पिछले चार दिनों में देश भर में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 110 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें अब तक उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मौतें हुईं है, जबकि बिहार में लगातार बारिश के कारण आम जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है, राजधानी पटना के लगभग सभी क्षेत्रों में घुटने तक जलजमाव हुआ है। लोग वहां पर अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे है। मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून को वापस जाने में अधिक समय लग सकता है। बिहार सहित कई राज्यों में अभी बारिश जारी है, यहां पिछले 48 घंटों में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई है, जबकि बड़े पैमाने पर जलजमाव हुआ हैं, जिससे रेलवे यातायात, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
बिहार में भारी बारिश : बिहार की राजधानी पटना के राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। जिससे निजी अस्पताल, मेडिकल स्टोर और अन्य दुकानो के कमरे गहरे पानी में डूब गए है। हालांकि ज्यादातर लोग सड़कों पर जलजमाव होने से परेशान है, शहर के कुछ इलाकों में लोगों को बचाने के लिए राष्ट्र आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें लगाई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य की राजधानी में शुक्रवार(27 सितंबर) शाम से 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जिसे आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव प्रत्यय अमृत ने पूरी तरह से अप्रत्याशित बताया।
बिजलीघरों में पानी घुसने से दिक्कत: प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि पानी के उप-स्टेशन में प्रवेश करने की स्थिति में बड़ी दुर्घटना से बचने के लिए बिजली काटनी पड़ती है। इससे पंपहाउस डीजल पर निर्भर हो जाते हैं और हमारे पास डीजल की उपलब्धता सीमित मात्रा में है। यदि बारिश जारी रहती है तो पानी को सड़कों से निकालना आसान नहीं होगा।
सीएम ने की यह अपील: बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारियों और संवाददाताओं से एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा कि हम इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मैं राज्य के लोगों से धैर्य और साहस रखने की अपील करूंगा।
कई ट्रेनें प्रभावित: हाजीपुर पूर्व मध्य रेलवे ने कहा कि पटना और दानापुर जंक्शन समेत कई अन्य छोटे स्टेशनों पर बाढ़ के कारण 30 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई अन्य को अल्पकालिक या परिवर्तित किया गया है। जबकि उत्तर पूर्व रेलवे (एनईआर) के बलिया-छपरा खंड पर ट्रेन सेवाएं रविवार को भारी बारिश के कारण बाधित हो गईं। जनसंपर्क अधिकारी, एनईआर, महेश गुप्ता ने कहा कि इस खंड पर सात ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि छह ट्रेनों को पहले ही रद्द कर दिया गया था।
राज्य के कई क्षेत्रों में बारिश के कारण हुई मौत: भागलपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि बरारी थाना क्षेत्र में एक मंदिर की चारदीवारी ढह गई, जिससे दब कर तीन लोगों की मौत हो गई। हालांकि खंजरपुर इलाके में एक घर में आग लगने से कई लोग जिंदा दफन हो गए। पटना के बाहरी इलाका दानापुर में एक आटोरिक्शा पर पेड़ गिरने से एक साल की बच्ची और तीन महिलाओं की मौत हो गई। कैमूर के जिला मुख्यालय भभुआ में लगातार बारिश के कारण दो मिट्टी के घर ढह गए जिसमें दब कर तीन लोगों की मौत हो गई। नवादा में, तीन स्थानीय लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही थी, जो वर्तमान में बह गए है।
बीएसफ के जवान की नदी में ढूबने की आशंका: जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) अनुसार, बीएसएफ के एक 54 वर्षीय उप निरीक्षक के नदी में डूबने की आशंका जताई जा रही है।उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल उप निरीक्षक को ढूढ़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। उप-निरीक्षक (एसआई) परितोष मोंडल शनिवार शाम 6 बजे अरनिया सेक्टर में जयकिशन पोस्ट के पास एक नदी के किनारे से लापता हो गए है। सीमा पार पाकिस्तानी सेना को भी इसकी जानकारी दें दी गई है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण नदी उफान पर है। जिसके कारण उप-निरक्षक की आशंका ज्यादा है।
बारिश के कारण यूपी में सबसे ज्यादा गई लोगों की जान: उत्तर प्रदेश में गुरुवार (26 सितंबर) से अब तक कम से कम 79 लोगों की मौत हो गई है। राज्य सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार (28 सितंबर ) को 25 लोगों की मौत हो गई, 18 लोगों ने शुक्रवार (27 सितंबर ) को अपनी जान गंवा दी।
गुजरात में तीन की मौत: अधिकारियों ने कहा कि गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद रविवार को राजकोट जिले में बाढ़ के कारण एक कार के बह जाने से तीन महिलाएं डूब गईं। उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में शनिवार (28 सितंबर) को भारी बारिश के कारण हुई घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई।
मानसून के वापस जाने में हो सकती है देरी: हालांकि आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा कि चार महीने का मॉनसून सीजन जो सोमवार को आधिकारिक तौर पर समाप्त हो रहा है, सप्ताहांत तक भी वापस जाने की संभावना नहीं है। आईएमडी ने कहा कि सक्रिय मानसून अभी भी राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रहेगा।

