हटाए गए आप के एक और मंत्री, खाद्य मंत्री आसिम खान पर लगा घूसखोरी का आरोप
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बिल्डर से छह लाख रुपए मांगने के आरोप को लेकर पर्यावरण और खाद्य मंत्री आसिम अहमद खान को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया और इसकी सीबीआइ जांच कराने की सिफारिश की।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बिल्डर से छह लाख रुपए मांगने के आरोप को लेकर पर्यावरण और खाद्य मंत्री आसिम अहमद खान को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया और इसकी सीबीआइ जांच कराने की सिफारिश की।
जल्दबाजी में बुलाए गए एक पत्रकार सम्मेलन में बर्खास्तगी की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की आम आदमी पार्टी की नीति के तहत यह फैसला किया गया। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बर्खास्त करने की चुनौती दी।
केजरीवाल ने कहा कि पुरानी दिल्ली में बल्लीमारन से पहली बार विधायक बने इमरान हुसैन को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। पिछले आठ महीने में खान दूसरे मंत्री हैं जिन्हें पद से हटना पड़ा है। इसके पहले तत्कालीन कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री विवाद को लेकर इस्तीफा देना पड़ा था।
केजरीवाल ने कहा, ‘सरकार भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी, चाहे कोई विधायक हों, मंत्री, अधिकारी, मनीष (सिसोदिया) या यहां तक कि मेरा पुत्र हो। अगर मनीष भ्रष्टाचार करते हैं तो मैं कार्रवाई करूंगा, अगर मैं भ्रष्टाचार करता हूंं तो मनीष मेरे खिलाफ कार्रवाई करेंगे’।
केजरीवाल ने कहा, ‘इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि भ्रष्टाचार के आरोप पर स्वत: संज्ञान लेते हुए किसी मंत्री को बर्खास्त किया गया है और भाजपा को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान को बर्खास्त करना चाहिए’।
खान के बारे में शिकायत का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को गुरुवार रात एक आडियो मिला कि उन्होंने मटिया महल विधानसभा क्षेत्र में एक निर्माण कार्य को जारी रखने के लिए एक बिल्डर से छह लाख रुपए मांगे। उन्होंने कहा, ‘हमें गुरुवार रात शिकायत मिली कि उनके विधानसभा क्षेत्र में एक भवन का निर्माण चल रहा था। इसका निर्माण रोक दिया गया था और बिल्डर से पैसे मांगे गए जिसने पैसे दे दिए । जिसे पैसे दिए गए वह एक बिचौलिया था’।
सूत्रों ने कहा कि करीब एक घंटे के आडियो क्लिप में विधायक, बिचौलिया और बिल्डर के बीच की पिछले करीब एक महीने की कथित टेलीफोन बातचीत है। यह क्लिप गुरुवार को आप के एक वरिष्ठ नेता ने केजरीवाल को दी। आप नेता से एक शिकायतकर्ता ने संपर्क किया था और उसकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।
सूत्रों ने दावा किया कि केजरीवाल और सिसोदिया ने गुरुवार रात तीन-चार बार आॅडियो क्लिप को सुना ताकि इसकी सच्चाई तय हो सके। वे इस नतीजे पर पहुंचे कि प्रथम दृष्टया खान के खिलाफ मजबूत मामला है। उन्हें शुक्रवार सुबह बुलाया गया और क्लिप के बारे में पूछने पर खान ने अपनी गलती स्वीकार कर ली।
इस बीच खान ने इसे अपने खिलाफ विपक्ष की बड़ी साजिश बताया और कहा कि वे शनिवार को इसका खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह विपक्ष द्वारा बड़ी साजिश है। मैं शनिवार को इसका खुलासा करूंगा। पार्टी ने मुझसे जांच लंबित रहने तक इस्तीफा देने को कहा है। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। पार्टी की छवि साफ रहनी चाहिए’।
मुख्यमंत्री ने बाद में आशुतोष, कुमार विश्वास सहित आप के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद केजरीवाल ने खान को हटाने का फैसला किया हालांकि कई पार्टी नेताओं की राय थी कि उनका विभाग बदल दिया जाना चाहिए। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस और भाजपा ने कहा कि मंत्री को हटाने के अलावा केजरीवाल के पास कोई विकल्प नहीं था क्योंकि मंत्री के खिलाफ आरोप कुछ समय से सार्वजनिक हो चुका था। उन्होंने लोकायुक्त की तत्काल नियुक्ति की मांग की। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं होगा। यह भारी मन से फैसला किया गया क्योंकि काफी कुछ विश्वास से जुड़ा हुआ था। उन्हें सीबीआइ जांच पूरी होने तक हटाया गया है।