Parliament Winter Session: लोकसभा स्पीकर (Lok Sabha Sepaker) ओम बिरला (Om Birla) ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhary) पर सदन की परंपरा के उल्लंघन का आरोप लगाया है। अधीर रंजन चौधर ने संसदीय स्थायी समितियों की अध्यक्षता के वितरण को लेकर सरकार पर आरोप लगाया कि आपने सारी स्टैंडिंग कमिटियों को विपक्ष से छीन लिया है। लोकसभा अध्यक्ष यह तय करता है कि समितियों का संचालन कौन करेगा। अधीर रंजन की इस टिप्पणी पर लोकसभा अध्यक्ष ने उनसे पूछा कि क्या वह स्पीकर की कुर्सी को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करके अधीर ने सदन की परंपरा का उल्लंघन किया है।
बुधवार (7 दिसंबर, 2022) को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई है। इस दौरान संसदीय स्थायी समितियों की अध्यक्षता के वितरण को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच चल रहा गतिरोध सामने आया। अधीर ने संसद में कहा, “विपक्ष के लिए सदन में कई सुविधाएं दी जाती हैं। इतने सालों से जो सदन की परंपरा चली आ रही है, आपने उस परंपरा को खत्म करते हुए सारी स्टैंडिंग कमिटियों को विपक्ष से छीन लिया है।”
उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार विपक्ष के अधिकार छीन रही है। ये हमारी परंपरा है, ये हमारा अधिकार है, जो हमें मिलना चाहिए। ऐसा क्यों हो रहा है? ये हमारी परंपरा थी, लेकिन इस परंपरा को आप खत्म कर रहे हैं।
इस पर लोकसभा स्पीकर ने अधीर रंजन से कहा कि आप सदन के वरिष्ठ सदस्य हैं। कांग्रेस के बड़े नेता भी हैं। उन्होंने अधीर से सवाल करते हुए कहा, “क्या सदन के विषय में अध्यक्ष पर आक्षेप लगाया जाता है? क्या ये परंपरा है? आपने परंपरा का उल्लंघन किया है।” उन्होंने आगे कहा, “आपने अध्यक्ष के आसन को चुनौती देकर सदन की परंपरा का उल्लंघन किया है। सदन की कमेटी के बारे में निर्णय लेने का अधिकार अध्यक्ष का होता है।”
वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अधीर रंजन चौधरी को संसद में बोलने नहीं दिया गया और उनका माइक ऑफ कर दिया गया। कांग्रेस ने इसे लेकर ट्विटर पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। हालांकि, वीडियो में सिर्फ यह दिखाया गया कि अधीर का माइक ऑफ कर दिया, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का जवाब नहीं दिखाया गया।