पिता की मौत के बाद मेंटल हेल्थ से जूझ रही थीं प्रियंका चोपड़ा, बिना थेरेपिस्ट के पास गए इस तरीके से संभाला था खुद को
अपने पिता की मौत के बाद प्रियंका चोपड़ा खराब मेंटल हेल्थ से जूझ रही थीं। बिना थेरेपिस्ट के पास गए प्रियंका ने अपने खराब मेंटल हेल्थ को संभाला जिसमें उनके दोस्तों ने...

मेंटल हेल्थ आज की एक बड़ी समस्या बनती जा रही है लेकिन अच्छी बात यह है कि इस पर लोगों ने खुलकर बोलना शुरू किया है जिससे और लोगों को अपनी समस्या पहचानने और आगे बढ़कर अपनी कहानी बताने की प्रेरणा मिल रही है। इससे मेंटल हेल्थ के प्रति समाज में जागरूकता भी बढ़ रही है। बॉलीवुड और हॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भी हाल ही में अपनी मेंटल हेल्थ की स्टोरी को बयान किया है। अपने पिता की मौत के बाद प्रियंका चोपड़ा खराब मेंटल हेल्थ से जूझ रही थी। उस परिस्थिति में उन्होंने किस तरह खुद को संभाला, इसका जिक्र उन्होंने रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट शो, ‘द रणवीर शो’ पर किया।
प्रियंका चोपड़ा ने बताया, ‘मेरी जिंदगी में ऐसे कुछ मौके आए हैं, खासकर, जब मेरे पापा की डैथ हुई, मुझे नहीं पता था कि कैसे उस स्थिति से निबटना है, अपने इमोशंस को कैसे संभालना है। मैं एक नए देश में थी, लोगों को नहीं जानती थी। मैं 31 साल की उम्र में खुद को एक नई जगह रिइंट्रोड्यूस कर रही थी। इन सभी चीजों ने मुझ पर बहुत प्रेशर डाला और मैं अकेली थी। मैं ये नहीं कह सकती कि मैं डिप्रेस्ड थी या नहीं लेकिन मुझे लगता है कि मैं थी।’
प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि वो मेंटल हेल्थ से जूझ रहीं थीं लेकिन वो कभी थेरेपिस्ट के पास नहीं गईं। उन्होंने बताया, ‘मैंने थेरेपिस्ट के पास जाने की कोशिश की लेकिन क्योंकि मेरे पास वक्त भी कम होता था तो मैं कभी जा नहीं सकीं। मैंने इसके लिए खुद से ही बात करनी शुरू की। मैंने खुद से पूछा कि क्या ये महज़ मेरा भरम है या मैं सच मे मेंटल हेल्थ से जूझ रही हूं।’
प्रियंका ने कहा कि वो इस स्थिति से कभी भागी नहीं बल्कि उन्होंने इसे महसूस किया और खुद के विल पावर के दम पर इससे उबर पाईं। वो बोलीं, ‘मैंने खुद से कहा कि मुझे खुद को इस स्थिति के बारे में महसूस करने के लिए इजाज़त देनी होगी। आपको इस स्थिति को स्वीकार करने के लिए तैयार करना होगा कि ये बिल्कुल सामान्य है। मैंने कुछ समय के लिए खुद को काम में उलझाए रखने की कोशिश की लेकिन वो सही निर्णय नहीं था।’
प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि अपने मेंटल हेल्थ से निबटने के लिए खुद को काम ने उलझा देना, अपने मेंटल हेल्थ से दूर भागना है। प्रियंका ने आगे कहा, ‘इससे भागने के बजाए आप कोई सपोर्ट ढूंढें। मैंने मेंटल हेल्थ से जूझते वक्त अपने बहुत से दोस्तों का सहारा लिया था। अकेले रहने और अकेले ही मेंटल हेल्थ से जूझने के बजाए मैंने उन लोगों से मिलना, बात करना शुरू किया जो सच में मेरी परवाह करते थे।’
प्रियंका ने कहा कि बहुत से लोग हैं हमारे आस पास जो अपने मेंटल हेल्थ को लेकर बात नहीं कर पाते। लेकिन उन्हें अपने दोस्तों, घरवालों से इसके बारे में बात करनी चाहिए क्योंकि ये बिलकुल नॉर्मल है।
मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। संतुलित आहार लें, व्यायाम करें और योगा को अपने जीवन में शामिल करें। अपने उन दोस्तों और रिश्तेदारों के संपर्क में बनें रहें, जो आपकी परवाह करते हैं। अगर आपको लगता है कि चीजें ठीक नहीं हो रही तो बिना देर किए किसी थेरेपिस्ट या मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लें।