Ayodhya Verdict: राम मंदिर के फैसले पर बोलीं प्रियंका गांधी, भारत महात्मा गांधी का देश है हमें भाईचारा मजबूत करना होगा
यंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।’’

अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि सभी समुदायों, पक्षों एवं नागरिकों को इसका सम्मान करना चाहिए और सौहार्द एवं भाईचारे को मजबूत करना चाहिए। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।’’ फैसले से पहले उन्होंने कहा था, ‘‘ यह महात्मा गांधी का देश है। अमन और अहिंसा के संदेश पर कायम रहना हमारा कर्तव्य है।” गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केन्द्र को निर्देश दिया कि नयी मस्जिद के निर्माण के लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ का भूखंड आबंटित किया जाए।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस व्यवस्था के साथ ही राजनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील 134 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि अयोध्या मामले पर जो भी फैसला आये, लेकिन देश में शांति एवं सद्भाव बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने ट्वीट किया, ” जैसा कि आप सबको पता है, अयोध्या मामले पर आज उच्चतम न्यायालय का फैसला आने वाला है। इस घड़ी में न्यायालय का जो भी निर्णय हो, देश की एकता, सामाजिक सद्भाव, और आपसी प्रेम की हजारों साल पुरानी परम्परा को बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है ।” प्रियंका ने कहा, ” यह महात्मा गांधी का देश है। अमन और अहिंसा के संदेश पर कायम रहना हमारा कर्तव्य है।”
गौरतलब है कि अयोध्या मामले पर प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच न्यायधीशों की पीठ आज शनिवार को फैसला सुनाएगी। पीठ ने 40 दिन तक लगातार सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस पीठ में न्यायमूर्ति एस. ए. बोबडे, न्यायमूर्ति डी. वाई. चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर भी शामिल हैं।
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