Budget Session: अडाणी समूह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद से लगातार अडाणी समूह पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मुद्दे को भूनाने में कांग्रेस पार्टी और तमाम विपक्षी दल भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। शुक्रवार को एकबार फिर से संसद में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इस मसले पर सरकार का पक्ष रखते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि शेयर मार्केट से सरकार का कोई लेना देना नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा प्राथमिकता रहती है। विपक्ष के पास कोई और मुद्दा नहीं है।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्ष के नेताओं के साथ संसद स्थित अपने कार्यालय में मीटिंग की। इस मीटिंग में कांग्रेस और विपक्षी दलों ने मिलकर सरकार के खिलाफ रणनीति तैयार की। शुक्रवार सुबह मीडिया से बातचीत में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं की एक मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में हम अपनी आगे की रणनीति बनाएंगे। गुरुवार को हमने नोटिस दिए थे लेकिन कोई चर्चा नहीं हो पाई।
टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से बाहर हुए अडाणी
इससे पहले ब्लूमबर्ग की बिलेनियर इंडेक्स रिपोर्ट ने दावा किया कि गौतम अडाणी की संपत्ति में बहुत बड़ी गिरावट हुई है। वह दुनिया के टॉप-20 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। अडाणी को एक दिन 10 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान होने की बात कही जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में अडाणी की नेटवर्थ 155.7 अरब डॉलर थी जो अब घटकर 100 अरब डॉलर से भी नीचे आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, अब अडाणी के पास 92.7 अरब डॉलर की संपत्ति है।
डाउ जोंस से अडाणी के शेयर बाहर
गुरुवार को डाउ जोंस (S&P Dow Jones Indices) ने ऐलान किया कि वह अडाणी इंटरप्राइजेज को 7 फरवरी से स्थिरता सूचकांकों से हटा देगा। अडाणी इंटरप्राइजेज अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी है। डाउ जोंस के ऐलान के अनुसार, अडाणी एंटरप्राइजेज को स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोपों को देखते हुए डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा दिया जाएगा।