गुजरात की कोर्ट से राहुल गांधी को पहले दो साल की सजा और फिर उनकी लोकसभा सदस्यता रद करने के फैसले के बाद दिल्ली की एक कोर्ट ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर शिकंजा कस दिया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की एक शिकायत पर दिल्ली की एक कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है कि वो जांच करके बताए कि क्या अशोक गहलोत ने संजीवनी स्कैम में शेखावत और उनके परिजनों पर आरोप लगाए थे। कोर्ट ने कहा कि जो भी अधिकारी जांच करे वो इंस्पेक्टर रैंक से कम का न हो।
ACMM हरजीत सिंह जसपाल ने दिल्ली पुलिस के ज्वाईंट कमिश्नर को आदेश जारी किया कि या तो वो खुद या फिर कम से कम इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी से आरोप की जांच कराए। शेखावत ने मानहानि के आरोपों के तहत गहलोत के खिलाफ कार्रवाई के लिए राउज एवेन्यू की कोर्ट से गुहार लगाई थी।
25 अप्रैल तक दिल्ली पुलिस से मांगी गई रिपोर्ट
हरजीत सिंह जसपाल ने कहा कि हालांकि गहलोत उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं लेकिन फिर भी ज्वाईंट कमिश्नर इस बात की जांच करें कि क्या उन्होंने वाकई शेखावत और उनके परिजनों के खिलाफ संजीवनी स्कैम में आरोपी साबित होने का दावा किया था। शेखावत का कहना है कि गहलोत ने उनकी मरी हुई मां पर भी आरोप लगाए थे। पुलिस को कहा गया है कि वो 25 अप्रैल तक अपना जवाब दाखिल करे जिससे अदालत अपना फैसला उस रिपोर्ट के आधार पर ले सके।
राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम टिप्पणी’ पर दोषी ठहराया गया
कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी सरनेम टिप्पणी’ पर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद बड़ा झटका लगा है। अब उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। राहुल गांधी के संबंध में लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी किया और इसकी कॉपी उन्हें भेज दी गई है। मानहानि मामले में राहुल गांधी को सूरत की अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है।
हालांकि कांग्रेस ने इसके खिलाफ तीखा स्टैंड लिया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “नीरव मोदी घोटाला- 14,000 Cr, ललित मोदी घोटाला- 425 Cr, मेहुल चोकसी घोटाला- 13,500 Cr, जिन लोगों ने देश का पैसा लूटा, भाजपा उनके बचाव में क्यों उतरी है? जांच से क्यों भाग रही है? जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं उन पर मुकदमे लादे जाते हैं। क्या भाजपा भ्रष्टाचारियों का समर्थन करती है?”