शुक्रवार को राजस्थान पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के काफिले पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने टिकैत की कार पर हमला किया जिससे उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया। हालांकि अपने ऊपर हुए हमले के लिए राकेश टिकैत ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। बाद में भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच किसान नेता राकेश टिकैत को बानसूर पहुंचाया गया।
दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार को अलवर के हरसौरा में सभा को संबोधित कर बानसूर जा रहे थे। इसी बीच ततारपुर में अज्ञात भीड़ ने राकेश टिकैत के काफिले पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान भीड़ ने टिकैत को काले झंडे भी दिखाए। इस हमले में किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ी का शीशा भी टूट गया। हालांकि पुलिस ने तुरंत राकेश टिकैत को सुरक्षा घेरे में लेते हुए उनको वहां से बाहर निकाल दिया। बाद में पुलिस बलों की मौजूदगी में किसान नेता को बानसूर ले जाया गया।
राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड़ पर भाजपा के गुंडों द्वारा जानलेवा पर हमला किए गए, लोकतंत्र के हत्या की तस्वीरें pic.twitter.com/aBN9ej7AXS
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) April 2, 2021
हालांकि अपने काफिले पर हुए हमले के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने घटना का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया। राकेश टिकैत ने अपने ऊपर हुए हमले के भाजपा को दोषी ठहराया है। राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा कि राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड़ पर भाजपा के गुंडों द्वारा जानलेवा पर हमला किए गए, लोकतंत्र के हत्या की तस्वीरें।राकेश टिकैत ने घटना की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि पुलिस का पिस्टल छीनने की कोशिश की गई। पत्थर मारकर गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए, लाठी चलाई गई।
वहीं इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अलवर एएसपी गुरुशरण ने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत के साथ जो घटना हुई है, इसमें 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बाकी लोगों को नामजद करके टीम भेज दी गई है, उन्हें भी जल्द हिरासत में लिया जाएगा। स्याही फेंकने की, काले झंडे दिखाने की बात सामने आई है। शीशा कैसे तोड़ा है इसकी जांच की जा रही है।घटना के बाद लोगों और अन्य किसान नेताओं ने पुलिस के सामने गुस्सा भी जाहिर किया।
अलवर में राकेश टिकैत पर हुए हमले से गुस्साए किसानों ने दिल्ली से सटे अलग अलग मुख्य सडकों को जाम कर दिया। सिंघु बॉर्डर के किसानों ने केएमपी एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया तो वहीं किसानों ने चिल्ला बॉर्डर को भी जाम कर दिया। हालांकि पुलिस ने लोगों को समझा बुझा कर जाम हटवाया। ADCP नोएडा रणविजय सिंह ने कहा कि कुछ लोग चिल्ला बॉर्डर पर आ गए थे। उनका कहना था कि उनके नेता राकेश टिकैत पर हमला हुआ है, उसके बाद उन्हें सुरक्षा दी जाए और जिन्होंने हमला किया है उनपर कार्रवाई की जाए। हमने उन्हें समझाया, अब ये लोग अब हट गए हैं।