कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने गुरुवार को नई पार्टी बनाने की धमकी दे दी। जोगी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए उसे राज्य में भाजपा की ‘बी टीम’ बताया। कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए 2014 में हुए विधानसभा सभा के एक उपचुनाव में कथित फिक्सिंग को लेकर छह महीने पहले उनके बेटे अमित जोगी को पार्टी से निकाल दिया था।
कांग्रेस ने तब अजित जोगी के खिलाफ भी कार्रवाई पर विचार किया था। लेकिन उसके बाद कोई फैसला नहीं किया गया। रमन सिंह सरकार को चुनौती देने के लिए जोगी के कांग्रेस छोड़ने और नई पार्टी के गठन के संभावित कदम को राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी की अटकलों से भी जोड़ा जा रहा है। हालांकि जोगी ने इससे इनकार करते हुए कहा कि इसका उससे कोई लेना-देना नहीं है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन पर उनके समर्थकों का काफी दबाव है। उन्होंने कहा- करीब 15 हजार लोग व्यक्तिगत रूप से या फोन पर मुझसे बात कर रहे हैं।
मुझ पर अपने शुभचिंतकों और दोस्तों का काफी दबाव है कि छत्तीसगढ़ को रमन सिंह से छुटकारा दिलाना है तो मुझे यह बड़ा कदम उठाना होगा। नहीं तो रमन सिंह चौथी बार भी राज्य का चुनाव जीत जाएंगे क्योंकि कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है जो कि रमन सिंह की बी टीम के रूप में काम कर रही है। जोगी की टिप्पणी मीडिया की उन अटकलों के बीच आई है जिनमें जा रहा है कि जोगी कांग्रेस छोड़ कर छह जून को मरवाही में नई पार्टी के गठन की घोषणा करने वाले हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कार्यकर्ता उन पर इस सरकार से छुटकारा दिलाने का दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने कहा- जब तक मैं नेतृत्व ना करूं, यह संभव नहीं है। इसलिए छह जून को मैं मरवाही जाऊंगा, जोमेरी जन्मभूमि है। उस दिन मैंने पूरे राज्य से अपने पांच हजार मूल समर्थकों को भी बुलाया है। मैं उनसे पूछंगा।
यह पूछने पर कि क्या उन्होंने इस संदर्भ में पार्टी नेतृत्व से बात की है, जोगी ने कहा- पिछले तीन सालों में काफी बातचीत हुई। अब मजबूरी है। जोगी की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनके पुराने विरोधी कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में उनकी भूमिका की याद दिलाई और जोगी की ओर से चुनाव की ‘फिक्सिंग’ से जुड़े आॅडियो टेप की तरफ इशारा किया। उन्होंने कहा- आप सब जानते हैं कि जोगी ने किस तरह कांग्रेस उम्मीदवार मंटूराम पवार को भाजपा के हाथों बेच दिया।
कुछ करोड़ रुपए के लिए कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार से जुड़ा सौदा कराने में शामिल रहे इस तरह के लोग पार्टी छोड़ दें तो यह कांग्रेस के लिए अच्छा ही है। अंतागढ़ उपचुनाव में कथित फिक्सिंग के मुद्दे को लेकर इस साल छह जनवरी को कार्रवाई करते हुए कांग्रेस ने अमित जोगी को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था और पूरे मुद्दे पर प्रदेश शाखा से रिपोर्ट देने को कहा था। इसके अगले दिन छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पार्टी को एक रिपोर्ट सौंपकर अजित जोगी को बर्खास्त’ करने की मांग की थी।