डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें मरीज़ के ब्लड में ग्लूकोज़ का स्तर बहुत अधिक होता है। डायबिटीज की बीमारी तब होती है जब हमारे शरीर में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है या फिर कम कर देता है। जब व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (Insulin) नहीं बनता तो शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं। इंसुलिन सही मात्रा में नहीं बनने पर मेटाबॉलिज्म सिस्टम पर भी इसका प्रभाव पड़ता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट पर कंट्रोल करना और बॉडी को एक्टिव रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीज डाइट में लौ ग्लाइसेमिक इंडेस्क फूड का सेवन करें, साथ ही उन फूड्स में मौजूद पोषक तत्वों का भी ध्यान रखें।
शुगर के मरीजों के लिए डाइट में दालों को सेवन करना बेहद उपयोगी है। डायबिटीज के मरीजों की ऐसी डाइट होनी चाहिए जिसमें पोषक तत्व जैसे फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की मात्रा काफी अधिक हो। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज ऐसी कौन सी दालों का सेवन करें जो उनकी डायबिटीज को कंट्रोल रखें, साथ ही बॉडी को पोषक तत्व भी मिलें।
दालें कैसे डायबिटीज को कंट्रोल करती हैं: दालें ब्लड में ग्लूकोज के स्तर को सामान्य श्रेणी में रखने में मदद करती हैं। दालों में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और उच्च प्रोटीन रक्त में ग्लूकोज में कार्बोहाइड्रेट के टूटने को धीमा कर देते हैं, जिससे ब्लड में शुगर के स्तर में वृद्धि नहीं होती। शोध के अनुसार, दालें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च फाइबर सामग्री के कारण रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए अपनी डाइट में दालों को शामिल करना जरूरी है।
राजमा का सेवन करें: राजमा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद असरदार है।
छोले करेंगे शुगर कंट्रोल: प्रोटीन, फाइबर जरूरी मिनरल्स और विटामिन से भरपूर छोले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो शुगर के मरीजों के लिए बेस्ट फूड है।
चना दाल: लौ ग्लाइसेमिक चना दाल प्रोटीन और फोलिक एसिड से भरपूर होता है जो ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है।
उड़द दाल: प्रोटीन से भरपूर उड़द की दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो शुगर को कंट्रोल करता है और स्किन की भी हिफाजत करता है।
मूंग दाल: प्रोटीन से भरपूर मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह आपके दिल और थॉयराइड के मरीजों की अच्छी हेल्थ के लिए उपयोगी है।