उत्तर प्रदेश के दादरी के बिसाड़ा गांव के लोगों ने सोमवार को मोहम्मद अखलाक के परिवार पर गोहत्या और बीफ खाने के आरोप में 20 दिन में मामला दर्ज करने का अल्टीमेटम दिया है। गांव के मंदिर में हुई मीटिंग में शामिल हुए लोगों ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो वे अपने गुस्से को रोक नहीं पाएंगे। बैठक उसी मंदिर में बुलाई गई जिससे पुजारी ने भीड़ को बीफ खाने के आरोप में मोहम्मद अखलाक को निशाना बनाने के लिए उकसाया था।
मामले में एक आरोपी के पिता और स्थानीय भाजपा नेता संजय राणा ने कहा, ”गाय का मसला हमारी आस्था से जुड़ा है। हम लोग शांति पसंद है और न्याय में विश्वास रखते हैं। 20 दिन में सरकार को सभी विकल्पों पर विचार करना चाहिए और हमारी मांगें सुननी चाहिए। नहीं तो, लोगों के इस गुस्से को काबू में रखने की क्षमता मेरे गांव में नहीं है।” गांव के पूर्व मुखिया बाघ सिंह ने कहा, ” यदि प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो हमें एक्शन लेने को मजबूर होना पड़ेगा।” गांव के एक अन्य पूर्व मुखिया प्रताप सिंह सिसोदिया ने कहा, ”यदि मासूम बच्चों के साथ सही बर्ताव नहीं किया गया तो हम महापंचायत बुलाएंगे और कुर्बानी भी देंगे।
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शिवसेना नेता महेश कुमार आहूजा ने दावा किया कि अखलाक बीमार था जिससे ही उसकी मौत हुई हो। उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में गाय को मारना और बीफ खाना अवैध है। अखलाक को यहां के लोगों ने नहीं मारा। सीबीआई जांच में सामने आ जाएगा कि वह बीमार था और उसी के चलते मौत हुई।” मामले में आरोपी यूपी होम गार्ड कांस्टेबल विनय के पिता ओम महेश ने कहा, ”28 सितम्बर की रात जो कुछ हुआ उससे हम भी दुखी हैं। एक आदमी मर गया। ऐसा नहीं होना चाहिए था। लेकिन प्रशासन ने जो कार्रवाई की वह पक्षपात था। मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या आपकी सरकार को हिंदुओं ने वोट नहीं दिया। क्या मुसलमानों ने ही उन्हें वोट दिया। हमारे बच्चे जेल में हैं क्योंकि एक आदमी मर गया। रिपोर्ट में साफ हुआ है कि उस आदमी ने गाय की हत्या की थी। इस पर केस दर्ज क्यों नहीं हुआ।”
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यह मीटिंग धारा 144 लागू होने के बावजूद आयोजित की गई। इस दौरान भारी पुलिस जाब्ता और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ”पंचायत चुनावों से ही यहां धारा 144 लगी है। लेकिन धार्मिक केंद्रों पर लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति है। गौरतलब है कि पिछले साल बीफ खाने के आरोप में बिसाहड़ा गांव में भीड़ ने मोहम्मद अखलाक नाम के शख्स की पीट पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पूरे देश में काफी बवाल हुआ था। इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। हाल ही में आगरा की फोरेंसिक लैब ने बताया कि जो मांस अखलाक के घर से मिला वह बीफ था। इसके बाद यह मामला फिर से उठा है।
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