खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल कम उम्र में ही लोगों को दिल के रोगों का शिकरा बना रहा है। हाल ही में ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिसमें युवाओं की अचानक हार्ट अटैक होने से मौत हो गई। आप जानते हैं कि हार्ट अटैक की ये परेशानी उन युवाओं में भी हो रही है जिन्हें ना ब्लड प्रेशर है, ना ही डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की परेशानी है फिर भी उन्हें हार्ट अटैक हो रहा है।
हाल ही में दिल्ली में एक ऐसा मामला सामना आया है जिसमें एक 42 साल के युवक को गाड़ी चलाते समय कार्डियक अरेस्ट हुआ। डॉ मुकेश गोयल, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियो थोरैसिक सर्जरी, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, दिल्ली ने बताया कि जब इस युवा को अस्पताल लाया गया तो युवक की धमनियों में लगभग 100 प्रतिशत रुकावट थी। समय पर एंजियोप्लास्टी कर मरीज को बचा लिया गया। अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतनी कम उम्र में दिल की बीमारी कैसे लगी?
डॉ. मुकेश गोयल कहते हैं यह एक बेहद क्रिटिकल केस था क्योंकि मरीज की हालत हर मिनट बिगड़ती जा रही थी। वह बार-बार कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में थे और कई शॉक ट्रीटमेंट और सीपीआर के बावजूद उनकी स्थिति स्थिर नहीं हो रही थी। जब उन्हें अपोलो में ट्रांसफर (transferred to Apollo)किया जा रहा था, तो भी हम मरीज के साथ तेजी से उपचार कर रहे थे। एंजियोप्लास्टी (angioplasty)की प्रक्रिया के दौरान भी हम लगातार उसकी मालिश (massaging)कर रहे थे और झटके दे रहे थे।
डॉ. गोयल कहते हैं कि इस युवा रोगी को साइलेंट हार्ट अटैक आया था। साइलेंट हार्ट अटैक से धमनियों में 30 से 40 प्रतिशत प्लाक हो सकता है। इस हार्ट अटैक के लक्षण नहीं दिखते। साइलेंट हार्ट अटैक में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी सामान्य हो सकता है या फिर उतना खतरनाक नहीं हो सकता है। इस परेशानी के लिए तनाव (stress)सबसे बड़ा कारण बन सकता है। तनाव से रक्त का थक्का जम जाता है और यह थक्का कुछ ही समय में बड़ा हो सकता है, जिससे धमनियों (arteries)में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है।
साइलेंट हार्ट अटैक से बचाव करना हैं तो इन बातों का रखें ध्यान: (keep these things in mind to avoid silent heart attack)
- युवा सेहत को लेकर जागरूक रहें। साइलेंट हार्ट अटैक से बचने किए रेगुलर कुछ चेक जरूर कराएं। दिल की सेहत के लिए ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल का चेक जरूर कराएं।
- अगर आपको अपच या एसिडिटी की वजह से सीने में दर्द या परेशानी होती है तो डॉक्टर से सलाह लें।
- अगर आप हार्ट के मरीज हैं तो डाइट का ख्याल रखें। डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करें। फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन करें।
- अगर बीपी की समस्या है तो नियमित बीपी चेक करते रहें और दवा खाते रहें।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें और बॉडी को एक्टिव रखें।
- शराब और सिगरेट जैसे धूम्रपान और नशे की आदत से दूर रहें।