इस दौरान जनसभा में तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की उपस्थिति में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आदि ने भाग लिया।भारत राष्ट्र समिति की पहली बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख राव ने कहा कि तेलंगाना के खम्मम में हुई रैली में नए मोर्चे ने ली शक्ल।
अगर लोकसभा चुनाव के बाद 2024 में केंद्र में ‘समिति प्रस्तावित सरकार’ सत्ता में आती है तो देश भर के किसानों को मुफ्त बिजली मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि ‘मेक इन इंडिया पहल जोक इन इंडिया बन गई है’। राव ने कहा कि ‘रायतु बंधु’ जैसी कल्याणकारी योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। राव ने एलआइसी के विनिवेश को लेकर केंद्र की आलोचना की।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने और 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे सत्ता से हटाने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक दलों को एक साथ आने की जरूरत है। राजा ने आरोप लगाया कि गैर भाजपा शासित राज्यों के कुछ राज्यपाल निर्वाचित सरकारों के कामकाज में दखल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एकाधिकारवादी शासन प्रणाली (देश में) थोपना चाहती है। वे भारत को एक आयामी देश बनाना चाहते हैं।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि कल भाजपा की कार्यकारिणी बैठक खत्म हुई, उन्होंने कहा कि 400 दिन बाकी है, हमें तो लगता था कि ये सरकार वो है जो दावा करती थी कि हटेगी नहीं लेकिन अब वो स्वयं स्वीकार रहे हैं कि अब 400 दिन हैं। जो सरकार अपने दिन गिनने लगे तो समझ लो ये सरकार अब रुकने वाली नहीं है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा लोकतंत्र की नींव को तबाह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज हम एक नए प्रतिरोध की शुरुआत कर रहे हैं। हमारी सभी देशी भाषाओं को दरकिनार करते हुए हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में चित्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। अपनी मातृभाषाओं को खत्म कर हिंदी थोपने से राष्ट्र की अखंडता प्रभावित होगी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बैठक से पहले यदाद्री में स्थित भगवान लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी के मंदिर जा कर पूजा की। राव सरकार ने इस मंदिर का बड़े पैमाने पर जीर्णोद्धार किया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और भाकपा महासचिव डी राजा भी यदाद्री पहुंचे हैं। हालांकि, पार्टी सूत्रों के मुताबिक वे ‘दर्शन’ के लिए मंदिर नहीं गए।