एल्कोहल हमारे लाइफस्टाइल का हिस्सा बनता जा रहा है जो कि एक बुरी स्थिति है। लेकिन जब बात शराब और फर्टिलिटी की आती है तो अक्सर सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ महिलाओं पर ही जाता है। आपको बता दें कि शराब का ज्यादा सेवन करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है। एक अध्ययन के मुताबिक शराब का सेवन आपकी सेक्शुल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। ये पुरुषों और महिलाओं दोनों में लिबिडो (Libido) और बांझपन (Infertility) का कारण बन सकता है।
अगर आप भी ज्यादा एल्कोहल का सेवन करते हैं तो सावधान हो जाएं हो सकता है ये आगे चलकर आपके संतान सुख में बाधा का कारण बन जाये क्योंकि डॉक्टर्स के मुताबिक शुक्राणु पर एल्कोहल का बुरा असर पड़ता है। क्या आमतौर पर शराब पीने से फर्टिलिटी पर नुकसान नहीं पहुंचता? इसके अलावा क्या शराब पुरुषों की फर्टिलिटी पर प्रभाव नहीं डालती है? और कितनी शराब पीना आपको नपुंसक बना सकता है? जैसे विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने अजमेर के अजमेर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लोकेश कुमार मीणा से बात की है।
हार्मोनल बदलाव: अजमेर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लोकेश कुमार मीणा ने जनसत्ता डॉट कॉम से बात करते हुए बताया, ‘पुरुषों में सबसे मुख्य हार्मोन टेस्टोस्टेरोन (testosterone) माना जाता है। इसी हार्मोन के कारण पुरुष में स्पर्म अच्छी क्वॉलिटी का होना, बोन व मसल्स का बढ़ना, मस्कुल बॉडी आदि फंक्शन होते हैं। यदि पुरुषों के शरीर में इसी हार्मोन की कमी हो जाएगी तो पुरुषों में इंफर्टिलिटी (Infertility) की समस्या हो सकती है। मतलब की आपको आगे चलकर पिता बनने का सुख नहीं मिलेगा। क्योंकि अगर आप एल्कोहल का सेवन करेंगे तो लिवर पर बुरा असर पड़ेगा जिसके कारण एंड्रोजन हॉर्मोन, एस्ट्रोजन में बदल जाएगा। इससे इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ जाएगी।’ ( यह भी पढ़ें- स्पर्म काउंट बढ़ाने में मददगार हैं बाबा रामदेव के ये 5 टिप्स, जानिए )
इंफर्टिलिटी की समस्या: डॉक्टर मीणा के मुताबिक अत्यधिक शराब पीने से शरीर में लिवर से जुड़ी बीमारी होती है और मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी कम हो जाता है, इस हार्मोन के बिना फर्टिलिटी मुमकिन नहीं है। दरअसल आप जरूरत से ज्यादा एल्कोहल का सेवन करेंगे तो ब्लड एल्कोहल लेवल बढ़ जाएगा जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होना, इरेक्टल डिसफंशन जैसी समस्या हो सकती है। एल्कोहल के सेवन के कारण शुक्राणु का निर्माण कम होगा और स्पर्म क्वॉलिटी गिर सकती है। जिससे इंफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है और सीमेन सिकुड़ता है। (यह भी पढ़ें- स्पर्म काउंट बढ़ाने में कारगर हो सकते हैं ये 4 फूड्स, आज ही अपने डाइट में करें शामिल)
लक्षण: डॉक्टर मीणा के अनुसार जिनमें इंफर्टिलिटी की समस्या होती है उनमें कुछ खास लक्षण नजर आते हैं। जैसे कि पार्टनर के गर्भधारण में परेशानी होना, व्यक्ति का डिप्रेशन में रहना, ज्यादा गर्मी लगना, बहुत देर फोकस न कर पाना, अधिक बाल झड़ना, चिड़चिड़ाहट आदि लक्षण आपको नजर आते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वहीं पुरुषों की तरह महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन मौजूद होता है। महिलाओं में इस हार्मोन के कम होने पर उन्हें अस्थियों में कमजोरी महसूस हो सकती है।