72वां गणतंत्र दिवसः राजपथ पर दिखा देश का पराक्रम, गरजा राफेल, राम मंदिर की भी दिखी झलक; देखें परेड-झांकी के PHOTOS
72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर परेड निकली, जहां भारत ने अपनी शक्ति दुनिया के सामने दिखाई। अलग-अलग राज्यों की झलकियों के साथ देश की सेना की ताकत यहां दिखाई दी। पहली बार राफेल लड़ाकू विमान ने अपना दम दुनिया के सामने परेड में दिखाया।

72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर परेड निकली, जहां भारत ने अपनी शक्ति दुनिया के सामने दिखाई। अलग-अलग राज्यों की झलकियों के साथ देश की सेना की ताकत यहां दिखाई दी। पहली बार राफेल लड़ाकू विमान ने अपना दम दुनिया के सामने परेड में दिखाया। परेड में राम मंदिर की झलक दिखी तो फिट इंडिया और आत्म निर्भर भारत अभियान को भी शान से प्रदर्शित किया गया।

गणतंत्र दिवस की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस बार की परेड पहले की अपेक्षा कुछ मामलों में अलग रही। कोविड-19 की वजह से 15 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को परेड से दूर रखा गया। वहीं पहले परेड का रूट जहां 8.5 कि

मी होता था, वहीं इस बार यह 3.5 किमी तक ही रहा। इस बार की खासियत यह रही कि बांग्लादेश की सेना की 122 सदस्यीय टुकड़ी ने परेड में अपना जलवा दिखाया। वे उन मुक्ति योद्दाओं को प्रदर्शित कर रहे थे, जिन्होंने 1971 के युद्द में हिस्सा लेकर अपने देश को स्वतंत्र कराया था। ध्यान रहे कि 1971 में पाकिस्तान पर विजय के उपलक्ष्य में भारत स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है।
राजपथ पर मंगलवार को अर्द्ध सैनिक और अन्य सहायक बलों की परेड भी निकली। इस दौरान भारतीय तटरक्षक बल, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, दिल्ली पुलिस का बैंड, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का बैंड, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के जवानों ने अपनी ताकत को दिखाया। सबसे पहले राजपथ पर युद्धक टैंक टी-90 भीष्म ने अपना जलवा बिखेरा। यह मुख्य युद्धक टैंक, हंटर-किलर सिद्धांत पर कार्य करता है। 861 मिसाइल रेजिमेंट की ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली के मोबाइल ऑटोनोमस लांचर ने राजपथ पर अपनी ताकत दिखाई। इस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया गया है।
राजपथ पर नौ सेना की झांकी दिखाई गई। झांकी में आईएनस विक्रांत को सी हॉक और अलाइज एयरक्राफ्ट के साथ फ्लाइंग ऑपरेशन में भाग लेते हुए दिखाया गया है। परेड के दौरान सबसे अहम फॉरमेशन रही। एकलव्य फॉरमेशन की अगुवाई राफेल लड़ाकू विमान ने की। राफेल के साथ दो जगुआर, दो मिग-29 लड़ाकू विमान आसमान में दिखे। इस दौरान स्वदेश में तैयार किए गए तेजस लड़ाकू विमानों ने भी अपना जलवा बिखेरा।
राजपथ पर राज्यों के सांस्कृतिक रुख को दुनिया के सामने दिखाया गया। दर्जनों राज्यों की अलग-अलग झांकी निकलीं, जिसमें कलाकारों ने राज्य की विशेष संस्कृति का दर्शन दुनिया को कराया। स्कूली बच्चों ने भी यहां कई विषयों पर अपनी प्रस्तुति पेश की। इस बार उत्तर प्रदेश की झांकी भी खास रही। इसमें राम मंदिर की झलक को दिखाया गया है। झांकी में अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और सुंदरता को दिखाया गया।

केंद्रीय मंत्रालयों की झांकी में आईटी मंत्रालय की झांकी में राष्ट्र की प्रगति के लिए डिजीटल इंडिया- आत्मनिर्भर भारत थीम को दर्शाया गया। कोविड-19 संकट के दौरान बनाए गए आरोग्य सेतु ऐप को भी परेड के दौरान दिखाया गया। इस बार आयुष मंत्रालय की झांकी में कोरोना संकट के मुद्दे को उठाया गया है। केंद्रीय मंत्रालयों की झांकी में मुख्य रूप से आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल जैसी योजनाओं पर फोकस किया गया। राजपथ पर झांकियों में सबसे पहले झांकी, संघ शासित प्रदेश लद्दाख की झांकी रही, जो केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत कर रही है।