हमारी दादी-नानी अक्सर अपने पोते-पोतियों को सत्तू के पन्ने का गिलास सुबह या शाम देते हुए देखी जाती थीं। उस वक्त शायद इसकी अहमियत नहीं समझी जाती। लेकिन सत्तू सेहत के लिए बहुत ही पौष्टिक होता है। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और जल्दी थकान नहीं होती। भारत में अभी भी सत्तू का व्यापक रूप से सेवन किया जाता है। सत्तू जौ और भुने हुए चना का मिश्रण है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सत्तू से जरूर फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए सत्तू ड्रिंक बनाना सीखें-
वेब एमडी के मुताबिक जौ में मौजूद फाइबर हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है। जौ ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को भी कम कर सकता है। जौ धीरे-धीरे पेट खाली करने लगता है। यह ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद कर सकता है और भरे होने की अनुभूति पैदा कर सकता है, जिससे भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
वहीं वेब एमडी के मुताबिक चना ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर उन्हें धीरे-धीरे अवशोषित कर पचाता है। साथ ही इनमें एक प्रकार का स्टार्च होता है जो धीरे-धीरे पचता है, जिसे एमाइलोज कहते हैं। ये दोनों चीजें आपके ब्लड शुगर और इंसुलिन को बहुत तेजी से बढ़ने से रोकने में मदद करती हैं। यह मधुमेह वाले लोगों के लिए अच्छा है।
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वजन घटाने के लिए फायदेमंद
सत्तू कैलोरी में कम और फाइबर में उच्च होता है। इसलिए यह वजन घटाने के लिए अधिक उपयोगी है। सत्तू खाने से पेट भरा रहता है। जिससे अधिक भूख नहीं लगती और वजन भी नहीं बढ़ता है। इसके अलावा सुबह सत्तू खाने से खाने पर कंट्रोल होता है और वजन घटाने में भी मदद मिलती है। इससे दिन भर ओवरईटिंग नहीं होती है।
मांसपेशियां मजबूत होती हैं
100 ग्राम सत्तू लगभग 20 ग्राम शाकाहारी प्रोटीन प्रदान कर सकता है जो मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत में मदद करता है। सत्तू का इस्तेमाल मांसपेशियों यानी हड्डियों को मजबूत करने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा अगर आप बॉडी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं तो अपनी डाइट में सत्तू को जरूर शामिल करें। सत्तू मिल्कशेक या सत्तू पीना फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद प्लांट-बेस्ड प्रोटीन आपके शरीर और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
मधुमेह में फायदेमंद
सत्तू मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। यह वजन और मधुमेह को नियंत्रित करने में फायदेमंद है। सत्तू में मौजूद फाइबर मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
सत्तू के फायदे
सत्तू में अधिक पोषक तत्व होते हैं। इसलिए सत्तू सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह हृदय रोग और मधुमेह जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद है। इसमें गुणवत्तापूर्ण प्रोटीन होता है। सत्तू में कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन और मैग्नीशियम समेत कई मिनरल्स होने के कारण यह शरीर को जल्दी एनर्जी देने का काम करता है। सत्तू का सेवन करने से शरीर की गर्मी कम होती है, इसके अलावा इसे फाइबर के अच्छे स्रोत के रूप में जाना जाता है और पाचन में सहायक होता है।
ऐसे बनाएं सत्तू का शरबत
सत्तू ड्रिंक आप घर पर बना सकते हैं, यहां हम आपको इसे बनाने का तरीका बताते हैं।
- सत्तू बनाने के लिये एक पैन में जौ और चने भून लीजिये
- ठंडा होने के बाद इसका पेस्ट बना लें
- एक गिलास में ठंडा पानी लें
- इसमें 2-3 चम्मच सत्तू मिलाएं और स्वादानुसार नमक, भुना हुआ जीरा पाउडर डालें और एक चुटकी चीनी मिलाएं
- नींबू का रस और हरी मिर्च डालकर इस ड्रिंक को पिएं
- गार्निशिंग के लिए पुदीना
सत्तू कैसे पियें?
अगर आप रोज सुबह खाली पेट सत्तू का सेवन करते हैं तो यह बेहतर पाचन में मदद करता है और पेट साफ करता है। बेहतर पाचन वजन को अपने आप कम करने में मदद करता है। सत्तू कोलन को साफ करने और एसिडिटी, सूजन और कॉलोनाइजेशन जैसी समस्याओं के इलाज में भी उपयोगी है
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए सत्तू
सत्तू का प्रभाव पाचन क्रिया पर अधिक पड़ता है। इसलिए जिन लोगों को पहले से ही गैस और अपच की समस्या है उन्हें सत्तू नहीं खाना चाहिए या कम खाना चाहिए। इसी तरह कब्ज के रोगियों को भी सत्तू के सेवन से बचना चाहिए।