पानी के टैंकर ले किसानों के बीच पहुंच गए AAP नेता सिसोदिया और राघव चड्ढा, पुलिस से हो गई बहस
आज आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन और राघव चड्ढा को सिंघू बॉर्डर पर पुलिस ने रोका। इस दौरान नेताओं की पुलिस से बहस हो गई।

आज आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन और राघव चड्ढा को सिंघू बॉर्डर पर पुलिस ने रोका। इस दौरान नेताओं की पुलिस से बहस हो गई। नेता किसानों के लिए पानी का टैंकर लेकर पहुंचे थे। इस दौरान राघव चड्ढा ने कहा, ‘दुश्मन नहीं है देश का किसान है पाकिस्तान से नहीं आए हैं। पानी तो पिलाएंगे ही। जो आपको अन्न खिलाता है उसको पानी पिला रहे हैं। जो आपकी हमारी थाली में अन्न डालने का काम करता है उसको पानी पिलाने आए हैं।’ राघव चड्ढा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि देश का किसान आंतकवादी नहीं है, वो अन्नदाता है। आज भाजपा सरकार उस अन्नदाता तक पानी, लंगर और शौचालय की सुविधा पहुँचाने नहीं दे रही है।
वहीं, आज दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने राकेश टिकैत से मुलाकात भी की। जिसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों की मदद करने के लिए केजरीवाल सरकार को शुक्रिया कहा। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”राकेश जी, हम पूरी तरह से किसानों के साथ हैं। आपकी माँगे वाजिब हैं। किसानों के आंदोलन को बदनाम करना, किसानों को देशद्रोही कहना और इतने दिनों से शांति से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर झूठे केस करना सरासर ग़लत है।”
बता दें कि कल रात भर गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों और पुलिस के बीच तनाव की स्थिति देखने को मिली। पहले तो पुलिस किसानों को धरना स्थल से खदेड़ने की सोच रही थी। हालांकि बाद में किसान नेता राकेश टिकैत के रोने का वीडियो देख बड़ी संख्या में गाजीपुर बॉर्डर पर जा पहुंचे।
कल किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया के सामने कहा था कि वे इस आंदोलन के लिए गोलियों का सामना करने को तैयार हैं। सरकार ने कानून वापिस नहीं किए तो वे आत्महत्या कर लेंगे। किसानों ने मामले में महापंचायत भी बुलाई है।
AAP leader @SatyendarJain & @raghav_chadha stopped by Police at Singhu border.
@raghav_chadha reached their with water tankers for farmers. pic.twitter.com/xIov6XWhiX
— AAP (@AamAadmiParty) January 29, 2021
कल हरियाणा और उत्तर प्रदेश प्रशासन ने किसानों को धरना स्थल से हटाने की सोची थी। कल बड़ी संख्या में पुलिस बल गाजीपुर सीमा पर तैनात किया गया था। साफ था कि पुलिस किसानों को धरना स्थल से हटाना चाहती थी। जब लग रहा था कि पुलिस किसानों को खदेड़ने वाली है। राकेश टिकैत ने साफ किया कि वे जगह खाली नहीं करेंगे।
राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा, “वे किसानों को बर्बाद करना चाहते हैं।हम ये होने नहीं देंगे। या,तो कानून वापिस होंगे या फिर टिकैत आत्महत्या कर लेगा। ये किसानों के खिलाफ एक साजिश है…”
ये वीडियो वायरल होने के बाद किसान राकेश टिकैत की बुलाई महापंचायत में शामिल होने के लिए किसान वापिस गाजीपुर सीमा पर लौटे।