ऐसे में लोग केमिकल युक्त हेयर कलर इस्तेमाल करते हैं जिससे बाल थोड़े समय के लिए काले हो जाते हैं लेकिन इससे बालों को साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ते हैं। इसकी वजह से सफेद बालों की संख्या और बढ़ जाती है। ऐसे में प्राकृतिक उपायों का रुख करना चाहिए।
कलौंजी का इस्तेमाल है फायदेमंद – दो चम्मच कलौंजी लें। उसे आधी कटोरी में पानी में भिगो दें। इसे 12 घंटे बाद मिक्सी में ग्राइंड करें। जब एकदम बारीक पेस्ट तैयार हो जाए तो इसे अपने बालों पर लगाएं। लगभग दो घंटे तक इस पेस्ट को अपने बालों में लगे रहने दें। फिर साफ पानी से बिना शैम्पू का इस्तेमाल किए बालों से सारा पेस्ट निकालते हुए बाल धोएं। जब बाल सूख जाएं तो इन पर आंवले का तेल लगाएं।
रीठा और शिकाकाई का करें इस्तेमाल – प्राचीन समय से ही बालों को मजबूत, काला और घना बनाने के लिए रीठा और शिकाकाई का इस्तेमाल किया जा रहा है। 50 ग्राम रीठा और 50 ग्राम शिकाकाई मिलाकर एक गिलास पानी में भिगो दें। 12 घंटे बाद इसे मिक्सी में ग्राइंड कर इसका पेस्ट बनाएं। अब इस पेस्ट को अपने बालों पर 2 से 3 घंटे तक लगे रहने दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से बिना शैम्पू का इस्तेमाल करें बाल धोएं और बाल सूखने पर आंवले का या नारियल का तेल लगाएं।
आंवला में मिलाएं कलौंजी – 100 ग्राम आंवला के तेल में दो से 3 चम्मच कलौंजी मिलाएं। अब इसे हल्की आंच पर 10 से 15 मिनट के लिए उबलने दें। जब अच्छी तरह से तेल पक जाए और महक आनी बंद हो जाए तो गैस बंद कर दें। ठंडा होने पर इस तेल को छलनी की मदद से छानकर एक बोतल में डाल लें। अब रोजाना इस तेल को बालों की जड़ों में लगाकर मालिश करें। जितना ज्यादा समय के लिए आप अपने बालों की जड़ों पर मसाज करेंगे उतनी जल्दी असर दिखना शुरू हो जाएगा।