दुनियाभर में मोटापे की समस्या से पीड़ित लोगों की अपनी कहानी है, लेकिन दुबलेपन की समस्या से परेशान लोगों की समस्या कुछ और ही है। चूंकि आजकल के समय में सभी फिट और आकर्षक दिखना चाहते हैं। हालांकि कम वजन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कई बार पोषण की कमी के कारण भी व्यक्ति के शरीर का वजन नहीं बढ़ता है। बाबा रामदेव के मुताबिक योग वजन बढ़ाने में भी आपकी मदद कर सकता है इस बात से आप शायद ही वाकिफ हों। योग हमारे शरीर के पाचन, मेटाबोलिज्म को ठीक करता है। इसका अलावा यह स्ट्रेस भी कम करता है।
इन सभी चीजों के स्वस्थ रहने से वजन बढ़ाने में भी आसानी होती है। मगर इस काम के लिए आपको एक प्रोफेश्नल ट्रेनर और सही डाइट फॉलो करने की जरूरत होगी। नहीं तो आप वजन बढ़ाने की जगह वजन घटा भी सकते हैं। इन आसनों के साथ सही खान-पान लेना बेहद जरूरी है। तो आइए योग गुरु स्वामी रामदेव से जानते हैं, योग के उन आसनों के बारे में जो वजन बढ़ाने में भी आपके काम आ सकते हैं-
वज्रासन: यह आसन आप खाना खाने के बाद भी कर सकते हैं और इसे करना भी बेहद आसान है। यह आपका पाचन तंत्र मजबूत करता है और मेटाबोलिज्म को ठीक करता है। इसे करने के लिए जीमन पर अपने घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं। अपने शरीर का भार अपनी जंघाओं पर डालकर बैठे। कमर को सीधा रखें और गहरी और लंबी सांसें लें।

भुजंगासन: इसे करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। अपनी हथेलियों को जमीन पर टिकाते हुए कमर तक के हिस्सों को ऊपर उठाएं और सिर को जितना संभव हो उतना पीछे लेकर जाएं या फिर सीधा रखें। कोहनियों को मुड़ने न दें। वहीं पैरों के बीच अंतर रखें। सांस छोड़ते हुए वापिस जमीन पर आ जाएं।

पवनमुक्तासन: इसे करना बेहद आसान है। अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं और पैरों और हाथों को सीधा रखें। गहरी लंबी सांस अंदर लें और सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को मोड़ते हुए घुटनों को अपनी छाती के पास लाएं। घुटनों को हाथों के सहारे पेट पर दबाएं। अब लंबी गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए अपने सर और छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। अपने सिर को जितना संभव गो घुटनों से मिलाने की कोशिश करें। कुछ देर इसी पोजिशन में रुकें और फिर आराम से वापिस सीधी पोजिशन में आ जाएं।

मत्स्यासन: इस आसन करने के लिए कमर के बल लेट जाएं और अपने हाथों और पैरों को शरीर के साथ जोड़ लें। हाथों को कूल्हों के नीचे रखें, हथेलियां ज़मीन पर रखें। इसके बाद कोहनियों को साथ जोड़ लें। सांस अंदर लेते हुए, छाती और सर को उठाएं। इसके बाद अपनी छाती को उठाएं, सर को पीछे कि ओर लें और सर की चोटी को ज़मीन पर लगाएं। सिर को ज़मीन पर आराम से छूते हुए, अपनी कोहनियों को ज़ोर से ज़मीन पर दबाएं, सारा भार कोहनियों पर डालें, सिर पर नहीं। इसके बाद अपनी छाती को ऊंचा उठाएं। जंघा और पैरों को ज़मीन पर दबाएं। जितना संभव हो, आसन में रहें, लंबी गहरी सांस लें। छाती को नीचे करते हुए वापस आएं। दोनों हाथों को वापस शरीर के दाएं-बाएं लगा लें और फिर विश्राम करें।

सर्वांगासन: यह आसन थायराइड को दूर करने के लिए कुछ बेहतरीन आसनों में से एक है। इसे Shoulder Stand Pose भी कहा जाता हैं। सर्वांगासन करने के लिए अपनी पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद एक साथ, अपने पैरों, कूल्हे और फिर कमर को उठाएं। सारा भार आपके कन्धों पर आना चाहिए और ऐसा होते ही अपनी पीठ को अपने हाथों से सहारा दें। हाथों को पीठ के साथ रखें, कन्धों को सहारा देते रहें। कोहनियों को ज़मीन पर दबाते हुए और हाथों को कमर पर रखते हुए, अपनी कमर और पैरों को सीधा रखें। अपने पैरों को सीधा व मज़बूत रखें। लंबी गहरी साँसे लें और 30 से 60 सेकण्ड तक आसन में ही रहें। आसन पूरा करने के लिए घुटनों को धीरे से माथे के पास लाएं। हाथों को ज़मीन पर रखें और बिना सिर उठाए धीरे-धीरे कमर को नीचे लें करें।
