उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने इन चुनावों में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान किया है। वहीं, मायावती ने इसे ‘कोरी नाटकबाजी’ बताया है। 2019 लोकसभा चुनाव अखिलेश और मायावती ने मिलकर लड़ा था, लेकिन इन चुनावों में दोनों आमने-सामने हैं। ऐसे में मायावती का वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है।
कौन है सबसे बड़ा दुश्मन? प्रभु चावला, मायावती से सवाल पूछते हैं, ‘आपको अपना देश के अंदर सबसे बड़ा राजनीतिक दुश्मन कौन लगता है?’ बीएसपी सुप्रीमो मुस्कुराते हुए इसका जवाब देती हैं, ‘ऐसे लोगों की देश में कोई कमी नहीं है। अमर सिंह जैसे लोगों का तो नाम आप पहले खुद ही ले चुके हैं तो मेरे नाम लेने, नहीं लेने से अब कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम तो मानते हैं कि देश में जातिवाद को बढ़ावा देने वाले लोग ही हमारे सबसे बड़े दुश्मन हैं।’
एक अन्य इंटरव्यू में बीएसपी सुप्रीमो मायावती से प्रधानमंत्री बनने के बारे में पूछा जाता है तो वो कहती हैं, ‘जब मुझे प्रधानमंत्री बनना होगा तो कोई रोक नहीं पाएगा। क्योंकि मुझे जब कोई यूपी का मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक पाया तो अब प्रधानमंत्री बनने से कौन रोक पाएगा। जहां तक मेरा सवाल है तो मैं दलित की बेटी होने के साथ इस देश की बेटी भी हूं। इसके अलावा मुझे आबादी के हिसाब से सबसे बड़े सूबे में सरकार चलाने का भी मौका मिला था।’
मायावती से मिलने पहुंच गए थे IAS-IPS: बीएसपी सुप्रीमो ने वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता से बात करते हुए कहा था, ‘मैं तो IAS अधिकारी बनने की तैयारी कर रही थी, लेकिन कांशीराम जी ने मुझे कहा कि भले ही तुम कितनी भी बड़ी अधिकारी बन जाओ, लेकिन तुम्हें बात तो नेताओं की ही माननी होगी। जब मैं पहली बार यूपी की सीएम बनी तो ये महसूस भी किया जब बड़े-बड़े अधिकारी मेरे आदेश का इंतजार करने लगे। मैंने उन्हें यही आदेश दिया कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनी रहनी चाहिए और पहले जिन लोगों की सुनवाई नहीं होती थी अब उनकी सुनवाई तुरंत होनी चाहिए।’