खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है। करीब दो हफ्ते से पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। इस बीच खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि वह दिल्ली में था। सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल और उसका सहयोगी पप्पलप्रीत लक्ष्मीनगर में दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा के फ्लैट पर रुका था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। अब पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां छात्रा से पूछताछ कर रहे हैं।
20 मार्च को वेश बदलकर छात्रा के घर पहुंचे थे दोनों
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पूछताछ के दौरान छात्रा ने बताया कि 20 मार्च को रात में करीब 8.20 पर दोनों वेश बदलकर उसके घर पहुंचे थे। वह अमृतपाल से पहले कभी नहीं मिली थी और पप्पलप्रीत ने उससे एक रात के लिए अमृतपाल को अपने घर पनाह देने का अनुरोध किया। छात्रा ने उन्हें खाना खिलाया और वे उस रात उसके घर पर ही रुके। अगले दिने 21 मार्च को वे दोनों लंच के बाद वहां से निकल गए। खुफिया एजेंसियों ने इस इनपुट को लेकर दिल्ली पुलिस से बात की और पंजाब पुलिस को भी इसके बारे में जानकारी दी। अब पुलिस और एजेंसियां छात्रा से पूछताछ कर रहे हैं और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहे हैं।
किसान आंदोलन के दौरान पप्पलप्रीत से हुई थी मुलाकात
सूत्रों ने बताया कि छात्रा दिल्ली यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर में पढ़ रही है और दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान पप्पलप्रीत से उसकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद पप्पलप्रीत दो बार छात्रा के घर पर भी गया। सूत्रों का कहना है कि छात्रा पप्पलप्रीत के गांव के पास की है।
दिल्ली की मार्केट में घूमते हुए अमृतपाल का वीडियो वायरल
इससे पहले पूर्वी दिल्ली के मधु विहार के सांई चौक का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें अमृतपाल अपने प्रमुख सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह के साथ दिख रहा है। वीडियो में अमृतपाल सिंह बिना पगड़ी के और मास्क पहने हुए दिख रहा है। इस सीसीटीवी फुटेज पर कोई तारिख नहीं है और यह दिल्ली के एक बाजार का बताया जा रहा है। इसमें भगोड़ा अमृतपाल काला चश्मा पहने सड़क पर चलते हुए दिख रहा है, जबकि पप्पलप्रीत सिंह एक बैग के साथ उसके पीछे चलता दिख रहा है। इस नए फुटेज पर पंजाब पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वीडियो में दिख रहे व्यक्ति अमृतपाल सिंह और उसका सहयोगी हैं। हालांकि, पुलिस ने आईडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर से पता लगाने की कोशिश की, जिसमें अमृतपाल और वीडियो में नजर आ रहे शख्स के बीच काफी समानताएं। पुलिस का कहना है कि जब तक वह पकड़ा नहीं जाता, तब तक यह नहीं कह सकते कि वीडियो में नजर आ रहा शख्स अमृतपाल ही है।