Republic Day Essay Speech in Hindi: 26 जनवरी को भारत में राष्ट्रिय अवकाश मनाया जाता है और जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र देश बनाया उन्हें इस दिन याद किया जाता है। पूरा देश हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाता है। इसी कड़ी में इस साल हम 73वां गणतंत्र दिवस मानाने जा रहे हैं। आपको बता दें कि 26 जनवरी (26th January) के दिन ही साल 1950 में देश में संविधान (Indian Constitution) लागू किया गया था। इसलिए 26 जनवरी के दिन देश में बड़ा उत्सव मनाया जाता है, जिसमें राजपथ पर सैन्य परेड होती है। इसके अलावा गणतंत्र दिवस (Republic Day) स्कूल, कॉलेज में वाद- विवाद, निबंध, भाषण जैसे कई विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। इसलिए आज हम आपको गणतंत्र दिवस से संबंधित आपको कुछ फैक्ट्स बताएंगे, आइये जानते हैं-
संविधान की प्रस्तावना: 26 जनवरी 1950 को इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इसे हम सभी राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते है और इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। 26 जनवरी के अलावा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस और 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन भी पूरे भारत में अवकाश रहता है। भारतीय संसद में भारत के संविधान के लागू होते ही भारत पूरी तरह से लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया था।
1- भाषण के लिए: 26 जनवरी सन् 1950 को हमारे देश को पूर्ण स्वायत्त गणराज्य घोषित किया गया था और इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। इसी वजह से हर साल 26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। भारत के कोने- कोने, गांव से लेकर शहर तक, राष्ट्रभक्ति के गीतों की गूंज सुनाई देती है और प्रत्येक भारतवासी एक बार फिर अथाह देशभक्ति से भर उठता है और गौरवान्वित महसूस करता है। बच्चों में इस दिन को लेकर बेहद उत्साह होता है। हम सभी जानते हैं कि हमें आजादी बहुत ही मुश्किलों के बाद मिली है। इसके माध्यम से हम अपनी आने वाली पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास के बारे में बता सकते है। साथ ही हमें देश के सपूतों को देखकर उनसे प्रेरणा मिलती है और देश के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज्बा पैदा होता है।
2- भाषण के लिए: सम्मानित प्रधानाचार्य, शिक्षक, अतिथि और प्रिय साथी छात्रों,
जैसा कि आप जानते हैं, आज हम सभी अपने देश के 72 वें गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। हर साल, हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं क्योंकि भारत का संविधान 1950 में इसी तिथि को लागू हुआ था।
यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है और कैसे हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें पूर्ण स्वराज दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह उनके संघर्ष के कारण है कि आज हम एक ऐसे लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं जहां प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, वाक्य एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार और शिक्षा का अधिकार सहित कई अन्य अधिकार प्राप्त हैं।
मैं महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए मौन के एक पल के बाद अपने भाषण को विराम देना चाहूंगा जिन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया ताकि हम एक लोकतांत्रिक राष्ट्र में रह सकें।
फिर से आप सभी के सामने बोलने का अवसर देने के लिए धन्यवाद।
जय हिन्द!