कोविड संकट और बदलते मौसम के कारण लोगों को आमतौर पर सर्दी, खांसी, एलर्जी और फ्लू, सर्दियों में होने वाली सबसे आम बीमारियां हैं। मौसम में बदलाव होने पर कई लोगों को जुकाम हो जाती है, तो अनेक लोग अधिक ठण्डी चीज खाने, नमी युक्त वातावरण में रहने से भी जुकाम से ग्रस्त हो जाते हैं।
जुकाम में व्यक्ति को नाक से पानी बहने, छींक आने, गले की खराश, नाक बन्द होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आमतौर पर इसके उपचार में एंटीहिस्टामाइन जैसी दवाएं या कुछ घरेलू उपचार कारगर है। जिसमें गुनगुने गर्म पानी से गरारे करना, हर्बल चाय, गर्म सूप और स्टीम बाथ शमिल है। आइये जानते हैं कि किन घरेलू उपायों से राहत मिल सकती है-
सर्दियों में सूप का सेवन करें: सूप को सर्दी के लिए अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों से बना होता है। मुंबई के मसीना हॉस्पिटल के क्लिनिकल डायटिशियन, अनम गोलंदाज कहते है कि एक कटोरी गर्म सूप आपको तुरंत बेहतर महसूस कराने के लिए काफी है। यह आपके अनादर मौजूद फ्लू के लक्षणों को तेजी से कम करने में भी मदद करता है।
गले में खराश होने की वजह से हमारी भूख कम हो सकती है, ऐसे में सूप सबसे असरदार है क्योंकि यह पौष्टिक और गले को आराम देने वाला पेय पदार्थ है। सूप में प्याज, लहसुन और अतिरिक्त सब्जिभी भी शामिल कर सकते है जो स्वाद जोड़ने के साथ-साथ फाइटोन्यूट्रिएंट्स की एक स्वस्थ खुराक प्रदान कर सकता है, जो इम्यून सिस्टम के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है|
लहसून भी है कारगर: लहसून में एंटीमाइक्रोबियल और खांसी दूर करने वाले गुण होते हैं। मैरीलैंड मेडिकल सेंटर ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए बताया है कि लहसुन सर्दी को रोकने और उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। जिन लोगों ने 12 सप्ताह तक लहसुन खाएं उन्हें प्लेसिबो ड्रग लेने वाले लोगों की तुलना में 63 प्रतिशत कम सर्दी हुई।
सर्दी भगाए हल्दी: हल्दी एक ऐसा मसाला है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है और यह कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मददगार भी है। गर्म दूध में हल्दी मिला कर पीना सर्दी और खांसी से लड़ने का एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका है। सोने से पहले एक ग्लास गर्म हल्दी वाली दूध पीने से शरीर को काफी फायदे मिलते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें: डेयरी उत्पादों से बचें, मसालेदार, प्रसंस्कृत और तले हुए खाद्य पदार्थ न खाएं, दिन में दो बार स्टीम लें, तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं और भरपूर आराम करें।