प्रणय रॉय (Prannoy Roy) और राधिका रॉय (Radhika Roy) एक बार फिर चर्चा में हैं। दोनों ने एनडीटीवी (NDTV) के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। प्रणव और राधिका रॉय ने तीन दशक पहले, साल 1988 में एनडीटीवी (न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड) की नींव रखी थी।
प्रणव रॉय की मां थीं आयरिश मूल की
15 अक्टूबर 1949 को कोलकाता में जन्मे प्रणय रॉय (Prannoy Roy) एक पढ़े-लिखे बंगाली परिवार से ताल्लुक रखते हैं। प्रणव रॉय के पिता एक ब्रिटिश कंपनी की इंडिया यूनिट में में बड़े अफसर थे, जबकि उनकी मां एक शिक्षिका थीं। वह आयरिश मूल की थीं। प्रणव रॉय के दादा परेश लाल रॉय (Paresh Lal Roy) को ‘फादर ऑफ इंडियन बॉक्सिंग’ कहा जाता है।
कैंब्रिज स्कूल से पढ़े परेश लाल रॉय ने साल 1914 में इंग्लैंड की प्रतिष्ठित बैंटमवेट चैंपियनशिप ( Bantamweight Championship) के विजेता बने थे। परेश लाल, बॉक्सिंग के अलावा शूटिंग और हॉर्स राइडिंग में भी माहिर थे।
वहीं, प्रणव रॉय के दादा परेश लाल के भाई इंद्र लाल रॉय को भारत का पहला पायलट कहा जाता है। उन्होंने विश्व युद्ध में रॉयल फ्लाइंग कंपनी को अपनी सेवाएं दी थीं। प्रणय रॉय (Prannoy Roy) को उनके दादा परेश लाल, बचपन में प्यार से ‘तूफानी’ (Tempest) कहकर पुकारा करते थे।
स्कूल के दिनों के साथी हैं प्रणव-राधिका
प्रणव और राधिका स्कूल के दिनों से एक दूसरे को जानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात 1960 के दशक में देहरादून में पढ़ाई के दौरान हुई थी। प्रणव रॉय दून स्कूल में पढ़ते थे, जबकि राधिका रॉय वेल्हम गर्ल्स स्कूल (Welham Girls School) की स्टूडेंट थीं। आपको बता दें कि राधिका रॉय, कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) की नेता वृंदा करात की बहन हैं। वृंदा भी, देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल से ही पढ़ी हैं।
स्कूल खत्म करने के बाद प्रणव रॉय को हैलीबरी (Haileybury) और इंपीरियल सर्विस कॉलेज की तरफ से स्कॉलरशिप मिल गई और पढ़ाई के लिए लंदन चले गए। राधिका भी लंदन चली गईं और वहां दाखिला ले लिया।
साल 1972 में की थी प्रणव-राधिका ने शादी
साल 1972 में प्रणव और राधिका रॉय ने शादी कर ली। इसके बाद दिल्ली में सेटल हो गए। प्रणव और राधिका की एक बेटी हैं, जिनका नाम तारा रॉय है। शादी के बाद राधिका रॉय ने इंडियन एक्सप्रेस (The Indian Express) और इंडिया टुडे में नौकरी की, जबकि प्रणव रॉय ने पीएचडी में दाखिला ले लिया और इकोनॉमिक्स में डॉक्टरेट के बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (DSE) में पढ़ाने लगे। कुछ दिनों बाद रॉय ने चुनावों का विश्लेषण शुरू किया।
साल 1988 में डाली थी NDTV की नींव
प्रणव रॉय और राधिका रॉय ने साल 1988 में एनडीटीवी की स्थापना की थी। शुरुआत में प्रणव रॉय दूरदर्शन पर ‘द वर्ल्ड दिस वीक’ (The World This Week) नाम का कार्यक्रम लेकर आते थे। जो उन दिनों खूब पॉपुलर हुआ। साल 1998 आते-आते उन्होंने स्टार न्यूज के साथ मिलकर भारत के पहले 24 घंटे के न्यूज चैनल की शुरुआत की। एनडीटीवी, स्टार न्यूज के लिए प्रोडक्शन का काम देखता था। उन दिनों बीबीसी का 80 प्रतिशत कंटेंट भी एनडीटीवी तैयार करता था। बाद में एनडीटीवी और स्टार न्यूज के रास्ते अलग हो गए।
अर्णब गोस्वामी से लेकर बरखा दत्त जैसे पत्रकार रहे हैं NDTV का हिस्सा
प्रणव रॉय के एनडीटीवी ने देखते ही देखते टेलीविजन न्यूज की दुनिया में अपना अलग मुकाम बना लिया। एक दौर में अर्णब गोस्वामी, राजदीप सरदेसाई, विनोद दुआ, विक्रम चंद्रा, दिबांग, बरखा दत्त जैसे पत्रकार एनडीटीवी का हिस्सा थे। इनमें से कईयों ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत ही एनडीटीवी के साथ की थी। रवीश कुमार भी इन्हीं पत्रकारों में हैं, जो अभी भी एनडीटीवी इंडिया का हिस्सा हैं।