Gautam Adani: गौतम अदानी-हिंडनबर्ग मामले (Gautam Adani-Hindenburg case) में विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में जुटा है। इस मामले को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं और सदन में भी इसे जोरशोर से उठाया जा रहा है। विपक्ष मामले की संयुक्त संसदीय जांच चाहता है। बुधवार को भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र पर तीखा हमला करते हुए सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोस्ती के कारण गौतम अदानी की संपत्ति 13 गुना बढ़ी है। आईए जानते हैं सदन में और क्या बोले खड़गे-
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढ़ाई साल में 13 गुना बढ़ गई। 2014 में 50,000 करोड़ की थी वह 2019 में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि दो साल में 12 लाख करोड़ बढ़ गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट तो है ही जिसे वे (BJP) नहीं मानते हैं।”
- उन्होंने मांग की कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) बिठाई जाए और अदानी मामले की जांच हो।
- खड़गे ने यह भी कहा, “कई सासंद-मंत्री सिर्फ हिंदू मुस्लिम करते हैं, क्या बात करने के लिए कोई और मुद्दा नहीं है? दूसरी तरफ कोई अनुसूचित जाति के लोग मंदिर जाते हैं तो उन्हें मारते हैं, उनकी सुनवाई नहीं होती है।”
- उन्होंने आगे कहा, “अनुसूचित जाति को तो हम हिंदू समझते हैं ना तब उन्हें मंदिर जाने से क्यों रोकते हैं? अगर समझते हैं तो उन्हें बराबरी का स्थान क्यों नहीं देते? कई मंत्री दिखावे के लिए उनके घर जाकर खाना खाते हैं और तस्वीर खींचवा कर बताते हैं कि हमने उनके घर खाना खाया है।”
- विपक्ष के हमलों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष ने कितनी चालाकी से कह दिया कि डेटा दे रहे हैं और उसकी पुष्टि करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें इस पर आपत्ति है क्योंकि ये प्रधानमंत्री के खिलाफ है और ऐसा कहकर वे पीएम पर आरोप लगा रहे हैं।
- वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “संयुक्त संसदीय समिति (JPC) तब बैठती है जब आरोप सिद्ध हो जाए। जब सरकार पर आरोप लगता है तब संयुक्त संसदीय समिति बिठाई जाती है किसी निजी व्यक्ति के मुद्दे पर नहीं।”
- उन्होंने कहा कि विपक्ष विदेशी रिपोर्टों (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) पर बात कर रहे हैं, यह तो कांग्रेस का तारीका है। उन्होंने आगे कहा, “मैं साफ कहता हूं कि इनके खुद के नेता जिनके कहे बिना ये कुछ नहीं करते हैं उन्हें भी देख लें, 2014 में उनकी कितनी संपत्ति थी और आज कितनी है।”
- अदानी मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने भी जीपीसी की मांग करते हुए कहा कि हम आधा-अधूरा काम नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, “जेपीसी की मांग हम अधूरी नहीं छोड़ सकते, जेपीसी की मांग कायम रहेगी। इस मामले में विपक्ष भले ही एक है लेकिन हमारा कहना हमेशा से यही है कि चर्चा में भाग लेने का मतलब अदानी के शेयर बढ़ाना है।”
- आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, “एक बिजनेसमैन (अदानी) जो कहीं नहीं था वह अचानक इतनी ऊपर पहुंच गया। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां उनका दखल ना हो। हाल में आई रिपोर्ट (हिंडनबर्ग) से यह स्पष्ट हो गया है इनके इर्द-गिर्द सत्ता तंत्र का ताना बाना था और इस ताने बाने की कहानी परत दर परत खुल रही है।”
- आज आम आदमी पार्टी, बीआरएस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के सांसदों ने जेपीसी जांच की मांग को लेकर संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।