कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के उत्तर प्रदेश के अपने दौरे में महिलाओं को यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट देने के ऐलान को लेकर कई दूसरे दलों ने कांग्रेस पार्टी पर तीखी टिप्पणी की है। इस बीच पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी ने कहा है कि कांग्रेस अब बुरे दिनों में जीत के लिए उनकी पार्टी की नकल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि अगर कांग्रेस सचमुच ऐसा करना चाहती है तो उसे दूसरे राज्यों में भी यही करना चाहिए। पार्टी केवल प्रतीकात्मक रवैया न अपनाए।
पार्टी ने ट्वीट करके कहा कि “ममता बनर्जी के दूरदर्शी नेतृत्व में टीएमसी ने इस देश में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का रास्ता दिखाया है। हम लोकसभा चुनावों में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटें देने वाली पहली पार्टी हैं!”
टीएमसी के इस तंज पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को टीएमसी से शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि टीएमसी ने कांग्रेस की नकल की है।
अगले कुछ महीनों बाद यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन फिर से पाने के लिए कांग्रेस पार्टी हर जतन कर रही है। केंद्र और प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरा जोर लगा रही है, लेकिन विपक्षी विखराव और पार्टी में अंतर्कलह से फिलहाल मजबूती दिख नहीं रही है।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस ने पिछले चुनाव में पश्चिम बंगाल में शानदार सफलता पाने से उत्साहित होकर संपूर्ण विपक्ष की आवाज बनने की कोशिश में है। पार्टी चाहती है कि पूरा विपक्ष सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व में आगे बढ़े, जबकि सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को किसी के नेतृत्व में आगे बढ़ना स्वीकार नहीं है।
भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कांग्रेस पार्टी के विफल रहने पर टीएमसी ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
टीएमसी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ ने भी हाल ही में दावा किया था कि सीएम ममता बनर्जी ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ टक्कर लेने में सक्षम विपक्ष हैं। कांग्रेस ने यह ताकत खो दी है।