All Party Meet In Parliament: बजट सत्र से ऐन पहले सरकार की तरफ से बुलाई गई ऑल पार्टी मीट (सर्वदलीय बैठक) में उद्योगपति गौतम अडानी के साथ चीनी घुसपैठ का मामला जोरशोर से गूंजा। विपक्षी दलों की मांग थी कि संसद के सत्र में अडानी के साथ चीन मामले पर व्यापक चर्चा कराई जाए। लेकिन सरकार का कहना था कि चीन का मसला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। संसद में इस पर चर्चा नहीं हो सकती।
संसद भवन में हुई मीटिंग में कांग्रेस को कोई नेता शिरकत करने नहीं पहुंचा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त थे। इस वजह से वो सर्वदलीय बैठक में शिरकत नहीं कर सके। एएनआई के मुताबिक मीटिंग में 27 दलों के 37 नेताओं ने शिरकत की। चीन का मसला बहुजन समाज पार्टी ने उठाया।
बजट सत्र के दौरान होंगी 27 बैठकें
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। 31 जनवरी को ही सरकार आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी, 2023 को वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान 27 बैठक होंगी।
सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने जाति आधारित गणना और महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने का मुद्दा भी उठाया। सरकार ने कहा कि वह संसद में नियमों के तहत हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम विपक्ष का सहयोग चाहते हैं। उनका कहना था कि विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करे तो सदन में सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा कराई जा सकती है।
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मौजूद थे। विपक्ष की तरफ से राकांपा के शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला, आप के संजय सिंह, द्रमुक केटी आर बालू, तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय और अन्नाद्रमुक के थम्बीदुरै मौजूद रहे।