जब अमित शाह से ऐंकर ने पूछा था, क्या बनाएंगे हिंदू राष्ट्र? दिया था यह जवाब
अमित शाह कहने लगे कि भारत में मुसलमानों की संख्या कम नहीं हुई बल्कि बढ़ी। लेकिन पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या कम हुई।

आज तक पर इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने हिंदू राष्ट्र बनाए जाने के सवाल पर कहा कि सीएए के जरिए नागरिकता देने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि पाकिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू और सिख प्रताड़ित होकर आए हैं और 70 सालों से नरक का जीवन जी रहे हैं। एनआरसी की शुरुआत कांग्रेस ने की थी। कांग्रेस को ये कहना चाहिए कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में जितने भी मुसलमान हैं सब यहां आ जाएं हम सबको नागरिकता देंगे। वे कह रहे हैं कि घुसपैठियों को भी नागरिकता दी जाए।
शाह एंकर से पूछने लगे कि एनआरसी से आखिर तकलीफ क्या है? एंकर राहुल कंवल कहने लगे कि एक हिंदू और एक मुसलमान बांग्लादेश से आता है रोजगार की तलाश में। इस पर अमित शाह ने टोकते हुए कहा कि हिंदू रोजगार की तलाश में नहीं बल्कि वहां से प्रताड़ित होकर यहां आया है। अमित शाह कहने लगे कि भारत में मुसलमानों की संख्या कम नहीं हुई बल्कि बढ़ी। लेकिन पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या कम हुई।
राहुल कंवल ने कहा कि हो सकता है कि असम में रहने वाला कोई बंगाली हिंदू झूठ बोल दे कि वह 1971 के पहले से यहां रह रहा है। अमित शाह ने एंकर को जवाब देते हुए कहा कि आप भारत में जन्मे हो इसलिए ये कह पा रहे हो।
एंकर ने जब पूछा कि लोग साबित कैसे करेंगे कि वे इस देश के ही हैं? अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि पुरानी मतदाता सूची में किसी का नाम है तो वो भी दस्तावेज ही है।
एंकर ने कहा कि आप कैसे पता करेंगे कि कौन घुसपैठिया है? अमित शाह ने जवाब दिया कि उसकी चिंता आप सरकार पर छोड़ दो। आप सेक्युलरिज्म की चिंता करो।
शाह ने कहा कि दुनिया के सभी देशों में नागरिकों का रिकॉर्ड होता है। कांग्रेस चाहती है कि दुनिया के सभी मुसलमान आकर भारत में बस जाएं। अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं के प्रति भारत की कमिटमेंट है। ये आज की नहीं 1947 की है।