2012 Delhi Gang Rape and Murder Case Convicts Hanging Updates: दिल्ली गैंगरेप दोषियों को फांसी दिए जाने पर बोलीं भाजपा सांसद हेमा मालिनी- अब लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध करने से डरेंगे
2012 Delhi Gang Rape and Murder Case Convicts Hanging News in Hindi Updates: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि 'आज उदाहरण सेट किया गया है...लेकिन यह पहले ही होना चाहिए था। अब लोगों को समझ में आएगा कि आप तारीख को आगे जरुर बढ़ा सकते हैं लेकिन आपको सजा मिलकर रहेगी।'

2012 Delhi Gang Rape and Murder Case Convicts Hanging News in Hindi Updates: दिल्ली गैंगरेप दोषियों को फांसी दिए जाने पर मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने संतोष जाहिर किया और कहा कि दोषियों को फांसी देने में समय लगा लेकिन आखिरकार यह हुआ जो कि अच्छी बात है। इस बात से देश की सभी महिलाएं खुश हैं। मुझे उम्मीद है कि अब से लोग महिलाओं के खिलाफ इस तरह के अपराध करने से पहले डरेंगे।
दिल्ली गैंगरेप दोषियों को फांसी दिए जाने पर पीएम मोदी ने संतुष्टि जाहिर की है और कहा है कि अब न्याय हुआ है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘न्याय हुआ। यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम महिलाओं की सुरक्षा और शुचिता बरकरार रखें।’
दिल्ली गैंगरेप के सभी दोषियों को फांसी पर चढ़ाए जाने के बाद अब अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इंसाफ होने में 7 साल लग गए। आज हम प्रतिज्ञा करें कि ऐसा दोबारा नहीं होगा। हमने देखा कि कैसे दोषियों ने कानून का इस्तेमाल किया। हमारे सिस्टम में कई लूपहोल्स हैं। हमें सिस्टम को और मजबूत करना है।’
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल ने कहा है कि आज की दिन ऐतिहासिक है। पीड़िता को 7 साल बाद न्याय मिला है। उसकी आत्मा को आज शांति मिली है। देश ने बलात्कारियों को कड़ा मैसेज दिया है कि अगर आपने इस तरह का अपराध किया तो आपको फांसी पर लटका दिया जाएगा।
आपको बता दें कि दिल्ली गैंगरेप के सभी 4 दोषियों को आज शुक्रवार (20 मार्च, 2020) की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। पवन जल्लाद ने एक साथ इन चारों को जेल के अंदर बने फांसीघर में फांसी दी।
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राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि 'आज उदाहरण सेट किया गया है...लेकिन यह पहले ही होना चाहिए था। अब लोगों को समझ में आएगा कि आप तारीख को आगे जरुर बढ़ा सकते हैं लेकिन आपको सजा मिलकर रहेगी।'
दिल्ली गैंगरेप दोषियों को फांसी दिए जाने पर भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने संतोष जाहिर किया और कहा कि दोषियों को फांसी देने में समय लगा लेकिन आखिरकार यह हुआ जो कि अच्छी बात है। इस बात से देश की सभी महिलाएं खुश हैं। मुझे उम्मीद है कि अब से लोग महिलाओं के खिलाफ इस तरह के अपराध करने से पहले डरेंगे।
दिल्ली गैंगरेप के दोषियों में से एक मुकेश सिंह ने फांसी से पहले अपनी आखिरी इच्छा में अपने अंगों को दान करने और अन्य दोषी विनय शर्मा ने अपनी पेंटिंग्स जेल सुपरीटेंडेंट और हनुमान चालीसा उसके परिवार को देने की इच्छा जाहिर की। हालांकि मुकेश, विनय, पवन गुप्ता और अक्षय कुमार सिंह ने अपनी कोई वसीयत रिकॉर्ड नहीं करायी।
राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने दिल्ली गैंगरेप के दोषियों को फांसी दिए जाने पर कहा कि न्याय में देरी न्याय से इंकार जैसा है। एक व्यक्ति आजाद है। क्या उसकी सोच बदल गई है?
इससे पहले फांसी की प्रक्रिया के तहत आज अहले सुबह चारों को इनके बैरक में जगाया गया और फिर उन्हें नहलाया गया। इन्हें नए कपड़े भी पहनने के लिए दिए गए लेकिन एक दोषी ने नए कपड़े पहनने से इनकार कर दिया। फांसी से पहले तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से चारों दोषियों का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया और टेस्ट में चारों स्वस्थ पाए गए।।
देश ही नही, दुनिया भर को झकझोर देने वाले दिल्ली के निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार को तड़के फांसी दिये जाने के बाद निर्भया के पैतृक गांव में खुशी का माहौल है। गांव में लोगों ने फांसी की खबर सुनने के बाद एक तरह से होली और दीपावली साथ साथ मनाई । निर्भया के दादा ने 20 मार्च को निर्भया दिवस के रूप में मनाने की मांग करते हुए कहा ‘‘ काली रात बीत गई और नया सबेरा हो गया । आज देश में सबसे बड़े कोरोना वायरस का अंत हो गया ।’’ जिला मुख्यालय से तकरीबन 45 किलोमीटर दूर बिहार सीमा से सटे मेड़वरा कलां में आज की सुबह बेहद खास रही । निर्भया के गांव में रह रहे उसके परिजनों के साथ ही ग्रामीण कल रात से ही टीवी के सामने बैठे रहे तथा पलपल की ताजा जानकारी लेते रहे। चारों दोषियों को आज तड़के फांसी पर लटकाए जाने की खबर टी वी पर देखते ही गांव में मौजूद निर्भया के दादा-दादी और चाचा-चाची सहित अन्य परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े । लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर और रंग लगाकर जश्न मनाया।
पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने अपनी किताब ‘खाकी फाइल्स’ में लिखा कि इस मामले की जांच का पहला चरण बस का पता लगाना था। जांच कर रही टीम ने दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारियों को तड़के जगाया और उनसे शहर की सभी पंजीकृत सफेद बसों की जानकारी हासिल की। जल्द ही पुलिस के पास 320 सफेद बसों की जानकारी थी। इसके बाद पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी होटलों और अतिथि गृहों की सीसीटीवी फुटेज देखी। कुमार ने अपनी किताब में लिखा, ‘पुलिस टीमों को होटल दिल्ली एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में एक बस पर ‘यादव’ लिखा दिखाई दिया। बस को दिल्ली से गुरुग्राम की ओर जाते देखा गया लेकिन 19 मिनट में रात नौ बजकर 53 मिनट पर उसी दिशा में बढ़ती वही बस फिर से स्क्रीन पर दिखाई दी।’ फुटेज निर्भया के मित्र को दिखाई गई जिसने बस की पहचान कर ली क्योंकि इसके आगे के बाएं पहिए की हबकैप गायब थी।
सफेद रंग की बस और उसके पहिए के चक्के के गायब कवर (हबकैप)-- यही वो दो सुराग थे जिनके सहारे पुलिस ने उस वाहन का पता लगाया था जिसमें 16 दिसंबर, 2012 को 23 वर्षीय युवती का सामूहिक बलात्कार किया गया था। ‘निर्भया’ और उसका दोस्त मुनिरका बस अड्डे पर खड़े थे, तभी पीली और हरी पट्टियों वाली सफेद बस उनके पास आई। बस में सवार एक लड़के ने द्वारका और पालम मोड़ की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए आवाज लगाई। युवती और उसका दोस्त बस में चढ़ गए लेकिन उन्हें इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि यह उनके जीवन की आखिरी बस यात्रा होगी और उनकी यह यात्रा शहर ही नहीं बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख देगी।
फांसी दिए जाने से कुछ ही मिनट पहले अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए चारों दोषियों में से मुकेश सिंह ने कहा कि वह अंगदान करना चाहता है जबकि विनय शर्मा ने कहा कि वह अपनी पेंटिंग्स जेल अधीक्षक को और हनुमान चालीसा अपने परिवार को देना चाहता है। बता दें कि विनय जेल में पेंटिंग्स बनाता था। बाकी के दो दोषियों पवन गुप्ता और अक्षय कुमार ने किसी तरह की कोई अंतिम ख्वाहिश पेश नहीं की।
दिल्ली गैंगरेप के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। पीएम ने कहा कि न्याय हो गया है। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि महिलाओं की शान और सुरक्षा जरुरी है। हमारी नारी शक्ति आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।
इस पूरे मामले पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने कहा कि 'इन सभी ने बहुत ही भयानक अपराध किया था। मुझे आशा थी कि यह सजा उन्हें और पहले ही मिल जाती।'
दिल्ली गैंगरेप के दोषियों ने जेल में काम करके 1 लाख 37 हजार रुपए कमाए थे। हालांकि इस दौरान मुकेश ने कोई काम नहीं किया था। जबकि अक्षय कुमार ने 69 हजार रूपये कमाए, पवन ने 29 हजार रुपये और विनय ने 39 हजार रुपये कमाए थे। अब दोषियों के पैसों को उनको परिवार वालों को दे दिया जाएगा। इसके अलावा चारों दोषियों के कपड़े और सामान भी घरवालों को दे दिए जाएंगे।
दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी 'एएनआई' से बातचीत करते हुए बताया कि न्यायिक प्रक्रिया के तहत किये जाने वाले पोस्टमार्टम अस्पताल में किये जाने वाले अन्य दूसरे पोस्टमार्टम से अलग होता है। ऑटोप्सी दोपहर करीब 12.30 बजे होने की उम्मीद है।
तिहाड़ जेल के डीजी ने न्यूज एजेंसी 'ANI' से बातचीत करते हुए कहा कि गुरुवार की रात मुकेश और विनय ने रात का खाना खाया था लेकिन अक्षय ने सिर्फ चाय पी थी। विनय थोड़ा रो रहा था लेकिन बाकी सभी शांत थे। इन सभी दोषियों को कोर्ट के आदेश के बारे में लगातार जानकारी दी जा रही थी।
5.20 मिनट पर तिहाड़ जेल के बाहर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई। 5.26 मिनट पर चारों दोषियों के गर्दन में फंद कस दिया गया। ठीक 5.30 मिनट पर जेल प्रशासन की तरफ से इशारा मिलते ही पवन जल्लाद ने लीवर खींचा और चारों दोषी फांसी के फंदे पर झूल गए।
यह उस वक्त की तस्वीरें हैं जब सभी मृतकों के शवों को तिहाड़ जेल से निकाल कर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जा रहा था। दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में जेल मैन्युअल और सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के हिसाब से पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद इनकी डेड बॉडी इनके परिजनों को सौंप दी जाएगी।
फांसी दिए जाने के बाद अब सभी दोषियों के परिजनों को लिखित तौर पर यह देना होगा कि वो शवों के अंतिम संस्कार के वक्त या उससे पहले डेड बॉडी के साथ किसी तरह का प्रदर्शन नहीं करेंगे। यानी इनके परिवार के अंतिम संस्कार के वक्त या उससे पहले सार्वजनिक प्रदर्शन नहीं करेंगे।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा आज इंसाफ हुआ है और दोषियों को सजा मिली है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल ने कहा है कि आज की दिन ऐतिहासिक है। पीड़िता को 7 साल बाद न्याय मिला है। उसकी आत्मा को आज शांति मिली है। देश ने बलात्कारियों को कड़ा मैसेज दिया है कि अगर आपने इस तरह का अपराध किया तो आपको फांसी पर लटका दिया जाएगा।
चारों दोषी पवन, मुकेश, विनय और अक्षय को फांसी दिए जाने के बाद पीड़िता की मां ने कहा कि ‘अब लड़कियां खुद को महफूज महसूस करेंगी। कहीं ना कहीं इन चारों की फांसी के बाद मां-बाप अपने बेटों को सहीं और गलत के बारे में समझना और सीखना शुरू करेंगे कि अगर ऐसा किया तो आपका हश्र भी इन्हीं चारों की तरह होगा।’ पढ़ें पूरी खबर
फांसी दिए जाने के करीब आधे घंटे बाद चिकित्सकों ने सभी चारों दोषियों की मौत की पुष्टि कर दी। अगली प्रक्रिया के तहत इन सभी मृतकों का अब पोस्टमार्टम किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 5 चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई है जो यह पोस्टमार्टम करेगी। इसके बाद इनके शव को इनके परिजनों को भी सौंप दिया जाएगा
तिहाड़ जेल में 4 कैदियों को फांसी के बाद अब उनकी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम के लिए सभी डेड बॉडी को थोड़ी देर पहले ही तिहाड़ जेल से निकाल कर दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में ले जाया गया है।
दिल्ली गैंगरेप कांड के 7 साल से ज्यादा गुजर गए और अब इस मामले में इंसाफ हो चुका है। इस कांड के सभी 4 दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद दिल्ली के तिहाड़ जेल के बाहर कई लोग खुशी मनाते हुए भी नजर आए। यहां लोगों ने एक-दूसरे को मिठाइयां बांटी।
दिल्ली गैंगरेप के सभी दोषियों की फांसी पर लटकाए जाने के बाद अब उनकी मौत की पुष्टि कर दी गई है। आपको बता दें कि अगली प्रक्रिया के तहत चारों दोषियों के शव का पोस्टमार्टम दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में किया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार की देर रात जब 'सुप्रीम' अदालत में दोषियों की याचिका खारिज हो गई तब उनके वकील एपी सिंह ने अदालत के फैसले पर नाराजगी जताई। एपी सिंह ने कहा कि क्या 8 साल से कम उम्र का कोई इस केस में पीड़ित है। इस दौरान उन्होंने यह भी कह दिया कि साढ़ें बारह बजे तक उनकी बेटी कहां थीं? उन्हें पता ही नहीं था। उनकी यह बात सुनकर वहां मौजूद एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता भड़क गईं।
दिल्ली गैंगरेप के सभी दोषियों को फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया है। थोड़ी देर बाद इन सभी की मौत की पुष्टि कर दी जाएगी। दरअसल फांसी के बाद की प्रक्रिया के तहत फांसी दिए जाने के कुछ समय बाद मेडिकल ऑफिसर फांसी दिए जाने वाले शख्स की नब्ज टटोलते हैं और यह जांच की जाती है कि उनकी मौत हुई है या नहीं? मौत की पुष्टि अभी थोड़ी देर बाद कर दी जाएगी
पीड़िता की वकील ने कहा कि यह रेयर ऑफ रेयरेस्ट मामला था। इस मामले के दोषियों को आज सजा दी गई है। उन्होंने कहा कि 'मुझे पता था कि कई सारे केसों में लोगों को न्याय नहीं मिला है और केस पेंडिंग है। ऐसे में फैसला आने में देरी हो सकती है।' उन्होंने कहा कि देर है लेकिन अंधेर नहीं। आखिरकार पीड़िता और उसके परिवार वालों को इंसाफ मिल गया। उन्होंने कहा कि देश की अन्य बेटियों को भी न्याय मिले यह जरुरी है।
दिल्ली गैंगरेप के सभी चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है। इससे पहले चारों दोषियों के गले में फांसी का फंदा डाला गया। जल्लाद ने जेल प्रशासन की तरफ से इशारा मिलते ही लीवर खींचा और सभी दोषी फांसी के फंदे पर झूल गए। पीड़िता की मां ने कहा कि आज का दिन महिलाओं को समर्पित है।
दिल्ली गैंगरेप के सभी चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है। इससे पहले चारों दोषियों के गले में फांसी का फंदा डाला गया। जल्लाद ने जेल प्रशासन की तरफ से इशारा मिलते ही लीवर खींचा और सभी दोषी फांसी के फंदे पर झूल गए।
तिहाड़ जेल में सभी 4 दोषियों को फांसी दी जा रही है। फांसी से पहले चारों के चेहरे को काले कपड़े से ढका गया है। इसके बाद उनके गले में फांसी का फंदा डाला गया है।
एक दोषी के साथ 6 सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। चोरों दोषियों को फांसी घर ले जाया जा रहा है। सुबह 5.30 बजे सभी को फांसी दी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फांसीघर में जाने के दौरान सभी दोषियों के हाथ को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ रखा है।
तिहाड़ जेल के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था नजर आ रही है। पुलिस बल की तैनाती इसलिए की गई है ताकि फांसी के बाद किसी तरह की अव्यवस्था ना फैले।
फांसी से पहले तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी घर का जायजा लिया। आपको बता दें कि जेल में पवन जल्लाद मौजूद हैं और वो हीं सभी कैदियों को फांसी के तख्ते पर भी चढ़ाएंगे। इससे पहले पवन जल्लाद के पिता औऱ दादा ने भी कैदियों को फांसी पर चढ़ाया है। पनव जल्लाद के लिए यह पहला मौका है जब वो 4 कैदियों को एक साथ फांसी देंगे।
'आज तक' की रिपोर्ट के मुताबिक कैदी विनय को छोड़ कर अन्य सभी ने फांसी से पहले अपने कपड़े बदले। आज फांसी से पहले विनय अपने सेल में रो भी रहा था। विनय की सेल में कई सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। यहां आपको बता दें कि फांसी से पहले की एक प्रक्रिया यह भी होती है कि जिन कैदियों को फांसी दी जानी है उन्हें नए कपड़े पहनने के लिए दिए जाते हैं।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने न्यूज एजेंसी 'ANI' को बताया कि फांसी की तैयारियां की जा रही हैं। फांसी से पहले की प्रक्रिया के तहत सभी दोषियों को सुबह जगाया गया है। इसके बाद जेल प्रशासन से जुड़े अधिकारी आपस में बैठक कर रहे हैं।
दिल्ली गैंगरेप के सभी चारों दोषियों को थोड़ी देर बाद फांसी के तख्ते पर लटका दिया जाएगा। तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जानकारी के मुताबिक सुबह 5.30 बजे सभी दोषियों को फांसी दी जाएगी। फांसी से पहले सभी चारों दोषियों का मेडिकल टेस्ट भी किया गया है। मेडिकल टेस्ट में चारों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
मामले की सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि आखिरी घंटों में हम आपकी कुछ मदद नहीं कर सकते। आपके पास कोई महत्वपूर्ण दलील हो तो रखिए। इस पर दोषियों के वकील ने दस्तावेज पेश करने के लिए दो-तीन का समय मांगा।
दिल्ली गैंगरेप केस में चारों आरोपियों की फांसी की सजा टालने वाली याचिका हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद अब दोषियों के वकील ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है और वो सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं।
दिल्ली गैंगरेप के दोषियों की फांसी से पहले तिहाड़ जेल के बाहर पोस्टर लग गए हैं। इसमें 'भारत आज देगा अपनी बेटी को श्रद्धांजलि' का संदेश लिखा हुआ है।
मामले की सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि आखिरी घंटों में हम आपकी कुछ मदद नहीं कर सकते। आपके पास कोई महत्वपूर्ण दलील हो तो रखिए। इस पर दोषियों के वकील ने दस्तावेज पेश करने के लिए दो-तीन का समय मांगा।
मामले की सुुनवाई के दौरान जज ने दोषियों के वकील एपी सिंह से कहा कि वक्त आ गया है कि अब आपके मुवक्किल ऊपरवाले से मुलाकात करेंगे। अब आप और वक्त बर्बाद मत कीजिए।
दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई को दौरान दोषियों के वकील एपी सिंह ने लंबित याचिकाओं का हवाला दिया। इस पर अदालत ने कहा कि वह सिर्फ कानूनी बिंदुओं पर बात करें। अदालत ने कहा कि दोषियों के मामले में अंतिम फैसला आ चुका है।
दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि चाहें तो दोषियों को भारत-पाकिस्तान की सीमा पर भेज दिया जाए, चाहे उन्हें डोकलाम भेज दें, लेकिन उन्हें फांसी मत दीजिए। वे देश की सेवा करने के लिए तैयार हैं। मैं इस बारे में एफिडेविट भी दायर कर सकता हूं। पढ़ें पूरी खबर...
दिल्ली 2012 गैंगरेप केस में जान गंवाने वाली पीड़िता की मां आशा देवी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि आखिरकार दोषियों को फांसी पर लटकाया जाएगा। अब मुझे शांति मिलेगी। सात साल बाद मेरी बेटी की आत्मा को भी शांति मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने दोषी की उस अपील को भी खारिज कर दिया है, जिसमें उसने राष्ट्रपति के दया याचिका खारिज करने के फैसले को चुनौती दी थी। जज जस्टिस भानुमति ने कहा कि हम दोषी की अपील सुनने के लिए बाध्य नहीं है।
वकील एपी सिंह ने कहा कि सभी दोषी करीब 7 साल से जेल में हैं। उन्होंने 4 बार डेथ वॉरंट का सामना किया है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कहा था कि निर्भया मामले के दोषी युवा हैं और उन पर दया दिखाई जानी चाहिए।
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में एक दोषी के वकील ने कहा कि राष्ट्रपति की तरफ से उनके मुवक्किल की दया याचिका खारिज करने का तरीका अवैध था। उन्होंने कहा कि 2012 का गैंगरेप केस जनता के दबाव की वजह से काफी हद तक पक्षपातपूर्ण रहा।
सुप्रीम कोर्ट में एक दोषी ने राष्ट्रपति की तरफ से दया याचिका खारिज किए जाने के खिलाफ भी याचिका दायर की। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उसके वकील से पूछा कि जब राष्ट्रपति ने दूसरी बार भी दया याचिका खारिज कर दी, तो इसकी न्यायिक समीक्षा कराने की क्या जरूरत है। हालांकि, वकील ने बचाव में कहा कि दया याचिका खारिज होने से कई लोगों पर इसका असर पड़ेगा। साथ ही दोषी से जुड़े लोग भी प्रभावित होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ही एक दोषी की सबूतों को दोबारा खोलने की याचिका खारिज कर दी। उसके वकील एमएल शर्मा ने कहा था कि कोर्ट का फैसला गलत दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर प्रभावित हुआ। वकील का कहना था कि घटना के दिन उनका मुवक्किल दिल्ली में नहीं था। इसी को लेकर उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि दोषी ने बचाव के अपने सारे तरीके आजमा लिए हैं, इस स्तर पर अब किसी भी नए सबूत को देखा नहीं जा सकता।
दोषियों के वकील एपी सिंह ने कोर्ट को दोषियों पर चल रहे और उनकी तरफ से दाखिल किए गए उन कई केसों का हवाला दिया, जिन पर अभी सुनवाई पूरी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि एक दोषी की पत्नी ने औरंगाबाद फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की है। वहीं, एक दोषी की चुनाव आयोग के खिलाफ याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित है। इसके अलावा मानवाधिकार संगठन की तरफ से इस मामले में एक याचिका इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में भी लंबित है। एपी सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस के डर की वजह से सभी जगहें बंद हैं। इसलिए कई केस पेंडिंग हुए हैं।