यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो सभी की बॉडी में बनते हैं। यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं है इसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना बीमारी का सबब बनता है। जब यूरिक एसिड बढ़कर जोड़ों में जमा होना शुरू हो जाता है तो ये हमारे ज्वाइंट में दर्द करने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी तक को नुकसान पहुंचता है। इसके बढ़ने से किडनी स्टोन तक की समस्या हो सकती है।
बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने के लिए डाइट और कई बीमारियां जिम्मेदार होती हैं। डाइट में प्यूरीन वाले फूड्स का अधिक सेवन और कुछ बीमारियां जैसे डायबिटीज,किडनी की बीमारी,हाइपोथायरिज्म,कीमोथैरेपी और सिरोसिस की वजह से भी यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।
यूरिक एसिड हाई होने पर सबसे आम समस्या जोड़ों में दर्द की है। यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से हाथ-पैरों के जोड़ों में चुभन वाला दर्द बढ़ने लगता है जो गठिया का कारण बनता है। हाई यूरिक एसिड के कारण ऑस्टियोपोरोसिस की परेशानी भी हो सकती है। आप भी बढ़े हुए यूरिक एसिड से परेशान हैं तो कुछ यूनानी नुस्खों को अपनाएं। यूनानी एक्सपर्ट हकीम सुलेमान खान के मुताबिक दो चीजों का सेवन करने से तेजी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं कौन सी दो चीजें हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है।
अलसी के बीज से करें यूरिक एसिड को कुछ ही दिनों में कंट्रोल:
अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार है। अगर आप यूरिक एसिड से परेशान हैं तो आज से ही अपनी डाइट में अलसी के बीजों को शामिल कर लें। अलसी के बीज में आयरन, प्रोटीन और विटामिन B 6 होता है जो जोड़ों के दर्द को दूर करने में असरदार होते हैं। इसका सेवन करने से एनीमिया, जोड़ों का दर्द और ब्रेन पावर बढ़ाने में मदद मिलती है। आपको अलसी का स्वाद पसंद नहीं है तो इसे भूनकर खाएं। इसका सेवन आप ओट्स या दलिये में मिक्स करके भी कर सकते हैं।
स्याह गोंद से करें यूरिक एसिड को कंट्रोल:
काला गोंद जिसका सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है। काला गोंद जिसे यूनानी भाषा में स्याह गोंद भी कहा जाता है। ये देखने में डार्क ब्राउन होता है। 100 से 200 ग्राम गोंद का सेवन करने से आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। आधा ग्राम सुबह और आधा ग्राम शाम में खाने के बाद इस गोंद का सेवन टोंड दूध या फिर पानी के साथ करें यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।