जिसकी तासीर में ज़हर है वो चीज़ कैसे बदलेगी? अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, लोग टोंटी के बहाने मारने लगे ताना
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में कृषि कानूनों और किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में कृषि कानूनों और किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। यादव ने शायरी के जरिए कहा कि बीजेपी सरकार की तासीर ही जहरीली है। वो बदल नहीं सकती है। यादव ने ट्वीट किया, ”बदलने का चाहे करें वो वादा कड़वाहट को मिठास में, पर जिसकी तासीर में ज़हर है वो चीज़ कैसे बदलेगी?” अखिलेश यादव ने ये ट्वीट किया था कि ट्विटर पर यूजर्स ने उनके ही मजे ले लिए। कुछ यूजर्स ने तो इस मौके पर टोंटी के बहाने अखिलेश यादव पर खूब ताने मारे।
मालूम हो कि टोंटी का मामला साल 2018 का है जब अखिलेश यादव को लखनऊ में उनका सरकारी बंगला छोड़ने के लिए कहा गया था। उस समय सपा नेता पर आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने बंगला खाली करते समय बंगले से टोंटी निकलवाली थी। जिसके बाद अखिलेश यादव ने सफाई दी थी कि उन्होंने टोंटी चुराई नहीं है बल्कि अपने खर्चे से लगवाई थी इसलिए उसे निकाल कर ले गए। उन्होंने उस समय कहा था कि बंगले में मैंने अपनी पसंद से कुछ चीजें बदलवाईं थीं। जिसे अपने साथ ले जाने का काम मैंने किया। बाद में राज्य की बीजेपी सरकार ने सरकारी बंगले में अखिलेश यादव द्वारा कराई गई तोड़फोड़ पर आपत्ति जताई थी। राज्यपाल ने तो पूर्व सीएम पर कार्रवाई करने तक बात कही थी।
गौरतलब है कि आज सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की बातचीत जारी है। इस समय दिल्ली के विज्ञान भवन में ये मीटिंग चल रही है। सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल किसानों से बातचीत कर रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मीटिंग से पहले कहा कि मुझे उम्मीद है कि वार्ता सकारात्मक माहौल में आयोजित होगी और इसका समाधान मिलेगा। चर्चा के दौरान, प्रत्येक पक्ष को एक समाधान तक पहुंचने के लिए कदम उठाने होंगे।
बदलने का चाहे करें वो वादा कड़वाहट को मिठास में
पर जिसकी तासीर में ज़हर है वो चीज़ कैसे बदलेगी?#किसान— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 8, 2021
वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम इस आशा के साथ बातचीत के लिए जा रहे हैं कि आज समाधान होगा। अखिल भारतीय किसान सभा के हन्नान मोल्लाह ने कहा कि मंत्री ने कल स्पष्ट रूप से घोषित किया कि कृषि कानूनों को निरस्त करना स्वीकार नहीं है। मुझे नहीं पता कि आज चर्चा के दौरान क्या होगा। वैसे भी, हम सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं और सबसे खराब चीज के लिए तैयार हैं।
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