गर्भावस्था के तुरंत बाद मां के शरीर को सामान्य होने में कुछ वक्त लगता है। इस दौरान भी उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। रक्त स्राव, थकान, दर्द आदि कुछ ऐसी समस्याएं हैं जो डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को झेलनी पड़ती हैं। इन्हें नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है। ये छोटी-छोटी समस्याएं बाद में गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती हैं। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत होती है। आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं जो डिलीवरी के बाद अगर महिलाओं में दिखाई पड़ें तो इसे गंभीरता से लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि ये सामान्य लक्षण बाद में बड़ी परेशानी का सबब बन सकते हैं।
सिर में तेज दर्द – तनाव की वजह के सिर दर्द होना आम समस्या है, लेकिन प्रसव के 72 घंटों के भीतर अगर आपको तेज सिर दर्द की शिकायत है तो यह प्री-एक्लेमप्सिया का संकेत हो सकता है। तेज सिर दर्द के अलावा धुंधला दिखाई देना, मितली या उल्टी आदि के लक्षण भी प्री-एक्लेम्प्सिया का संकेत हो सकते हैं। ऐसी में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
हाई ब्लड प्रेशर – डिलीवरी के बाद अगर आपका ब्लड प्रेशर ज्यादा बढ़ गया है तो ये खतरे का संकेत हो सकता है। इसका एक कारण प्री-एक्लेमप्सिया भी हो सकता है। इलाज में देरी या लापरवाही से आपको पूर्ण विकसित एक्लेमप्सिया भी हो सकता है।
सांस लेने में दिक्कत – ऐसा कई बार देखा गया है कि डिलीवरी के बाद मां को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ऐसा पल्मोनरी एम्बोलिस्म की वजह से हो सकता है। यह एक खतरनाक जानलेवा बीमारी है। ऐसे में इसके लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पेशाब न आना – प्रसव के 6 घंटे के भीतर अगर महिला को पेशाब नहीं आता तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में भी तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
सीने में दर्द की शिकायत – प्रसव के बाद अगर सीने में दर्द की शिकायत है तो यह सीने में संक्रमण का संकेत हो सकता है। सीने में दर्द के साथ अगर खांसते हुए मुंह से खून भी आए तो ये पल्मोनरी एम्बोलिस्म का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलें। इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।