकिन मैं अभी खुलासा नहीं कर सकता हूं। सारी चीजें देर से नहीं होती हैं, यदि आप चीजें करना चाहते हैं। उन्हें अंतिम क्षण में भी कर सकते हैं।
अयोध्या मामले पर सुनवाई पूरी होने के बाद यूपी के मेरठ समेत पश्चिमी यूपी को सुरक्षा के लिहाज से हाई अलर्ट रखा गया है। अधिकारियों के छुट्टी लेने पर रोक है।
रामविलास वेदांती ने बाबर को लेकर कहा कि वह भारत को लूटने आया था। इसके बाद उन्होंने कहा कि अधिकांश मुस्लिम चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बने।
कल सुप्रीम कोर्ट में कथित राम मंदिर का नक्शा फाड़ने को लेकर राम विलास वेदांती वकील राजीव धवन से नाराज हो गए। उन्होंने मामले में FIR करवाने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और धवन मिले हुए हैं।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अयोध्या मसले पर बोलते हुए कहा कि बाबर आक्रमणकारी था ऐसी में उसके नाम की मस्जिद की पूजा क्यों होनी चाहिए।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में लंबी सुनवाई पूरी होने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ के सदस्य ‘चैम्बर में’’ बैठेंगे।
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने ट्वीट कर लिखा कि देश में आज भी गांधी विरोध की विचारधारा जिंदा है। कुछ के मुंह में तो राम हैं लेकन मन में नाथूराम ही हैं।
अयोध्या जमीन विवादः सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त किए गए मध्यस्थता पैनल का कहना है कि मुस्लिम पक्ष जमीन पर अपना दावा छोड़ने को तैयार हैं।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ऐलान जल्द होने वाला है। इसी बीच संसद के शीतकालीन सत्र की संभावित तारीख भी सामने आ गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 18 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो सकता है। ऐसे में सदन में हंगामा लगभग तय है।
बाबरी विध्वंस के साथ ही तेज हुई इस कानूनी जंग को खत्म होने में लंबा वक्त लग गया। जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार फैसला ले लिया। अब इसका ऐलान होना है।
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या जमीन विवाद की सुनवाई पूरी की तो यूपी सरकार ने भी कमर कस ली। उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी अफसरों की 30 नवंबर तक की छुट्टियां रद्द कर दी है।
उच्चतम न्यायालय ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुनवाई बुधवार को पूरी कर ली। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक शीर्ष नेता ने इस संवेदनशील मुकदमे का “अच्छा नतीजा” निकलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि इस मसले को हल करने की राह का अहम पड़ाव पार कर लिया गया है।
अयोध्या में रामलला विराजमान और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के वकील ने अंतिम दिन की सुनवाई के बाद एक दूसरे को बधाई दी।
अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को दोनों पक्षों की ऐतिहासिक बहस पूरी हो गई। 40 दिनों तक चली इस सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया और कहा कि सभी पक्ष मोल्डिंग ऑफ़ रिलीफ पर तीन दिनों में कोर्ट को लिखित जवाब दें।
वरुण सिन्हा, हिंदू महासभा के वकील ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने आदेश को सुरक्षित रखा है और यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में, 23 दिनों के भीतर फैसला आ जाएगा।
अयोध्या मसले की सुनवाई पूरी हो चुकी है। अभी अदालत ने सुरक्षित रखा है फैसला। इस बीच गिरिराज सिंह ने कहा कि वहां मंदिर जरूर बनेगा।
अयोध्या केस में दोनों पक्षों की सुनवाई पूरी हो चुकी है। फिलहाल इस मसले पर कोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व कर लिया है।
दोपहर के भोजन के बाद धवन ने बेंच को बताया कि मैं अपने दम पर अदालत में कागजात फाड़ रहा हूं। मुझे लगता है कि मैंने पूछा कि क्या मैं इसे फेंक सकता हूं और CJI ने मुझसे कहा कि अगर मैं चाहता हूं तो मैं इसे फाड़ सकता हूं, इसलिए मैंने इसे फाड़ दिया।
ऑल इंडिया बाबरी मस्जिद कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अपील वापस लिए जाने की अफवाहों पर कहा कि मुझे सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अपील वापस लेने की कोई जानकारी नहीं है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अपनी अपील वापस लेने की बात कही गई थी।
उल्लेखनीय है कि संविधान पीठ अयोध्या में 2.77 एकड़ विवादित भूमि को तीन पक्षकारों-सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला- के बीच बराबर बराबर बांटने का आदेश देने संबंधी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सितंबर, 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर सुनवाई कर रही है।
राम मंदिर मामले की सुनवाई को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 30 नवंबर तक सभी सरकारी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। बता दें कि आज राम मंदिर मामले की आखिरी सुनवाई हो रही है। माना जा रहा है कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायरमेंट से पहले इस मामले में फैसला आ जाएगा। गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं।
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कोर्ट रूम में ही राम जन्मभूमि का नक्शा फाड़ दिया। यह नक्शा हिंदू महासभा की ओर से पेश किया गया था। राजीव धवन की इस हरकत पर चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अगर बहस ऐसे ही चलती रही तो हम उठकर चले जाएंगे।
चारों पक्षों को बहस के लिए 45-45 मिनट का समय दिया गया है। वहीं, मुस्लिम पक्षकार को जवाब देने के लिए एक घंटे का समय मिलेगा। बता दें कि मंगलवार को सुनवाई के दौरान एक हिन्दू पक्ष ने दलील दी कि भारत विजय के बाद करीब 433 साल पहले मुगल शासक बाबर ने अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर मस्जिद का निर्माण कर ‘ऐतिहासिक भूल’ की थी। अब उसे सुधारने की आवश्यकता है। वहीं, वैद्यनाथन ने कहा कि मुस्लिमों ने जबरन बाबरी मस्जिद बनाई थी। मस्जिद बनने के बाद भी उसके बाहर पूजा होती थी।
पीठ ने मामले की, 40वें दिन सुनवाई शुरू होने पर कहा, ‘‘इस मामले की सुनवाई आज शाम पांच बजे पूरी हो जाएगी। अब बहुत हो चुका।’’ न्यायालय ने पहले कहा था कि सुनवाई 17 अक्टूबर को पूरी हो जाएगी। अब इस समय सीमा को एक दिन पहले कर दिया गया है। प्रधान न्यायाधीश का कार्यकाल 17 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
इस पीठ में न्यायमूर्ति एसए बोबडे, न्यायमूर्ति धनंजय वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की अंतिम सुनवाई बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में शुरू हो गई है। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आज शाम 5 बजे तक हर हाल में बहस पूरी हो जाएगी। बता दें कि अयोध्या मामले में सुनवाई के 40वें दिन सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि अब बहुत हो गया। इस मामले में सुनवाई आज ही पूरी होगी। इस बीच बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने दावा किया है कि 6 दिसंबर से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली 5 जजों की संविधान पीठ ने कहा कि वह पिछले 39 दिन से अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुनवाई कर रही है। मामले में सुनवाई पूरी करने के लिए किसी भी पक्षकार को आज (बुधवार) के बाद अब और समय नहीं दिया जाएगा।
उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि वह अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद संबंधी राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले में प्रतिदिन हो रही सुनवाई को बुधवार शाम को पूरी कर देगा। साथ ही न्यायालय ने कहा, ‘‘अब बहुत हो चुका।’’
सूत्रों के मुताबिक, सीजेआई रंजन गोगोई के रिटायरमेंट से पहले अयोध्या का फैसला आने की उम्मीद है। बता दें कि गोगाई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर विवाद की आखिरी सुनवाई हो रही है। इस दौरान हिंदू पक्षकार सीएस वैद्यनाथन ने अपनी दलीलें पूरी कीं। उन्होंने कहा कि 1855 तक परिसर में पूजा होती थी।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में रोजाना सुनवाई का बुधवार को शाम पांच बजे समापन हो जाएगा। अयोध्या मामले में सुनवाई के 40वें दिन प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि अब बहुत हो गया, इस मामले में सुनवाई आज ही पूरी होगी।
विनय कटियार ने कहा, ‘मुस्लिम पक्ष निराश है, हताश है। अब समय भी है कि बाबर ने जो गलती की है, उसका मुस्लिम समाज प्रायश्चित करे। वे इस बात को मान लें कि बाबर एक आक्रमणकारी था। हमारे बहुत से मंदिर तोड़े गए हैं। कई मंदिर तो औरंगजेब ने तोड़े हैं। काशी के अंदर भी तोड़ा है, मथुरा के अंदर भी तोड़ा है, जिनके आज भी चिह्न विद्यमान हैं। हमारे जो मंदिर ऐतिहासिक थे, शक्ति का केंद्र थे, उन्हें तोड़ने का काम किया गया। आज हिंदू समाज ने काशी के अंदर भी अलग मंदिर बना दिया है, मथुरा के अंदर भी निर्माण करा दिया है। इन तीन स्थानों को छोड़ने की जरूरत नहीं है। बाकी, जो होगा तो फिर लड़ाई लड़ी जाएगी।’
योगी आदित्यनाथ 2017 में यूपी के सीएम बने थ्थे। इसके बाद से अयोध्या में हर साल दिवाली पर दीपोत्सव मनाया जाता है। इस बार का दीपोत्सव पांच दिन तक मनाया जाएगा। दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह व अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी के साथ मंगलवार को अयोध्या पहुंचकर व्यवस्थाओं व तैयारियों का जायजा लिया।
बता दें कि सोशल मीडिया पर सुन्नी वक्फ बोर्ड का एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें वक्फ बोर्ड की ओर से राम मंदिर मामले में मध्यस्थता की बात कही गई है। ऐसे में इकबाल अंसारी के वकील शमशाद ने इसका खंडन किया। उन्होंने कहा कि विवादित जमीन पर दावा छोड़ने की बात गलत। हम इसका खंडन करते हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी मध्यस्थता की कोई बात नहीं कही है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस विभाग की ओर से प्रयागराज जोन को कड़े निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत 30 इंस्पेक्टर, 50 सब इंस्पेक्टर, 10 महिला सब इंस्पेक्टर, 50 मुख्य आरक्षी और 200 आरक्षी और 100 महिला आरक्षी को मंगलवार को ही अयोध्या पहुंचने के लिए कहा गया। इनमें सीबीसीआईडी, ईओडब्ल्यू और भ्रष्टाचार निवारण संगठन में तैनात 30 इंस्पेक्टरों के अलावा प्रयागराज जोन से 10 सब इंस्पेक्टर, 4 महिला सब इंस्पेक्टर, 10 मुख्य आरक्षी, 60 आरक्षी और 40 महिला आरक्षी उपलब्ध कराने के निर्देश हैं।
पीएसी से एक एसपी, 4 अपर पुलिस अधीक्षक और 6 पुलिस उपाधीक्षक को मंगलवार से ही अयोध्या को उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज आखिरी सुनवाई होगी। ऐसे में पुलिस विभाग ने अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। बता दें कि अगले आदेश तक अयोध्या में पुलिस अधीक्षक से लेकर सिपाही तक को तैनात कर दिया गया है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड और अन्य द्वारा 1961 में दायर मामले में प्रतिवादी महंत सुरेश दास की ओर से पेश वरिष्ठ वकील ने कहा कि विदेशी शासक बाबर द्वारा की गयी ऐतिहासिक भूल को सुधारने की जरूरत है। बाबर ने भगवान राम के जन्म स्थान पर मस्जिद का निर्माण कर ऐतिहासिक भूल की और कहा कि मैं बादशाह हूं और मेरा आदेश ही कानून है। उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या में मुस्लिम किसी भी अन्य मस्जिद में इबादत कर सकते हैं। अकेले अयोध्या में 55-60 मस्जिदें हैं। लेकिन, हिंदुओं के लिए यह भगवान राम का जन्म स्थान है … जिसे हम बदल नहीं सकते।’’