Budget 2023: संसद में मंगलवार (31 जनवरी, 2023) से बजट सत्र की शुरुआत हो रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी, लेकिन बीआरएस (BRS) और आम आदमी पार्टी (AAP) समेत कई विपक्षी दल भाषण का बहिष्कार कर सकते हैं। रविवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पार्टी के राज्यसभा और लोकसभा सदस्यों के साथ बैठक कर यह निर्णय किया है। इस दौरान विपक्ष गौतम अडानी और बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के मुद्दे को लेकर हंगामा कर सकता है।
इन मुद्दों पर चर्चा की मांग
सोमवार को बजट (Budget 2023) से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विपक्ष ने सदन में अडानी, बीबीसी, जाति आधारित गणना और महिला आरक्षण विधेयक पारित करने का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने सदन में इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। केंद्र सरकार ने भी सभी दलों को आश्वासन दिया है कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। साथ ही केंद्र ने विपक्ष से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने देने की मांग की। इसके अलावा, विपक्ष सदन में बेरोजगारी और मंहगाई का मुद्दा भी उठा सकता है।
कांग्रेस और टीएमसी ने बनाई दूरी
विपक्ष ने जिन मुद्दों पर चर्चा की मांग की है, उससे कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने दूरी बनाई रखी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का कल समापन था, जिस कारण वह सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुई। डीएमके, आम आदमी पार्टी, राजद, सीपीएम और सीपीआई ने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक हुई, जिसमें संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन भी शामिल हुए। जोशी ने कहा कि बैठक में 27 पार्टियों के 37 नेता मौजूद थे।
बता दें कि पिछले दिनों हिंडेनबर्ग रिसर्च की अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें दावा किया गया कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है। हालांकि, अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट को झूठा बताते हुए उसे बदनाम करने की कोशिश करार दिया है। इस रिपोर्ट को लेकर देश में बवाल मचा हुआ है। वहीं, बीबीसी की डॉक्यूमेंटी ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर भी देश में बवाल मचा हुआ है।