पाकिस्तान और बांग्लादेश में सक्रिय आतंकवादी संगठनों ने दो हजार रुपए की नकली करंसी तैयार कर ली है। दोनों तरफ की सीमा से करंसी की खेप पहुंचाने की साजिश की जा रही है। खुफिया विभाग से जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों से डेढ़ महीने में अब तक लगभग चार करोड़ रुपए की नकली करंसी पकड़ी गई है। सीमा पर तैनात जवानों को करंसी के सुरक्षा फीचर्स पहचानने में परेशानी की जानकारी मिलने के बाद सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को नकली नोट पहचानने का प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रहा है भारतीय रिजर्व बैंक।
गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में वित्त मंत्रालय को विस्तृत जानकारी भेजी थी। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की हालिया बैठक में इस बाबत प्रमुखता से चर्चा की गई। जल्द ही, रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया अपने कार्यकारी निदेशक के मातहत विशेष टीम गठित करने वाला है, जो प्रशिक्षण अभियान चलाएगा। सेना और बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्रों के साथ रिजर्व बैंक की विशेष टीम समन्वय कर प्रशिक्षण की रूपरेखा और जगह तय करेगी।बांग्लादेश और पाकिस्तान से सटी सीमा पर पकड़े गए आतंकवादियों और तस्करों के पास से कई बार दो हजार रुपए की नकली करंसी का जखीरा पकड़ा गया है। 15 दिसंबर के बाद से इस तरह की बरामदगी में तेजी आई है। इंटेलीजेंस ब्यूरो ने सरकार को संदिग्ध सीमावर्ती इलाकों के बारे में ब्योरा भेजा है। जो नकली नोट पकड़े गए हैं, उनमें नए नोटों के सिक्योरिटी फीचर्स में से आधे से ज्यादा की नकल कर ली गई है।पकड़े गए नोटों में वैसे ही जियोमीट्रिक पैटर्न पाए गए हैं, जो दो हजार रुपए के असली नोट में मिलते हैं। कलर स्कीम, वॉटर मार्किंग और एक्सक्लूसिव नंबर पैटर्न बिल्कुल असली नोटों की तरह हैं। रिजर्व बैंक ने दो हजार रुपए के नोटों में 17 सिक्योरिटी फीचर्स डाले हैं। नकली नोट छापने वालों ने इतनी सफाई से इनमें से ज्यादातर की नकल की है कि सीमा पर जांच या कार्रवाई के दौरान इन्हें पहचानना मुश्किल हो गया।
हाल में बंगाल के मुर्शिदाबाद सीमा से युवक को बीएसएफ ने दो हजार के चार लाख नोटों के साथ पकड़ा। इनकी जांच के लिए रिजर्व बैंक के कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय भेजा गया तो इनके नकली होने और सिक्योरिटी फीचर्स की कॉपी करने का पता चला। जैसलमेर की एक सीमा-पोस्ट पर सवा करोड़ रुपए के नकली नोटों का जखीरा पकड़ा गया। अब तक कुल 42 तस्करों और आतंकवादियों को पकड़ा गया है और उनके पास से तीन करोड़ 96 लाख 72 हजार पांच सौ रुपए के दो हजार रुपए की करंसी पकड़ी गई। सेना के अधिकारियों का कहना है कि इन नोटों को भारत में काम कर रहे आतंकियों के संपर्क सूत्रों या स्लीपर सेल्स के पास भेजा जा रहा था। सरहदी इलाकों के गांवों में सक्रिय आइबी के सूचना तंत्र ने अलर्ट किया है।