26/11 Mumbai Attack News: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले की 14वीं बरसी ( 14th Anniversary Of Mumbai Terror Attack ) मनाई जा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत देश की तमाम हस्तियों ने शनिवार को मुंबई हमले में शहीद हुए 18 सुरक्षाकर्मियों और मारे गए 166 लोगों को श्रद्धांजलि दी। और उनके परिवारों के दर्द में खुद को साथ बताया। मुंबई के ताज होटल (Taj Hotel) और आसपास आतंकी हमले में 300 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने मुंबई हमलों के पीड़ितों को याद करते हुए कहा कि 26/11 की 14वीं बरसी पर जिन्हें हमने खोया उन सभी को देश कृतज्ञता के साथ याद कर रहा है। हम उनके प्रियजनों और परिवारों के दर्द को साझा करते हैं। कर्तव्य के पालन में बहादुरी से लड़ाई लड़ी और सर्वोच्च बलिदान देने वाले सुरक्षाकर्मियों को राष्ट्र श्रद्धांजलि देता है।
Constitution Day पर देश पर सबसे बड़ा आतंकी हमला
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संविधान दिवस पर एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज 14 साल पहले हुए 26/11 मुंबई आतंकी हमले का दिन भी है। भारत अपने संविधान का पर्व मना रहा था। उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया था। मैं इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
Terror Attack की साजिश और निगरानी करने वाले कठघरे में
मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) को याद करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि मानवता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आज 26/11 के अपने पीड़ितों को याद करने में भारत के साथ पूरी दुनिया खड़ी है। जिन लोगों ने इस आतंकी हमले की साजिश और निगरानी की उन्हें इंसाफ के कठघरे में लाया जाना चाहिए। हम दुनिया भर में आतंकवाद के हर पीड़ित के साथ खड़े हैं।
Fight Against Terrorism में भारत के साथ इजरायल
भारत में इजराइल (Israel) के राजदूत नाओर गिलोन ने मुंबई आतंकी हमले के सभी पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, ” आज मैं 26/11 के भयानक मुंबई आतंकी हमले के सभी पीड़ितों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि देने में भारत के लोगों के साथ शामिल हूं”। चाबाद हाउस का दौरा करना और त्रासदी (Mumbai Tragedy) के बारे में सब कुछ सुनना एक भावनात्मक क्षण था। इस पीड़ा में इजरायल और भारत (Israel and India) एकजुट रहे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में भी हम साथ रहे।
खौफ या आतंक नहीं हीरोज को याद रखूंगा, बोले आनंद महिंद्रा
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने भी 26/11 मुबंई आतंकी हमले को याद करते हुए एक पोस्ट अपने ट्विटर पर शेयर किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने आतंकी हमले में शहीद पुलिसकर्मियों की तस्वीरें पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि “नहीं, मैं कभी नहीं भूलूंगा। लेकिन यह खौफ या आतंक नहीं है जिसे मैं याद रखूंगा। ये वे हीरोज हैं जिन्हें मैं याद रखूंगा। जो हमेशा मेरे दिलो दिमाग में रहेंगे।”
Mumbai Attack में बलिदान होने वालों के परिजनों ने क्या कहा
26/11 मुंबई आतंकी हमले में सर्वोच्च बलिदान (Supreme Sacrifice) करने वाले विजय सालस्कर की बेटी दिव्या सालस्कर ने कहा कि मैं अब इस घटना को याद नहीं करना चाहती, लेकिन यह हर जगह हैं। इसलिए ऐसा नहीं हो पाता। शहर के लोगों के प्यार से मेरी मां और मुझ को जीने की शक्ति मिली। वहीं जयवंत पाटिल की भतीजी अदिति वारखाडे ने कहा कि उस समय मैं बहुत छोटी थी। तब मेरे मां-पापा पूरी रात जाग रहे थे। इतने साल बाद भी याद भुलाई नहीं जा सकती। उस समय चचेरे भाई-बहन भी बहुत छोटे थे। हमारी सरकार ने हम सबको याद रखा है। ये अच्छी बात है।
मुंबई हमले (Mumbai Attack) के एक और बलिदानी विजय खांडेकर की मां निर्मला खांडेकर ने भावुक होकर कहा कि 14 साल बाद भी लोग उन्हें और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। बलिदान को याद रख रहे हैं और उनके लिए यहां आ रहे हैं। सरकार उन्हें याद रख रही है। हमारे लिए यह बड़ी बात है।