महिला टीवी पत्रकार ने लिखा- हमारी टीम ने शाहीनबाग में हर सवाल पूछे पर नहीं हुई बदसलूकी, ट्रोल्स ने ले लिया निशाने पर
मीडिया में इस बात की चर्चा है कि क्या पत्रकारों को शाहीन बाग जाने से रोका जा रहा है। क्या पत्रकारों से बदसलूकी हो रही है।

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में बीते एक महीने से भी ज्यादा समय से शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। पत्रकार लगातार वहां पर कवरेज के लिए जा रहे हैं। बीते रविवार को टीवी पत्रकार दीपक चौरसिया शाहीन बाग गए तो प्रदर्शनकारियों ने उनके साथ हाथापाई की। इसके दो दिन बाद वह एक अन्य न्यूज चैनल के पत्रकार के साथ फिर से शाहीन बाग गए लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें प्रदर्शन स्थल पर नहीं आने दिया। मीडिया में इस बात की चर्चा होने लगी की क्या पत्रकारों को शाहीन बाग जाने से रोका जा रहा है। क्या पत्रकारों से बदसलूकी हो रही है।
एक अन्य न्यूज चैनल के पत्रकार भी शाहीन बाग पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। इस दौरान उनका विरोध नहीं किया गया। विरोध न होने पर चैनल की पत्रकार संगीत तिवारी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी। उन्होंने ट्वीट किया ‘शाहीन बाग में एबीपी की टीम काफी देर तक शूट करती रही, वो हर सवाल पूछे जो प्रदर्शन को लेकर उठाए जा रहे हैं.. लेकिन टीम के साथ कोई बदसलूकी नहीं हुई।’
महिला पत्रकार के इस ट्वीट पर यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी। एक यूजर ने कहा ‘कितने रुपये दिए शूट करने के लिए ये भी बता दीजिए?’ एक यूजर कहते हैं ‘लगता है पहले से ही सेटिंग हो गई है… वैसे एबीपी न्यूज़ पर भरोसा कौन करता है @sangitatewari????’
एक अन्य यूजर कहते हैं।’ एक यूजर ने कहा ‘सब प्रोपेगेंडा है…ये जरूर है जो लोग कभी धर्मनिरपेक्ष देश में SC ST जैसे कानून में बिना जांच गिरफ्तारी के कानून में बदलाव के विरोध में नही आये… वे विदेशी मुस्लिमों को नागरिकता दिलाने के लिए प्रोजेक्टेड धरने पर बैठे हैं।’
एक यूजर कहते हैं ‘कितना पैसा मिला ,यह पैसा जो ले रहे हो लोगो को गुमराह करा रहे हो आप न्यूज वालो तुम्हें बहुत बड़ी सजा इस कर्म की मिलेगी।’