उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को सोमवार को कड़ी सुरक्षा में लखनऊ ले जाने के दौरान रास्ते भर सुरक्षा के इंतजाम किये गये। बता दें कि लखनऊ के पॉश इलाके में जमीन कब्जा करने के मामले में मुख्तार अंसारी पर केस चल रहा है। इसी सिलसिले में सड़क मार्ग से उसे लखनऊ की एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश किया गया।
बांदा से लखनऊ लाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार को जेल से लखनऊ ले जाने की कोई भी जानकारी परिवार को नहीं दी गई। वो बांदा जेल में है लेकिन हमें मिलने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से जेल में एक पीसीओ बनाया गया है, जिसके जरिए हमारी बात होती रहती है। ऐसे में रविवार शाम को मुख्तार ने हमारे पास फोन किया था। जिसमें उन्होंने चिंता जाहिर की थी और कहा कि उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा।
अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार को लखनऊ ले जाने को लेकर परिवार को नहीं बताया गया। राज्य सरकार चाहती है कि इस तरह के कदम से परिवार को डराया जाये। सरकार संदेश देने की कोशिश कर रही है कि वो सत्ता में हैं और जो चाहे कर सकती है। सूबे की सरकार इन सबका प्रचार करके दिखाना चाह रही है कि देखिए सरकार में आते ही अपराधी कांपने लगे हैं।
अफजाल अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि हर व्यक्ति को सुरक्षा दे। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह सरकार सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी को गोली मार देगी, लेकिन उन्हें और परिवार वालों को आतंकित करना और तमाम तरह से परेशान करके योगी सरकार राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि इससे पहले मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने रविवार रात को एक ट्वीट करके कहा था कि उनके पिता को प्रशासन आधी रात को साजिश के तहत बांदा जेल से लखनऊ ले जाने की कोशिश में लगा था जो कि किसी अनहोनी के लिए शक पैदा करती है।