Amritpal Singh: खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह को लेकर शुक्रवार (24 मार्च, 2023) एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के अनुसार, अमृतपाल सिंह ने अपनी पत्नी को कैद कर रखा था और वो उसे हर रोज पीटता था। साथ ही वो कई अन्य महिलाओं के भी संपर्क में था। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि अमृतपाल सिख सिद्धांतों का पालन नहीं करता था, वो दुबई में रहते हुए एक शानदार जिंदगी जी रहा था और वो अमृतधारी सिख नहीं था।
अमृतपाल ने क्यों किया थाईलैंड का दौरा
जांच एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि सिंह ने कई बार थाईलैंड का दौरा क्यों किया, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या वह वेश्यावृत्ति में लिप्त था या उसकी थाईलैंड में एक प्रेमिका थी और क्या वह थाईलैंड में दूसरी पत्नी का देखभाल कर रहा था? उसके संगठन ने महिलाओं को कोई प्रमुख भूमिका नहीं दी। यहां तक दीप सिद्धू की प्रेमिका रीना रॉय को अमृतपाल के संबंध के बारे में खुलकर बात करने की अनुमति नहीं थी। अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को बंधक बनाकर रखा जाता था और उसके द्वारा (अमृतपाल सिंह) नियमित रूप से मारपीट की जाती है।
जांच एजेंसियां अमृतपाल सिंह के संगठन के आधार पर भी सवाल उठा रही हैं और जवाब की तलाश कर रही हैं कि अगर यह वास्तव में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई थी तो कोई महिला आगे क्यों नहीं थी। किसी भी परिवार की महिलाएं व्यापक रूप से फैली नशीली दवाओं के खतरे की सबसे बड़ी पीड़ित हैं। उसके बावजूद उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। यह दिखाता है कि यह ड्रग्स के खिलाफ वास्तविक लड़ाई नहीं है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार केवल एक दिखावा है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमृतपाल अपने अतीत के बारे में बात नहीं करता है, क्योंकि यह उसकी छवि को संभावित नुकसान के कारण विश्वसनीयता में कमी के कारण है। वह दुबई में ड्रग डीलरों जसवंत सिंह रोडे के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ था, जिसका भाई पाकिस्तान से इसका संचालन कर रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वह अपने पिछले जीवन के बारे में बात नहीं करता है, जब वह गैर-अमृतधारी था और सिख धार्मिक सिद्धांतों का पालन नहीं करता था। भारत आने के बाद उसने और उसके संगठन ने एक धार्मिक कट्टरपंथी ग्रुप के रूप में काम करना शुरू किया। जो बताता है कि उसे भारत में भारतीय हितों के खिलाफ लगाया गया था।