Non-Veg Side Effects on Human Body: आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण अधिकतर लोग अपने शरीर को पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। यही कारण है कि बहुत से लोग कम उम्र में ही तरह-तरह की समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में हेल्दी और फिट लाइफ के लिए डाइट पर ध्यान देना जरूरी है। न्यूयॉर्क में बर्गन विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने शोध किया है कि हम जो भोजन करते हैं वह हमारे जीवनकाल को कैसे प्रभावित करता है।
अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने मांसाहारियों को अपने आहार में रेड मीट, चिकन और अन्य प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी। यह मांस मोटापा, मधुमेह और कैंसर का कारण बनता है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से जीवन प्रत्याशा भी कम हो जाती है। कई लोगों को समय से पहले मौत का भी खतरा होता है। इसके बजाय आहार में अनाज, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और मेवे शामिल करने की सलाह दी जाती है।
ज्यादा मांस खाने के नुकसान
Health Line की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्लांट-बेस्ड प्रोटीन की जगह एनिमल-बेस्ड प्रोटीन का सेवन सेहत के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है. क्योंकि यह आपकी हड्डियों को कमजोर कर सकता है। जो लोग अपने मांस के सेवन को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, उनमें हड्डी के फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा काफी बढ़ जाता है।\
9 तरह की बीमारियों का खतरा
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बीएमसी मेडिसिन (BMC Medicine) नाम के जर्नल में प्रकाशित इस नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर कोई व्यक्ति हफ्ते में 3 दिन या उससे ज्यादा समय तक रेड मीट, प्रोसेस्ड मीट और पोल्ट्री मीट (Poultry Meat) जैसे चिकन और टर्की का सेवन करता है तो उसे 9 अलग-अलग तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
विशेषज्ञ क्या सलाह देते हैं?
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पेज के माध्यम से कहा कि प्रोटीन हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, लेकिन बहुत अधिक पशु-आधारित प्रोटीन, विशेष रूप से रेड मीट, हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए हमें अपने आहार में अधिक दूध उत्पाद, मछली, चिकन और पौधों पर आधारित प्रोटीन शामिल करना चाहिए। भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां और दालें खाकर आप अपने शरीर को आवश्यक प्रोटीन प्राप्त कर सकते हैं।
कैल्शियम की कमी का खतरा
अंजलि मुखर्जी ने कहा, ‘एक हाई प्रोटीन डाइट आपकी हड्डियों को प्रभावित करता है और इससे कैल्शियम की कमी भी हो सकती है। रेड मीट हमारे खून को अम्लीय और हड्डियों से कैल्शियम बनाने का कारण बनता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। इसलिए हमें मांस का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।